लखनऊ,10 मई . उत्तर प्रदेश के स्टाम्प पंजीयन मंत्री रवीन्द्र जायसवाल ने शनिवार को डिप्लोमा इंजीनियर्स भवन में आयोजित उत्तर प्रदेश विद्युत मजदूर संघ के दो दिवसीय 25वें अधिवेशन का दीप जलाकर उद्घाटन किया. इस अवसर पर विद्युत मजदूर संघ के राष्ट्रीय महामंत्री डी राजमुर्गन, मजदूर संघ के प्रदेश महामंत्री अनिल उपाध्याय, विद्युत मजदूर संघ के प्रदेश अध्यक्ष राजेन्द्र घिल्डियाल व विद्युत मजदूर संघ के राष्ट्रीय मंत्री राधेश्याम जायसवाल उपस्थित रहे.
अधिवेशन में प्रतिनिधियों ने प्रदेश पावर कारपोरेशन लिमिटेड की पूर्वांचल एवं दक्षिणांचल विद्युत वितरण व्यवस्था के निजीकरण के प्रस्ताव को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने व फ्रेन्चाइजी पर रोक लगाने तथा राष्ट्र एवं उद्योग हित में निजीकरण रद्द करने व ठेकेदारी प्रथा पर अंकुश लगाने की मांग उठाई. इसके अलावा संविदा कर्मियों को श्रम कानूनों के विपरीत 55 वर्ष आयु पूर्ण होने पर जबरन काम से वंचित करने की कार्रवाई पर रोक लगाने की मांग की गयी.
भारतीय मजदूर संघ के क्षेत्रीय संगठन मंत्री अनुपम ने मुख्य वक्ता के रूप में अधिवेशन को संबोधित करते हुए कहा कि विद्युत मजदूर संघ राष्ट्रीय विचारधारा से ओतप्रोत राष्ट्र के प्रमुख ऊर्जा उद्योग को सबल बनाने के लिए निरन्तर प्रयत्नशील है. साथ ही उद्योग में कार्यरत श्रमिकों उपभोक्ताओं एवं सामान्य जनों के हितों का सर्वथा पक्षधर है.
विद्युत मजदूर संघ के प्रदेश अध्यक्ष राजेन्द्र घिल्डियाल ने कहा कि निजीकरण का माडल पूरी तरह से पावर कारपोरेशन और प्रदेश की जनता पर एक भारी वित्तीय बोझ है.
अधिवेशन में स्टाम्प पंजीयन मंत्री रवीन्द्र जायसवाल ने भारतीय मजदूर संघ के वरिष्ठ कार्यकर्ता सर्वेश द्विवेदी और देव नारायण का स्वागत किया.
अधिवेशन में भारतीय मजदूर संघ के प्रदेश संगठन मंत्री राम निवास सिंह, विद्युत मजदूर संघ के प्रदेश प्रभारी राकेश सिंह एवं अधिवेशन के संयोजक धुरन्धर शर्मा उपस्थित रहे.
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/ बृजनंदन
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