शनि नक्षत्र गोचर: जिस व्यक्ति पर कर्मफल दाता शनि की कृपा हो जाती है, वह रातों-रात सौभाग्यशाली हो जाता है। ज्योतिष के अनुसार शनि सबसे धीमी गति से राशि बदलता है। इसी प्रकार शनि भी धीमी गति से नक्षत्र बदलता है। शनि को 27 नक्षत्रों का चक्र पूरा करने में 27 वर्ष तक का समय लगता है। शनि ग्रह नक्षत्र बदलता है और लम्बे समय तक एक ही नक्षत्र में रहता है। पंचांग के अनुसार शनि 28 अप्रैल सोमवार को शाम 7 बजकर 52 मिनट पर उत्तराभाद्रपद नक्षत्र में गोचर करेगा। शनि का यह गोचर तीनों राशियों के जातकों के लिए सूर्य के समान ही भाग्य लेकर आएगा।
शनि का राशि परिवर्तन किन राशियों के लिए शुभ है?
TAURUS
उत्तराभाद्रपद नक्षत्र में शनि का गोचर वृषभ राशि के लिए फलदायी रहने की उम्मीद है। इस राशि के जातकों की आर्थिक स्थिति में सुधार आएगा। इस राशि के जातकों को सामाजिक रूप से लाभ हो सकता है। समाज में मान-सम्मान बढ़ सकता है। नौकरीपेशा लोगों को पदोन्नति मिल सकती है। लंबित कार्य पूरे होंगे।
वृश्चिक
वृश्चिक राशि वालों के लिए अच्छा समय है। धार्मिक कार्यों में आपकी रुचि रहेगी। रिश्तों में मधुरता आएगी। मन प्रसन्न रहेगा। व्यापार में प्रगति होगी। शनि का नक्षत्र परिवर्तन लाभकारी रहेगा। विवादों से दूर रहें। धन वृद्धि निर्धारित होगी। नौकरी व व्यवसाय में उन्नति हो सकती है।
कुंभ राशि
शनि का नक्षत्र परिवर्तन कुंभ राशि वालों के लिए भी शुभ रहेगा। उत्तराभाद्रपद नक्षत्र में शनि का गोचर जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाएगा। धन वृद्धि के अवसर मिलेंगे। रिश्ते मजबूत बनेंगे. रिश्ते सुधरेंगे. आप बच्चों के साथ अच्छा समय बिताएंगे। मन प्रसन्न रहेगा। कड़ी मेहनत का फल मिलेगा. रुका हुआ पैसा वापस मिलेगा। विवादों से दूर रहें। जीवन में प्रेम बढ़ेगा। समाज में सम्मान बढ़ेगा।
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