Next Story
Newszop

बेहतर कानून व्यवस्था से उ0प्र0 में बदलाव आया है : ब्रजेश पाठक

Send Push

लखनऊ। इंडो-अमेरिकन चैम्बर ऑफ कॉमर्स, नार्थ इंडिया काउंसिल द्वारा ‘राइजिंग यूपी-8 साल उन्नति के’ विषय पर सेमिनार का आयोजन किया गया। सेमिनार के मुख्य अतिथि श्री जितिन प्रसाद, केन्द्रीय मंत्री, भारत सरकार, श्री ब्रजेश पाठक, उप मुख्यमंत्री, उ.प्र. एवं श्री दिनेश प्रताप सिंह, राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार), उ.प्र. रहे। चैम्बर द्वारा प्रदेश में गवर्नेन्स, उद्योग, चिकित्सा, शिक्षा, कला, साहित्य, अभिनय, लेखन तथा कानून व्यवस्था के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान देने के लिए प्रदेश की अनेक विभूतियों को सम्मानित किया गया। वहीं सरकार की लोक कल्याणकारी नीतियों को कुशलतापूर्वक अनुपालित करने के लिए पशुपालन, उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग को भी सम्मानित किया गया । पशुपालन विभाग की ओर से डा0 नीलम, उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग की ओर से श्री एस. के. चौहान द्वारा सम्मान ग्रहण किया गया। इसके साथ ही उत्कृष्ट प्रशासनिक सेवाओं के लिए श्री मनोज सिंह, आईएएस (सेवानिवृत्त), श्री प्रवीर कुमार, आईएएस (सेवानिवृत्त), पूर्व पुलिस महानिदेशक, उ.प्र. श्री ओ.पी. सिंह, प्रमुख सचिव पशुपालन, दुग्ध एवं मत्स्य विभाग श्री के. रविन्द्र नायक को लाइफटाइम अचीवमेन्ट से सम्मानित किया गया। डा0 नीलम विनय को रोबोटिक एवं लैप्रोस्कोपिक सर्जरी के क्षेत्र में हासिल की गई उपलब्धियों के लिए सम्मानित किया गया। डा0 अनिल रस्तोगी को रंगमंच के क्षेत्र में विशिष्ट योगदान के लिए, श्री धर्मेन्द्र सिंह को पत्रकारिता के क्षेत्र में उत्कृष्टता के लिए, श्री एस.के. अग्निहोत्री को क्राफ्ट पेपर के उत्पादन में उत्कृष्टता के लिए, श्री सुशील मोहन टकरू को सैडलरी और हार्नेस उद्योग को वैश्विक स्तर पर पहचान दिलाने के लिए, श्री राजकुमार सिंह को हिंदी साहित्य में उत्कृष्टता के लिए, डा0 मयंक सोमानी को मेडिकल इन्फ्रास्ट्रक्चर एवं नवाचार में उत्कृष्टता के लिए, डा० मंजूला गोस्वामी को प्राथमिक एवं माध्यमिक शिक्षा लीडरशिप में उत्कृष्टता के लिए, श्री प्रांशु मिश्रा को पत्रकारिता एवं सम्पादकीय लीडरशिप में उत्कृष्टता के लिए, श्री संजीव सरन को रिटेल इन्फ्रास्ट्रक्चर गौरव, श्री अन्नू अवस्थी को मनोरंजन और संस्कृति के क्षेत्र में अतुलनीय योगदान के लिए, श्री पियूष सिंह चौहान को शैक्षणिक विकास में दूरदर्शी नेतृत्व के लिए, श्री संजय सिन्हा को स्पोर्ट्स इन्फ्रास्ट्रक्चर के विकास में उत्कृष्ट योगदान के लिए, सुश्री शैलजा अरोरा को साड़ियों के निर्माण के लिए, सेन्टर फॉर एक्सीलेन्स फॉर आर्बिटेशन एंड मीडिएशन (सेमा) से श्री प्रवीर कुमार, श्री मनीष मेहरोत्रा तथा श्री प्रशांत चंद्रा को वाणिज्यिक विवाद समाधान में अग्रणी भूमिका का निर्वहन करने के लिए, श्री आशीष प्रताप सिंह को युवा उद्यमी, डा0 लोकेन्द्र गुप्ता को इमरजेन्सी मेडिसिन सेवाओं के लिए, प्रो0 शालिनी सिंह बिसेन को कृषि विज्ञान के क्षेत्र में अतुलनीय योगदान के लिए तथा श्री शिव सहाय अवस्थी को इंडो-अमेरिकन चैम्बर ऑफ कॉमर्स द्वारा मुख्य अतिथिगण के कर कमलों द्वारा सम्मानित कराया गया। इसके साथ ही देश के जाने-माने गीतकार, डायलॉग एवं स्क्रीन लेखक श्री मनोज मुंतशिर शुक्ला को इण्डस्ट्री लीडर्स एवं आईएसीसी लीडर्स द्वारा मुख्य अतिथिगण से उoप्रo के गौरव के रूप में सम्मानित किया गया। इंडो-अमेरिकन चैम्बर ऑफ कॉमर्स के पूर्व नेशनल प्रेसीडेंट डा० ललित भसीन द्वारा वर्चुअल माध्यम से सेमिनार में उपस्थित मुख्य अतिथिगण एवं समस्त महानुभावों के सम्मान में स्वागत उद्बोधन दिया गया। कार्यक्रम में इंडो-अमेरिकन चैम्बर ऑफ कॉमर्स के चेयरमैन, यूपी स्टेट को-आर्डिनेशन कमेटी एवं एक्जीक्यूटिव काउंसिल मेम्बर श्री मुकेश सिंह, जो कि इस सेमिनार के कन्वीनर थे। उपस्थित रहे। साथ ही डा० उपासना अरोरा, एक्जीक्यूटिव काउंसिल मेम्बर, श्रीमती कशिश त्यागी, रीजनल डायरेक्टर एवं चैम्बर के सदस्य श्री सर्वेश अस्थाना आदि उपस्थित रहे। श्रीमती रीना सिंह, चेयरपर्सन, आईएसीसी, लखनऊ चैप्टर ने अपने उद्बोधन के माध्यम से धन्यवाद ज्ञापित किया।

