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लंग्स कैंसर तब होता है जब फेफड़ों की कोशिकाएँ अनियंत्रित रूप से बढ़ने लगती हैं और एक प्रकार का कैंसरयुक्त ट्यूमर बन जाता है। धूम्रपान, प्रदूषित हवा, कुछ विषैले रसायनों के संपर्क में आना या आनुवंशिक कारक इस बीमारी के विकसित होने के जोखिम को बढ़ाते हैं।
यह बीमारी एक 'साइलेंट किलर' की तरह है। खास बात यह है कि शुरुआत में इसका पता नहीं चलता, लेकिन यह धीरे-धीरे शरीर को अंदर से खा जाती है। इसके लक्षण हल्के होते हैं, इसलिए लोग अक्सर इसे नज़रअंदाज़ कर देते हैं और तब तक यह बीमारी गंभीर अवस्था में पहुँच चुकी होती है। आइए जानते हैं कि फेफड़ों के कैंसर के असली लक्षण क्या हैं।
लगातार खांसी
अगर आपको लंबे समय से खांसी आ रही है और कोई असर नहीं हो रहा है या आपकी आवाज़ अचानक बदल गई है, तो यह फेफड़ों में ट्यूमर या संक्रमण का संकेत हो सकता है। ऐसे लक्षणों को नज़रअंदाज़ न करें।
साँस लेने में तकलीफ
अगर आपको बिना ज़्यादा मेहनत किए साँस फूल रही है या सीने में भारीपन, दबाव या दर्द महसूस हो रहा है, तो यह फेफड़ों की क्षमता में कमी का संकेत है। इसका मतलब यह भी हो सकता है कि कैंसर शरीर में फैलने लगा है।
तेज़ी से वज़न कम होना
अगर बिना किसी डाइट या व्यायाम के आपका वज़न अचानक कम हो रहा है और हल्का-फुल्का काम करने पर भी आपको बहुत थकान महसूस हो रही है, तो ये संकेत हैं कि शरीर में कुछ गंभीर समस्या है।
आवाज़ में बदलाव
अगर बोलते समय आपकी आवाज़ अचानक भारी लगने लगे या आपको लगातार घरघराहट हो, तो इसका मतलब हो सकता है कि फेफड़ों का ट्यूमर स्वर रज्जु या वायुमार्ग पर दबाव डालने लगा है।