इंटरनेट डेस्क। बंगाल की खाड़ी में बने तीव्र चक्रवाती तूफान मोंथा का प्रभाव राजस्थान में भी देखने को मिल रहा है। मोंथा इस वक्त आंध्रप्रदेश तट के पास सक्रिय है। वहीं एक अवदाब मध्य अरब सागर में और एक परिसंचरण तंत्र उत्तर-पूर्वी राजस्थान के ऊपर सक्रिय होने के कारण गत 24 घंटों में दक्षिणी व पूर्वी राजस्थान में भारी से अतिभारी बारिश देखने को मिली है।
हालांकि प्रदेश के लोगों को आज भारी बारिश से राहत मिलने की संभावना है। आज से बारिश की तीव्रता में कमी आएगी। दक्षिणी और दक्षिण-पूर्वी राजस्थान में आगामी 4 से 5 दिन तक हल्की-मध्यम बारिश का दौर जारी रहने की संभावना है। मौसम विभाग के अनुसार, पश्चिमी राजस्थान, बीकानेर संभाग और शेखावाटी क्षेत्र में मौसम शुष्क रह सकता है।
आगामी 3 नवंबर को एक नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने के कारण एक बार फिर से राजस्थान के कई हिस्सों में बादल गरजने और हल्की बारिश की स्थिति बनेगी। मंगलवार को बारिश से दिनभर बादल छाए रहने और ठंडी हवाओं से प्रदेश में सर्दी का प्रभाव बढ़ा है।
खोलने पड़े हैं कई बांधों के गेट
वहीं बारिश के कारण प्रदेश के कई बांधों के गेट खोलने पड़े हैं। झालावाड़ जिले में भीमसागर बांध का गेट अक्टूबर में पहली बार खोलना पड़ा है। टोंक के बीसलपुर बांध से भी पानी की निकासी की गई। उदयपुर में फतहसागर झील के तीन गेट खोलने पड़े हैं।
न्यूनतम तापमान सिरोही में 15.3 डिग्री सेल्सियस हुआ रिकॉर्ड
बारिश के कारण किसानों की चिंता भी बढ़ गई है। खेतों में रखी फसलें भीगने से किसानों को नुकसान हुआ है। मौसम विभाग की ओर से मंगलवार को राज्य में सर्वाधिक अधिकतम तापमान फलोदी में 32.6 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान सिरोही में 15.3 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया है।
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