कोलकाता, 09 जुलाई (Udaipur Kiran) । कोलकाता और पश्चिम बंगाल के कई इलाकों में बुधवार को वामपंथी दलों के समर्थकों और पुलिस के बीच उस समय आमना-सामना हो गया, जब वाम समर्थकों ने 10 केंद्रीय ट्रेड यूनियनों द्वारा बुलाए गए भारत बंद को लागू करने की कोशिश की।
सरकार की नीतियों के खिलाफ ट्रेड यूनियनों के विरोध के कारण देश के कई हिस्सों में सार्वजनिक परिवहन बाधित हुआ।
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के समर्थकों ने बंद के समर्थन में रैलियां निकालीं और सड़कों व रेलवे ट्रैक को जाम करने की कोशिश की। राज्य के कई हिस्सों में जैसे कि पश्चिम बर्धमान के दुर्गापुर, मुर्शिदाबाद के लालगोला, उत्तर 24 परगना के बैरकपुर, दक्षिण 24 परगना के डायमंड हार्बर और हुगली के कोन्नगर में रेलवे ट्रैक अवरुद्ध किए गए। पुलिस और रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स ने ट्रैक खाली करवाने की कोशिश की।
स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया के समर्थकों ने कोलकाता विश्वविद्यालय के बाहर प्रदर्शन किया, जबकि समर्थकों ने मालदा से लेकर डोमजूर और नामखाना तक कई जगहों पर यातायात रोकने की कोशिश की। उत्तर बंगाल में ट्रेड यूनियनों के समर्थकों ने सार्वजनिक परिवहन को रोकने का प्रयास किया, जिन्हें पुलिस ने हिरासत में ले लिया। सार्वजनिक परिवहन रोकने की कोशिश कर रहे समर्थकों पर पुलिस ने बल का प्रयोग किया।
जादवपुर में समर्थकों ने विरोधस्वरूप टायर जलाए। गंगुली बागान में नेता सृजन भट्टाचार्य के नेतृत्व में निकाली गई रैली को पुलिस ने रोक दिया। श्री भट्टाचार्य और अन्य समर्थकों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। उत्तर 24 परगना के भाटपाड़ा में रिलायंस जूट मिल के गेट को ट्रेड यूनियन प्रतिनिधियों ने अवरुद्ध कर दिया तथा बैरकपुर में मार्क्सवादी समर्थकों के साथ पुलिस की झड़प और धक्का मुक्की भी हुई । रिलायंस जूट मिल के पास पुलिस की मदद के द्वारा मजदूरों को मिल में घुसाने का प्रयास किया गया ।
दक्षिण दिनाजपुर के बुनियादपुर में एक पुलिस अधिकारी को नेता के साथ मारपीट करते देखा गया।
माकपा के एक नेता ने कहा कि हम नरेंद्र मोदी सरकार की नीतियों का विरोध कर रहे हैं। ममता बनर्जी इस बंद को विफल करने की कोशिश क्यों कर रही हैं?
जहां वाम दलों और कांग्रेस की ट्रेड यूनियनों ने इस हड़ताल का समर्थन किया है, वहीं तृणमूल कांग्रेस की ट्रेड यूनियन शाखा इंडियन नेशनल तृणमूल ट्रेड यूनियन कांग्रेस ने भारत बंद का विरोध किया है।
आईएनटीटीयूसी अध्यक्ष रितब्रत बनर्जी ने कहा कि हम यह मानते हैं कि हड़ताल कोई समाधान नहीं है और यह मेहनतकश लोगों के लिए किसी तरह का लाभ नहीं देती। हम किसी भी तरह की हड़ताल या काम में मंदी के पूरी तरह खिलाफ हैं। कार्य दिवसों की बर्बादी हमारे सिद्धांतों के खिलाफ है।
पश्चिम बंगाल सरकार ने अपने सभी कर्मचारियों को बुधवार को कार्यालय आने का निर्देश दिया है।
राज्य के परिवहन सचिव सौमित्र मोहन द्वारा जारी एक अधिसूचना में राज्य सरकार ने सभी सार्वजनिक और निजी परिवहन ऑपरेटरों, जिनमें राज्य परिवहन उपक्रम भी शामिल हैं, बुधवार के दिन सामान्य सेवाएं संचालित करने की अपील की है।
(Udaipur Kiran) / अनिता राय
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