उदयपुर, 12 जुलाई (Udaipur Kiran) । शिक्षक समाज में केवल अपने अधिकारों के लिए नहीं, बल्कि राष्ट्र और नई पीढ़ी के बौद्धिक, नैतिक और सांस्कृतिक निर्माण के लिए संघर्ष करता है। राष्ट्र निर्माण केवल भौतिक विकास तक सीमित नहीं है, बल्कि अध्यात्मिक और वैचारिक जागरण भी उसकी अनिवार्य शर्तें हैं। इसका मूल शिक्षक से ही निकलता है।
यह विचार राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के राजस्थान क्षेत्र के क्षेत्रीय प्रचारक निंबाराम ने शनिवार को यहां उदयपुर में राजस्थान शिक्षक संघ (राष्ट्रीय) के नव निर्मित जिला कार्यालय सरस्वती शिक्षक सदन के लोकार्पण समारोह में मुख्य वक्ता के रूप में व्यक्त किए।
उन्होंने कहा कि गुरु, पिता, माता और खेल का मैदान मिलकर बालक में संस्कार भरते हैं। शिक्षक को केवल विषय की जानकारी ही नहीं, बल्कि समाज में जागरूक नेतृत्व देना होता है। धर्मांतरण के मुद्दे पर भी बात रखते हुए उन्होंने कहा कि आज धर्मांतरण केवल कुछ संगठनों की चिंता नहीं, बल्कि पूरे समाज का विषय है। हमें हिन्दू, सनातनी, भारतीय होने पर गर्व है और होना चाहिए। उन्होंने शिक्षकों से आह्वान किया हम जैसा देश और समाज में चाहते हैं, उसकी शुरुआत अपने घर से करें। शिक्षक को चाहिए कि वह अपने आचरण से परिवार और समाज में सकारात्मक परिवर्तन की शुरुआत करे।
संत ब्रह्मचारी गुलाबदास महाराज (माकड़ा देवधाम, झाड़ोल) ने कहा कि शिक्षक समाज के लिए प्रेरणा का स्रोत बनें। अध्यक्षता करते हुए सांसद मन्नालाल रावत ने शिक्षक संघ की कार्यशैली को भारत के नव निर्माण में सहभागी बताया। मुख्य अतिथि जनजाति मंत्री बाबूलाल खराड़ी ने भी विचार रखे।
उदयपुर के टैगोर नगर, हिरणमगरी सेक्टर-4 स्थित यह भवन “शिक्षकों का, शिक्षकों के लिए, शिक्षकों द्वारा” थीम पर बनाया गया है, जो न केवल राजस्थान, बल्कि देश का किसी शिक्षक संगठन का पहला बड़ा जिला मुख्यालय भवन बन गया है।
विशिष्ट अतिथि के रूप में चित्तौड़ सांसद चन्द्रप्रकाश जोशी, प्रदेश अध्यक्ष रमेश चंद्र पुष्करणा, महामंत्री महेन्द्र लखारा, विधायक ताराचंद जैन, फूल सिंह मीणा, नानालाल अहारी, विधायक प्रत्याशी कृष्ण गोपाल पालीवाल, भाजपा के उदयपुर शहर जिलाध्यक्ष गजपाल सिंह राठौड़, देहात जिलाध्यक्ष पुष्कर तेली सहित कई गणमान्य नेता व शिक्षाविद् उपस्थित रहे।
कोटा में व्यस्तता के चलते शिक्षा मंत्री मदन दिलावर का शुभकामना संदेश समारोह में पढ़कर सुनाया गया। समारोह का शुभारंभ भारत माता एवं सरस्वती पूजन, दीप प्रज्वलन, वंदेमातरम् और बालिका इतीशा मेनारिया की गणेश वंदना से हुआ। विदिशा ने शास्त्रीय नृत्य प्रस्तुत किया।
इस अवसर पर “संस्कार सरिता” पुस्तक का लोकार्पण भी हुआ। प्रदेश उपाध्यक्ष अभय सिंह राठौड़ ने अतिथियों का परिचय करवाया। कोषाध्यक्ष मंगल कुमार जैन ने भवन निर्माण का आय-व्यय विवरण प्रस्तुत किया। अंत में उदयपुर जिलाध्यक्ष पुष्पेंद्र सिंह झाला ने सभी का आभार व्यक्त किया।
—————
(Udaipur Kiran) / सुनीता
You may also like
भारत के रहस्यमय शहर जहां काला जादू प्रचलित है
भारत के इन रहस्यमयी शहरों में आज भी होता है तंत्र-मंत्र और काला जादू, जानिए कौन-कौन सी जगहें हैं सबसे खतरनाकˈ
ये देसी नुस्खा शरीर को बना देगा लोहे जैसा मजबूत, अपनाओ और महसूस करो जवानी जैसा जोशˈ
फतेहपुर में महिला की हत्या से मचा हड़कंप, देवर की प्रतिक्रिया चौंकाने वाली
स्पेन में वॉशिंग मशीन में विस्फोट: एक चौंकाने वाला वीडियो