कृषि उपज मंडी परिसर में गैर अधिसूचित कृषि जिंसों के व्यापार पर सरकार द्वारा 50 पैसे यूजर चार्ज लगाए जाने के फैसले के खिलाफ अजमेर मंडी व्यापारी संघ ने गुरुवार को प्रतिष्ठान बंद रखे। मंडी व्यापारी संघ का आरोप है कि यह शुल्क व्यापारियों पर अतिरिक्त आर्थिक बोझ डालने वाला है, जो उनकी व्यापारिक गतिविधियों को प्रभावित करेगा।
मंडी व्यापारी संघ का विरोध और दो दिन की बंदी
अजमेर मंडी व्यापारी संघ के अध्यक्ष टीकमदास आगनानी के अनुसार, "हम इस यूजर चार्ज के खिलाफ हैं, क्योंकि यह व्यापारियों के लिए एक और अतिरिक्त खर्च साबित होगा। मंडी में पहले से ही कई समस्याएं हैं, और अब इस चार्ज ने हमें परेशान कर दिया है।" संघ ने फिलहाल मंडी को दो दिन तक बंद रखने का निर्णय लिया है, लेकिन यदि सरकार ने अपना निर्णय वापस नहीं लिया, तो वे अनिश्चितकालीन बंद का भी आह्वान कर सकते हैं।
व्यापारियों की चिंता और सरकार से मांग
व्यापारी संघ का कहना है कि सरकार के इस फैसले से कृषि उत्पादों की कीमतों में वृद्धि हो सकती है और व्यापार में मंदी आ सकती है। व्यापारियों ने सरकार से मांग की है कि यूजर चार्ज का निर्णय वापस लिया जाए, ताकि मंडी में व्यापार प्रभावित न हो और किसानों को भी कोई समस्या न हो।
सहकारी मंडियों के भविष्य पर असर
यह विवाद राज्य के कृषि व्यापारियों के लिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि इससे सहकारी मंडियों में व्यापार करने वाले किसानों और व्यापारियों के लिए एक नई चुनौती उत्पन्न हो सकती है। व्यापारी संघ का कहना है कि यूजर चार्ज जैसे फैसले केवल व्यापारियों को परेशान करेंगे और मंडी में व्यापारी कम हो सकते हैं, जिससे किसानों को अपना माल बेचने में मुश्किलें आ सकती हैं।
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