सोशल मीडिया पर हर दिन कोई न कोई वीडियो वायरल होता है जो आपको हैरान कर देता है। ऐसा ही एक वीडियो कर्नाटक के चित्रदुर्ग जिले से सामने आया है। इस वीडियो में एक टीचर तीसरी क्लास के स्टूडेंट को पीटता हुआ दिख रहा है, जिससे लोगों में काफी गुस्सा है। यह घटना नायकनहट्टी के श्री गुरु थिप्पेरुद्रस्वामी रेजिडेंशियल वेद स्कूल में हुई।
क्या है पूरा मामला?
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, टीचर वीरेश हिरेमठ ने स्टूडेंट को इसलिए बुरी तरह पीटा क्योंकि वह अपनी दादी से बात करने के लिए किसी और का मोबाइल फोन इस्तेमाल कर रहा था। सोशल मीडिया पर वायरल हुए वीडियो में स्टूडेंट बार-बार मदद की गुहार लगा रहा था, लेकिन टीचर ने उसे नज़रअंदाज़ किया और पीटता रहा।
चित्रदुर्ग के पुलिस सुपरिटेंडेंट रंजीत कुमार ने कन्फर्म किया, “वीरेश हिरेमठ को कलबुर्गी से गिरफ्तार कर लिया गया है। वीडियो वायरल होने के बाद शिकायत दर्ज की गई थी। आरोपी को कोर्ट में पेश किया जाएगा। जांच पूरी होने के बाद और जानकारी दी जाएगी।”
एजुकेशनल इंस्टीट्यूशन में सुपरविजन की कमी पर नई बहस
इस घटना ने कर्नाटक के दूसरे स्कूलों में भी शारीरिक सजा के मामलों की ओर ध्यान खींचा है। 14 अक्टूबर को, सुनाकडक्कट्टे में मगारी रोड पर एक प्राइवेट स्कूल में टीचर और प्रिंसिपल द्वारा क्लास 5 के स्टूडेंट के साथ मारपीट और उसे बंधक बनाने का मामला सामने आया। बच्चे की मां ने आरोप लगाया कि प्रिंसिपल राकेश कुमार और टीचर चंद्रिका ने बच्चे को PVC पाइप से पीटा और देर शाम तक एक कमरे में बंद रखा।
पुलिस ने प्रिंसिपल से पूछताछ की और उसे बेल पर रिहा कर दिया। अधिकारियों ने कहा कि उसने स्टूडेंट की रेगुलर अटेंडेंस की वजह से उसे शारीरिक सज़ा देने की बात कबूल की।
इन घटनाओं ने कर्नाटक के स्कूलों में शारीरिक सज़ा के चलन और एजुकेशनल इंस्टीट्यूशन में सुपरविज़न की कमी पर नई बहस छेड़ दी है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि बच्चों की सेफ्टी और मेंटल हेल्थ को बचाने के लिए कड़े नियम और सुपरविज़न ज़रूरी हैं।
सरकार और एजुकेशन डिपार्टमेंट को इन मामलों को सीरियसली लेना चाहिए और नियमों को कड़ा करने के लिए कदम उठाने चाहिए। एजुकेशन में डिसिप्लिन ज़रूरी है, लेकिन बच्चों के खिलाफ हिंसा कभी भी मंज़ूर नहीं की जा सकती।
You may also like
 - नहीं बचेंगे ग्राफिक डिजाइनर्स? इस दौर में कौन बचा पाएगा अपनी नौकरी और कैसे
 - असली हमला बाकी है... तीनों सेनाओं के सबसे बड़े युद्धाभ्यास त्रिशूल से क्यों डरा पाकिस्तान?
 - तेलंगाना में पूर्व क्रिकेटर अजहरुरद्दीन बने मंत्री, बिहार से कैसे जुड़ गया कनेक्शन, जानें
 - एनडीए को संकल्प पत्र के बजाय क्षमा पत्र जारी करना चाहिए: सुरेंद्र राजपूत
 - कितने की आती है फिटकरी? 5 से 10 रु में भी कर देगी फोड़े-फुंसियों का सफाया, बस जान लें 1 मिनट वाला धांसू नुस्खा




