Vitamin D Deficiency : विटामिन डी एक ऐसा पोषक तत्व है, जो भले ही हमारे शरीर को बहुत कम मात्रा में चाहिए, लेकिन इसके बिना हमारा शरीर कई जरूरी काम नहीं कर सकता। यह हमारे शरीर के लिए किसी सुपरहीरो की तरह है! सबसे ज्यादा तो हम सभी जानते हैं कि यह हड्डियों की सेहत के लिए बहुत जरूरी है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि इसके और भी कई कमाल के फायदे हैं? आइए, इस विटामिन के बारे में और गहराई से जानते हैं।
हड्डियों से लेकर दिल तक: विटामिन डी का कमालविटामिन डी हड्डियों को मजबूत बनाने में अहम भूमिका निभाता है, क्योंकि यह कैल्शियम को अवशोषित करने में मदद करता है। लेकिन इसके फायदे यहीं खत्म नहीं होते। मैक्स सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल, साकेत की न्यूट्रिशन और डायटेटिक्स की रीजनल हेड, दक्षिण क्षेत्र, डायटीशियन रितिका समददार के मुताबिक, विटामिन डी हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता (इम्यून सिस्टम) को मजबूत करने में भी बहुत जरूरी है। कोविड-19 के दौरान यह देखा गया कि जिन लोगों में विटामिन डी की कमी थी, उन्हें इस बीमारी का खतरा ज्यादा था।
इसके अलावा, यह विटामिन दिल की सेहत के लिए भी बहुत जरूरी है। यह शरीर में सूजन (इन्फ्लेमेशन) को कम करता है और मानसिक स्वास्थ्य व मूड को बेहतर बनाने में भी मदद करता है। यानी, यह न सिर्फ आपकी हड्डियों को मजबूत रखता है, बल्कि आपके दिल और दिमाग को भी स्वस्थ रखता है।
विटामिन डी की कमी के लक्षणअगर आपके शरीर में विटामिन डी की कमी हो जाए, तो आपको कई तरह की परेशानियां हो सकती हैं। सामान्य लक्षणों में थकान, जोड़ों में दर्द, मांसपेशियों में ऐंठन और दिनभर सुस्ती महसूस होना शामिल है। अगर कमी गंभीर हो जाए, तो हड्डियों में दर्द, फ्रैक्चर, ऑस्टियोपोरोसिस, मांसपेशियों में गंभीर ऐंठन और यहां तक कि गहरे अवसाद (डिप्रेशन) जैसी समस्याएं भी हो सकती हैं।
विटामिन डी के सबसे अच्छे स्रोतविटामिन डी का सबसे अच्छा और मुफ्त स्रोत है सूरज की रोशनी! खासकर सुबह की धूप। रोजाना 20 से 30 मिनट तक सूरज की रोशनी में रहने से शरीर को पर्याप्त विटामिन डी मिल सकता है। लेकिन अगर आप धूप में कम समय बिताते हैं, तो कुछ खाद्य पदार्थ भी आपकी मदद कर सकते हैं। अंडे की जर्दी, मशरूम, और ट्यूना व मैकेरल जैसी मछलियां विटामिन डी के अच्छे स्रोत हैं। इसके अलावा, कुछ खाद्य पदार्थ जैसे दूध और जूस में विटामिन डी मिलाया जाता है, जो भी फायदेमंद हो सकते हैं।
विटामिन डी की कमी के कारणवयस्कों में विटामिन डी की कमी का सबसे बड़ा कारण है पर्याप्त धूप न मिलना। यह खासकर उन जगहों पर ज्यादा होता है, जहां सूरज की रोशनी कम होती है, जैसे ठंडे क्षेत्रों में। साथ ही, जो लोग ज्यादातर समय घर के अंदर बिताते हैं, उन्हें भी यह समस्या हो सकती है। इसके अलावा, अगर आपकी डाइट में विटामिन डी के स्रोत कम हैं, तो भी कमी हो सकती है।
कुछ स्वास्थ्य समस्याएं, जैसे क्रोहन रोग या सीलिएक रोग, भी विटामिन डी के अवशोषण को प्रभावित कर सकती हैं। लंबे समय तक कुछ दवाएं, जैसे मिर्गी की दवाएं, स्टेरॉयड्स या वजन कम करने की दवाएं लेने से भी विटामिन डी की कमी हो सकती है।
सावधानीइस लेख में दी गई जानकारी और सुझाव केवल सामान्य जानकारी के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी फिटनेस प्रोग्राम शुरू करने या अपनी डाइट में बदलाव करने से पहले हमेशा अपने डॉक्टर या डायटीशियन से सलाह लें।
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