रांची, 9 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) . Jharkhand मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के केन्द्रीय महासचिव विनोद पांडेय ने भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि भाजपा शासनकाल में प्रतियोगी Examination ओं का बेड़ा गर्क कर दिया गया था, जबकि हेमंत सरकार ने Examination प्रक्रिया को पारदर्शी बनाया है.
उन्होंने गुरूवार को प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए कहा कि Jharkhand कर्मचारी चयन आयोग (जेएसएससी) की Examination रद्द करने का फैसला युवाओं के हित में लिया गया है ताकि Examination की शुचिता और पारदर्शिता बनी रहे. उन्होंने कहा कि भाजपा के शासन में नियुक्तियों की अधिसूचनाएं जारी कर ठंडे बस्ते में डाल दी जाती थीं. रघुवर सरकार के कार्यकाल में जेएसएससी में पेपर लीक की जांच भी दबा दी गई थी. विनोद पांडेय ने कहा कि हेमंत सरकार युवाओं के भविष्य को सुरक्षित करने के लिए कठिन निर्णय लेने से नहीं हिचकती है. भाजपा युवाओं के नाम पर केवल राजनीति कर रही है. उन्होंने कहा कि भाजपा ने अपने शासनकाल में कौन-सा रोजगार सृजन कार्यक्रम चलाया था.
मिशन वात्सल्य पर भाजपा की बयानबाज़ी राजनीतिक नौटंकी बताते हुए पांडेय ने कहा कि केंद्र सरकार जानबूझकर Jharkhand को फंड आवंटन में रोड़े अटका रही है. हेमंत सरकार बच्चों के अधिकारों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है और मिशन वात्सल्य के तहत बाल गृह, सीडब्ल्यूसी और जेजेबी को मजबूत कर रही है.
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(Udaipur Kiran) / Manoj Kumar
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