गांधीनगर, 2 जुलाई (Udaipur Kiran) । मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने बुधवार को सचिवालय परिसर में इको फ्रेंडली रीयूजेबल वाटर बॉटलिंग फैसिलिटी का शुभारंभ किया। इस फैसिलिटी के तहत अब सचिवालय और विधानसभा परिसर में प्लास्टिक बोतल के बजाय कांच की बोतल में ‘सखी नीर’ ब्रांड नाम से पीने का पानी उपलब्ध कराया जाएगा। सचिवालय परिसर में ‘सखी नीर’ का यह प्लांट मां नर्मदा एकता महिला मंडल द्वारा संचालित किया गया है।
मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने वन एवं पर्यावरण तथा जलवायु परिवर्तन मंत्री मुलुभाई बेरा, राज्य मंत्री मुकेशभाई पटेल और भीखूसिंह परमार की उपस्थिति में नवा सचिवालय ब्लॉक नंबर-13 के भूतल पर इस प्लांट का उद्घाटन किया।
इस प्लांट के कार्यरत होने से सचिवालय परिसर में रोजाना इस्तेमाल होने वाली प्लास्टिक की बोतल का इस्तेमाल बंद कर अब मामूली दरों पर कांच की बोतल में पीने का पानी उपलब्ध कराया जाएगा, इससे प्लास्टिक वेस्ट में भी कमी आएगी। मां नर्मदा एकता महिला मंडल की महिलाओं द्वारा संचालित इस प्रोजेक्ट को वडोदरा के युवा स्टार्टअप प्रतीक पटेल और उनकी टीम ने विकसित किया है। प्रतीक पटेल ने यह टेक्नोलॉजी राज्य सरकार के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के सावली टेक्नोलॉजी एंड बिजनेस इनक्यूबेटर में विकसित की गई है और उन्होंने विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग की मदद से दो पेटेन्ट भी हासिल किए हैं।
इसी प्रकार का पायलट प्रोजेक्ट वन विभाग और सखी मंडल की बहनों द्वारा तीन वर्ष पहले तापी जिले के पदम डुंगरी इको टूरिज्म साइट पर ‘अंबिका नीर’ ब्रांड नाम से शुरू किया गया है। इस प्रोजेक्ट के तहत कांच की बोतल में पानी उपलब्ध कराया जाता है। दूसरा बड़ा पायलट प्रोजेक्ट तिरुपति के तिरुमाला में भी स्थापित किया गया है और कांच की बोतल में पीने का पानी देने का प्रयास किया गया है।
इसके अलावा, मुख्यमंत्री ने कांच की बोतल काे परिवहन के लिए उपयोग में लिए जाने वाले ई-रिक्शा को भी हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। यह ई-रिक्शा भी राज्य के युवा स्टार्टअप दर्पण कडु ने सावली टेक्नोलॉजी एंड बिजनेस इनक्यूबेटर में आत्मनिर्भर गुजरात फेलोशिप के तहत वित्तीय सहायता और मार्गदर्शन में विकसित किया है।
मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने ‘सखी नीर’ प्लांट के उद्घाटन अवसर पर प्लांट का संचालन करने वाली सखी मंडल की बहनों और टेक्नोलॉजी डेवलपर स्टार्टअप्स के साथ संवाद कर उन्हें प्रोत्साहित किया।
इस अवसर पर वन एवं पर्यावरण विभाग के प्रधान सचिव संजीव कुमार, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग की प्रधान सचिव मोना खंधार, प्रधान मुख्य वन संरक्षक और वन बल प्रमुख एपी सिंह, अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक (अनुसंधान एवं प्रशिक्षण) एसके श्रीवास्तव और वन एवं पर्यावरण तथा जलवायु परिवर्तन विभाग के अधिकारी, कर्मचारी तथा सखी मंडल की बहनें मौजूद रहीं।
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(Udaipur Kiran) / Abhishek Barad
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