-महाभारत काल की पौराणिक चक्रव्यूह संरचना का नाट्य मंचन
देहरादून, 11 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) . रीच संस्था की ओर से आयोजित विरासत महोत्सव-2025 में Saturday को आयोजित हुई क्विज प्रतियोगिता में कई स्कूलों के बच्चों ने प्रतिभाग किया. प्रतियोगिता मे ओक ग्रोव स्कूल ने प्रथम स्थान हासिल करके विरासत में भी अपना नाम दर्ज कर दिया है.
आज की शुभ प्रातः काल में विरासत महोत्सव के अंतर्गत प्रश्नोत्तरी 2025 का आयोजन किया गया, जिसमें देहरादून के 18 प्रतिष्ठित विद्यालयों ने अपनी अपनी तैयारी के साथ उत्साहपूर्वक भाग लिया. प्रश्नोत्तरी की शुरुआत एक लिखित Examination से हुई. जिसके बाद क्विज़ मास्टर डॉ. सरगम मेहरा ने उत्तरों पर चर्चा की. क्विज प्रतियोगिता के मूल्यांकन के बाद केवल चार विद्यालय ही चरण-चरण के लिए अर्हता प्राप्त कर पाए और दून इंटरनेशनल स्कूल (सिटी कैंपस), समर वैली स्कूल, और ओक ग्रोव स्कूल (ओक ग्रोव की दो टीमों ने क्वालीफाई किया).
प्रतियोगिता में पांचवें और अंतिम दौर सहित कई चुनौतीपूर्ण लम्हों के बाद ओक ग्रोव स्कूल विरासत प्रश्नोत्तरी 2025 का विजेता बना. विजेता टीम में आयुषी गुप्ता (कक्षा 12), चार्वी प्रताप सिंह (कक्षा 12) शामिल रहीं. जबकि दून इंटरनेशनल स्कूल (सिटी कैंपस) ने उपविजेता का स्थान प्राप्त किया, जिसका प्रतिनिधित्व ऐश्वर्या प्रताप सिंह (कक्षा 12) और आद्या राय (कक्षा 12) ने किया. इस क्विज़ ने न केवल छात्रों के भारत की समृद्ध सांस्कृतिक और ऐतिहासिक विरासत के ज्ञान का परीक्षण किया, बल्कि उनके उत्साह और टीम वर्क को भी उजागर किया.
कार्यक्रम के अंत में विरासत की समन्वयक राधा चटर्जी ने विजेताओं और उपविजेता टीमों को प्रमाण पत्र प्रदान किए और उनकी प्रतिभा और प्रयासों की प्रशंसा की. कार्यक्रम का समापन सभी प्रतिभागी स्कूलों की सराहना और तालियों के साथ हुआ,जिससे विरासत हेरिटेज क्विज़ 2025 बुद्धिमत्ता, विरासत और युवा ऊर्जा का एक यादगार उत्सव बन गया.
विरासत महोत्सव में आज पौराणिक एवं ऐतिहासिक महाभारत काल के चक्रव्यूह नाट्य मंचन की आकर्षक और भव्य प्रस्तुति ने कार्यक्रम में उपस्थित लोगों का मन मोह लिया.
यह नाट्य मंचन मशहूर कलाकार पंकज कुमार नैथानी के निर्देशन में हुआ और उसकी पटकथा विद्याधर के श्रीकाल,श्रीनगर (गढ़वाल) के निर्देशक प्रो.डीआर पुरोहित की ओर से की गई. इस अद्भुत नाट्य मंचन में 41 कलाकारों ने अपनी शानदार एवं अद्भुत भूमिका का निर्वहन किया.
चक्रव्यूह की संरचना का शानदार एवं अदभुत मंचन करने वाले कलाकारों में जयद्रथ की भूमिका में पंकज नैथानी,द्रोणाचार्य भूमिका में गौरव नेगी, दुशासन की भूमिका में रॉबिन असवाल तथा कर्ण की भूमिका में गणेश बलूनी रहे. इसके अलावा लक्ष्मण की भूमिका में किरदार निभाने वाले अभिषेक, शल्य की भूमिका तुषार द्वारा निभाई गई.
गढ़वाली लोक नाट्य,पारंपरिक संगीत और नाटकीय कथावाचन के सम्मिश्रण के माध्यम से इस प्रस्तुति ने अभिमन्यु की अदम्य वीरता और हिमालयी क्षेत्र की जीवंत सांस्कृतिक विरासत को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की.
Uttarakhand के गढ़वाल क्षेत्र में स्थानीय परंपराएं अक्सर पांडवों से जुड़ी मानी जाती हैं. पांडव लीला और पांडव नृत्य जैसे अनुष्ठान प्रदर्शनों के माध्यम से इन पौराणिक कथाओं को रंगमंच और भक्ति दोनों की अभिव्यक्ति के रूप में पुनर्जीवित किया जाता है.
(Udaipur Kiran) / राजेश कुमार
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