उत्तर प्रदेश अब इंफ्रास्ट्रक्चर प्रदेश बन रहा है : जितिन प्रसाद

केंद्रीय मंत्री श्री जितिन प्रसाद ने अपने संबोधन में कहा उ. प्र. को विकसित राज्य बनाने की हम सबकी जिम्मेदारी है। पिछले 8 सालों में उ0प्र0 ने प्रगति के सभी मापदण्डों को पीछे छोड़ दिया है। ‘आपरेशन सिंदूर’ का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा आतंकवादी घटनाओं से अर्थव्यवस्था पर प्रभाव पड़ता है। देश के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में, तमाम चुनौतियों के बावजूद आत्मनिर्भर भारत का सपना साकार हो रहा है। देश की 140 करोड़ की आबादी गिनती नहीं हमारी ताकत है। आज हम हर स्थिति का सामना करने में सक्षम है। कई देश हमारे ऊपर निर्भर है। दूसरे देशों से संधि के दौरान आज भारत बराबरी की बात करता है। देश की जनता क्वालिटी प्रोडक्ट की मांग करती है। प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में डबल इंजन की सरकार विकास कार्यों को तेजी से आगे बढ़ाने का कार्य कर रही है। सड़के, एक्सप्रेस-वे, परिवहन, कानून व्यवस्था के क्षेत्र में व्यापक रूप से विकास हुआ है, जिस कारण देश की अनेक बड़ी कंपनियां उ.प्र. में निवेश कर रही हैं। उ.प्र. में औद्योगिक निवेश का माहौल बना है। आने वाले समय में लखनऊ में निर्मित ब्रम्होस मिसाइले सेना की ताकत को बढ़ाएंगी। पीलीभीत में टाइगर रिजर्व बन रहा है । हम सबका यह प्रयास है कि उ.प्र. को विकसित राज्य बने। उ.प्र. देश का नंबर वन प्रदेश बने। सरकार की नीतियों और योजनाओं का अधिक से अधिक लाभ देकर व्यापार और उद्योगों को प्रोत्साहित किया जाए, ताकि प्रदेश के किसी नागरिक को रोजी-रोटी के लिए दूसरे स्थानों पर न जाना पड़े।

ओ.डी.ओ.पी. से उ0प्र0 को वैश्विक स्तर पर पहचान मिली है – उ0प्र0 विकास के पथ पर अग्रसर है

श्री ब्रजेश पाठक ने कानून-व्यवस्था में सुधार को सबसे बड़ी उपलब्धि बताया। उन्होंने कहा बीते आठ वर्षों में 8 लाख से अधिक युवाओं को सरकारी नौकरियां दी गईं। एमएसएमई सेक्टर में 2 करोड़ से अधिक युवा स्वरोजगार से जुड़े और आज 96 लाख एमएसएमई यूनिट्स के साथ उत्तर प्रदेश इस क्षेत्र में अग्रणी है । निर्यात 86,000 करोड़ से बढ़कर 2 लाख करोड़ रुपये से अधिक हो गया । यह बदलाव बेहतर कानून-व्यवस्था के बिना संभव नहीं था। उन्होंने कहा कि 8 वर्ष पहले उत्तर प्रदेश की पहचान संकट में थी । किसान आत्महत्या कर रहे थे। युवा अपनी पहचान के मोहताज थे। बेटियां और व्यापारी असुरक्षित थे। दंगों और अराजकता ने अर्थव्यवस्था को तबाह कर दिया था। उन्होंने कहा कि उस समय उत्तर प्रदेश को बीमारू राज्य माना जाता था और इसे देश के विकास में बाधक समझा जाता था। लेकिन 8 वर्षों में डबल इंजन सरकार ने
इस परसेप्शन को पूरी तरह बदल दिया। आज उत्तर प्रदेश देश के विकास का ब्रेकथ्रू बनकर हर सेक्टर में आगे बढ़ रहा है। आज प्रदेश में बिना कुछ बोझ डाले पिछले 8 वर्ष में हमने प्रदेश की अर्थव्यवस्था को मजबूत किया गया है

