काठमांडू, 25 अप्रैल . पिछले 25 दिनों से शिक्षकों की देशव्यापी हड़ताल अभी खत्म भी नहीं हुई कि चिकित्सकों की भी आज से देशव्यापी हड़ताल शुरू हो गयी है . देशभर के निजी और सरकारी अस्पतालों में आकस्मिक सेवा के अलावा सभी सेवाएं बाधित हो गई हैं.
नेपाल चिकित्सक संघ के आह्वान पर आज से देश के सभी निजी और सरकारी अस्पताल में सभी सेवाओं को ठप कर डॉक्टर हड़ताल पर चले गए हैं. रेजिडेंट डॉक्टर के मानदेय को लेकर सरकार के साथ विवाद होने के कारण देशभर के अस्पतालों को ठप करते हुए अब डॉक्टर भी सड़क पर उतर गए हैं. इस हड़ताल के कारण काठमांडू सहित सभी स्थानों के अस्पतालों में आकस्मिक सेवा के अलावा सभी सेवाओं को रोक दिया गया है. सभी डॉक्टर्स अपने अस्पताल के बाहर धरने पर बैठे हुए हैं.
नेपाल चिकित्सक संघ के उपाध्यक्ष डॉ नीरज सिंह ने बताया कि रेजिडेंट डॉक्टरों को सरकारी रेजिडेंट डॉक्टरों की तरह ही मानदेय देने के लिए सरकार ने जो निर्देश दिए थे, उसका अब तक निजी मेडिकल कॉलेज के द्वारा पूरा नहीं किए जाने के कारण सभी डॉक्टर आज से हड़ताल पर हैं. डॉ सिंह ने बताया कि सरकार निजी मेडिकल कॉलेज के दबाव में आकर अपने ही फैसले को लागू करने में असमर्थ दिखाई दे रही है.
नेपाल चिकित्सक संघ का कहना है कि सरकार के द्वारा उनकी मांगों पर सुनवाई नहीं करने के कारण उन्हें सभी चिकित्सीय सेवा को ठप कर सड़क पर आंदोलन करना पड़ रहा है. डॉ नीरज सिंह ने बताया कि पिछले कई महीनों से सरकार पर लगातार इस बात के लिए दबाव डाला गया कि वह अपने फैसले को लागू करे लेकिन सरकार की तरफ से कोई भी सुनवाई नहीं होने के बाद शुक्रवार से देश भर के अस्पतालों में सेवाओं को ठप कर दिया गया है.
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/ पंकज दास
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