मुरैना, 8 मई . मुरैना में बुधवार रात एक तेज रफ्तार यात्री बस ने पूर्व राज्य मंत्री और दिमनी से विधायक रहे गिर्राज दंडोतिया की कार को टक्कर मार दी. हादसे में उनके पैर की हड्डी दो-तीन जगह से टूट गई. गंभीर हालत में उन्हें जिला अस्पताल ले जाया गया. यहां डॉक्टरों ने उन्हें दिल्ली रेफर किया है.
जानकारी के अनुसार बुधवार देर रात पूर्व मंत्री गिर्राज दंडोतिया, जिला पंचायत उपाध्यक्ष बनवारीलाल धाकड़ के शादी समारोह से लौटकर मुरैना की ओर वापस जा रहे थे. इसी दौरान राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक-552 पर कैलारस थाना क्षेत्र के तोरका गांव के पास विपरीत दिशा से आ रही बस ने उनकी स्काॅर्पियाें काे टक्कर मार दी. यह टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि स्कॉर्पियो बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई. कार में पूर्व मंत्री गिर्राज दंडोतिया के साथ उनका ड्राइवर विजयशंकर, गौरव दुबे और पवन सेंगर सवार थे. इनमें दंडोतिया को गंभीर चोटें आईं है. इस हादसे में सुरक्षागार्ड भी घायल हो गया. उनके पीएसओ के भी पैर में चोट आई है. मौके पर पुहंची पुलिस ने स्थानीय लोगों की मदद से उन्हें मुरैना जिला अस्पताल भेजा गया. जहां हालत गंभीर हाेने पर उन्हें दिल्ली रेफर कर दिया गया है. वहीं, इस घटना के बाद बस का चालक और कंडक्टर मौके से फरार हो गए. सूचना मिलते ही कैलारस पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और मामले की जांच शुरू कर दी है. स्थानीय लोगों की मदद से घायल पूर्व मंत्री गिर्राज दंडोतिया को तत्काल मुरैना जिला अस्पताल पहुंचाया गया. पुलिस फरार बस चालक और कंडक्टर की तलाश कर रही है.
बता दें कि पूर्व मंत्री गिर्राज दंडोतिया केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के करीबी माने जाते हैं. वे वर्ष 2018 में कांग्रेस से दिमनी विधानसभा सीट से विधायक चुने गए थे. 2020 में ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए थे. उन्हें कृषि राज्यमंत्री का दर्जा मिला था.हालांकि, उपचुनाव में उन्हें हार का सामना करना पड़ा.
—————
/ नेहा पांडे
You may also like
मसूद अज़हर के 10 रिश्तेदार एयर स्ट्राइक में मारे गए, क्या है भारत के 'मोस्ट वॉन्टेड' की पूरी कहानी
जींद :दोपहिया वाहन चलाता मिला स्कूली बच्चा तो स्कूल के खिलाफ होगी कार्रवाई
उपायुक्त ने किया विश्व रेडक्रॉस दिवस कार्यक्रम का शुभारंभ
अफ्रीकी देशों में एक महीने की तैनाती के बाद भारतीय जहाज 'सुनयना' कोच्चि लौटा
जज के घर कैश: जस्टिस यशवंत वर्मा पर जांच रिपोर्ट सीजेआई ने राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री को भेजी, आगे क्या होगा