प्रदेश के सभी 75 जिलों को फोरलेन से जोड़ दिया गया है। प्रदेश में सर्वाधिक 17 हवाई अड्डे पूरी क्षमता के साथ कार्य कर रहे हैं। जेवर में देश का सबसे बड़ा एयरपोर्ट जल्द शुरू होगा । हमारी सरकार ने सभी रेल ट्रैकों को परिवर्तित करके रेलवे को गति देने का काम किया है। योगी आदित्यनाथ जी के नेतृत्व में प्रदेश ने हर क्षेत्र में प्रगति की है। एमबीबीएस की सीटों में तीन गुना वृद्धि करते हुए इसकी संख्या 12000 कर दी गई है। बिजली, पानी, सड़क, अस्पताल, इन्फ्रास्ट्रक्चर आदि को पूरी क्षमता के साथ बेहतर बनाया है। प्राथमिक विद्यालयों में 1.40 करोड़ छात्र शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। बच्चों को क्वालिटी एजूकेशन दे रहे हैं। ओडीओपी के माध्यम से उ. प्र. को वैश्विक स्तर पर पहचान मिली है। पीलीभीत की बांसुरी, अमरोहा की ढोलक, भदोही की कालीन, प्रयागराज के अमरूद और प्रतापगढ़ के आंवला का मुरब्बा दुनिया में मशहूर है। जब हमारे प्रधानमंत्री दुनिया के राष्ट्राध्यक्षों को ओडीओपी की वस्तुएं भेंट करते हैं, तो दुनिया के सामने उ.प्र की साख बढ़ती है। मोदी और योगी जी के नेतृत्व में उ.प्र. को सर्वोच्च शिखर पर ले जाने की ताकत है।

खाद्य प्रसंस्करण इकाइयों की स्थापना से होगा किसानों की उपज का मूल्य संवर्द्धन : दिनेश प्रताप सिंह – अधिक से अधिक खाद्य प्रसंस्करण इकाइयों की हो स्थापना – उ0प्र0 अन्त्योदय से सर्वोदय के पद पर अग्रसर
श्री दिनेश प्रताप सिंह ने सेमिनार को संबोधित करते हुए कहा जब इंडो-अमेरिकन चैम्बर ऑफ कॉमर्स जैसे औद्योगिक संगठनों के माध्यम से कृषि विषयों पर आयोजन होने लगें, तो आप समझ लीजिए देश का किसान भगवान कहलाने योग्य हो गया है। यह 8 वर्ष अपरिमित चुनौतियों, अनंत संभावनाओं और आपके सपनों को यथार्थ में परिवर्तित करने के लिए समर्पित रहे हैं। यूपी सरकार अन्त्योदय से सर्वोदय तक पहुंचने का प्रधानमंत्री का संकल्प पूरा करने के लिए परिश्रम कर रही है। उन्होंने पारंपरिक खेती के स्थान पर व्यावसायिक खेती पर बल देते हुए कहा कई जनपदों के किसान एक एकड़ खेती में 15-20 लाख रूपये की फसल पैदा कर रहे हैं। पारंपरिक खेती आर्थिक दृष्टि से इतनी लाभकारी नहीं है। आज कृषि क्षेत्र में बहुत तेजी से विविधता हो रही है। औषधीय फसलें, सब्जियां, मसाले, फूलों आदि की खेती करके अच्छा मुनाफा कमाया जा सकता है, जिससे किसानों की आर्थिक स्थिति में सुधार आएगा। सेमिनार में उपस्थित औद्योगिक इकाइयों से आग्रह करते हुए उन्होंने कहा कि आप लोग खेती तो नहीं कर सकते हैं, लेकिन खाद्य प्रसंस्करण इकाइयों की स्थापना करके आप किसानों की उपज का मूल्य संवर्द्धन करने में सहायता कर सकते हैं। सरकार भूमि से पैदा होने वाली उपजों पर 35 प्रतिशत सब्सिडी दे रही है।

श्री मनोज सिंह, पूर्व अपर मुख्य सचिव ने कहा विगत 8 वर्षों में बहुत काम हुआ है और बहुत काम करना बाकी है। उ0प्र0 सरकार ने 35 करोड़ वृक्ष प्रति वर्ष रोपित किए, माइको लीडरशिप के तहत 175 करोड़ पेड़ 8 वर्षों में लगाए गए। उन्होने बताया कि प्रदेश के वृक्षारोपण में 550 वर्ग किमी की वृद्धि हुई है। उन्होंने अपने उद्बोधन में पालिर्यामेन्ट ऑफ थिंग्स के सिद्धांत का भी जिक्र किया, जिसका तात्पर्य नागरिकों के साथ-साथ प्रकृति के हितों का भी ध्यान रखना है ।

The post appeared first on .

Loving Newspoint? Download the app now