दिल्ली: महिलाएं तकनीक के क्षेत्र में भी अपनी प्रतिभा साबित कर रही हैं। चाहे वह डेटा वैज्ञानिक की नौकरी हो या उत्पाद प्रबंधन, क्लाउड इंजीनियर, साइबर सुरक्षा और यूआई या यूएक्स डिजाइन जैसी अन्य नौकरियां हों, महिलाओं का वर्चस्व है। अनेक वैश्विक अवसरों के साथ, महिलाओं को करियर विकास और वित्तीय स्वतंत्रता का सुनहरा अवसर मिल रहा है। महिलाएं अपने कौशल और नेटवर्किंग से प्रौद्योगिकी उद्योग में नई ऊंचाइयों तक पहुंच सकती हैं। पिछले कुछ वर्षों में इस उद्योग में महिलाओं की भागीदारी में भारी वृद्धि हुई है।
नैसकॉम का कहना है कि भारत में आईटी उद्योग में लगभग 2.8 मिलियन लोग कार्यरत हैं, जिसमें महिलाएं प्रमुख भूमिका निभाती हैं। वे न केवल डिजाइन और डेटा विज्ञान के क्षेत्र में अग्रणी हैं, बल्कि अपनी तकनीकी विशेषज्ञता की मदद से उत्पाद विकास और रणनीतिक निर्णय लेने को भी आगे बढ़ा रहे हैं। अच्छे अनुभव के कारण महिलाओं को अच्छे पैकेज मिल रहे हैं। 8 वर्ष या उससे अधिक अनुभव वाली महिलाएं भी वरिष्ठ पदों पर 1.6 करोड़ रुपये प्रति वर्ष तक का पैकेज पा सकती हैं।
22 लाख रुपये तक के पैकेज वाले डेटा साइंटिस्ट: कंपनियां अपने द्वारा एकत्र किए गए डेटा का उचित उपयोग करके बड़े निर्णय लेती हैं। आज की दुनिया में डेटा को एक महान शक्ति माना जाता है। इस क्षेत्र में फ्रेशर्स को प्रति वर्ष 18 लाख रुपये तक का पैकेज मिलता है।
उत्पाद प्रबंधक: यह पद उत्पाद के प्रारंभ से लेकर लॉन्च तक के सभी पहलुओं में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। जिसमें उपयोगकर्ता अनुसंधान, विकास शामिल है। इसमें योजना बनाने जैसी सभी बातें शामिल हैं। उत्पाद प्रबंधकों के लिए, फ्रेशर्स को उनके कौशल के आधार पर प्रति वर्ष 22 लाख पदों के लिए 1.6 करोड़ रुपये तक का पैकेज मिल सकता है। इसके अलावा वरिष्ठ पदों पर 1.6 करोड़ रुपये सालाना तक का पैकेज भी मिल सकता है।
क्लाउड आर्किटेक्ट/इंजीनियर: क्लाउड आर्किटेक्ट या क्लाउड इंजीनियरों की आजकल बहुत मांग है। इस क्षेत्र में महिलाओं की संख्या भी काफी बढ़ रही है। इसमें फ्रेशर्स को प्रति वर्ष 14 लाख रुपये तक का पैकेज मिल सकता है।
परियोजना प्रबंधन कार्यालय: एक बार कोई परियोजना शुरू हो जाने पर, परियोजना प्रबंधन कार्यालय परियोजना को बजट के भीतर और समय पर पूरा करने के लिए जिम्मेदार होता है।
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