देहरादून, 5 सितंबर (Udaipur Kiran) । राज्य ने मातृ स्वास्थ्य के क्षेत्र में महत्वपूर्ण प्रगति दर्ज की है। उत्तराखण्ड में मातृ मृत्यु अनुपात घटने पर मुख्यमंत्री ने खुशी जताई है। मुख्यमंत्री ने इस उपलब्धि को नीतियों, स्वास्थ्यकर्मियों के अथक प्रयासों और सामुदायिक सहभागिता का परिणाम बताया।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस उपलब्धि पर कहा कि यह राज्य सरकार की समर्पित नीतियों, स्वास्थ्यकर्मियों के अथक प्रयासों और सामुदायिक सहभागिता का परिणाम है। उन्होंने मातृ स्वास्थ्य को और बेहतर बनाने के लिए सतत प्रयास जारी रखने का संकल्प दोहराया।
उल्लेखनीय है कि भारत में मातृ मृत्यु पर जारी विशेष बुलेटिन के अनुसार उत्तराखण्ड का मातृ मृत्यु अनुपात 2020–22 में 104 से घटकर 2021–23 में 91 पर आ गया है। विगत वर्षों में 13 अंकों की कमी और मातृ मृत्यु में 12.5 प्रतिशत की गिरावट हुई है।
इस संबंध में राज्य के चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा के सचिव डॉ. आर. राजेश कुमार ने कहा कि मातृ स्वास्थ्य विभाग की सर्वोच्च प्राथमिकता है। यह उपलब्धि समर्पित स्वास्थ्यकर्मियों, सरकारी संस्थानों और सामुदायिक भागीदारों के सामूहिक प्रयासों का परिणाम है। हमारा दृढ़ संकल्प है कि मातृ मृत्यु दर को और कम किया जाए तथा प्रत्येक गर्भवती महिला को सुरक्षित और सम्मानजनक प्रसव सेवाएँ उपलब्ध कराई जाए।
स्वास्थ्य सचिव डॉ आर राजेश कुमार ने कहा यह उपलब्धि राज्य सरकार की मातृ स्वास्थ्य के प्रति दृढ़ प्रतिबद्धता का प्रमाण है। राज्य का लक्ष्य है कि कोई भी माँ रोके जा सकने वाले कारणों से जीवन न खोए और उत्तराखण्ड सुरक्षित मातृत्व का आदर्श राज्य बने।
(Udaipur Kiran) / विनोद पोखरियाल
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