तेल अवीव: इजरायल ने गाजा सिटी पर कब्जे के लिए अपना सैन्य अभियान शुरू कर दिया है। इजरायली सेना (IDF) के प्रवक्ता एफी डेफ्रिन ने बुधवार को बताया कि आईडीएफ ने गाजा सिटी पर आक्रमण की पहली कार्रवाई शुरू कर दी है। इजरायल की सुरक्षा कैबिनेट ने कुछ दिन पहले ही गाजा पर कब्जे की योजना को मंजूरी दी थी। हालांकि, इसे कब्जा नाम नहीं दिया गया है। इजरायल की इस योजना का पश्चिमी और अरब देशों ने कड़ा विरोध किया है और कहा है कि यह मानवीय संकट को और बढ़ा देगा। वहीं, इजरायली प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने कहा है कि उनका उद्देश्य गाजा पर कब्जा करना नहीं, बल्कि उसे हमास के नियंत्रण से मुक्त कराना है।
80000 रिजर्व सैनिकों को बुलाने की तैयारी
अभियान के बारे में बताते हुए इजरायली सेना के प्रवक्ता ने कहा कि 'हमारे बलों ने पहले ही शहर के बाहरी इलाकों पर नियंत्रण कर लिया है।' इसके अलावा उन्होंने पुष्टि की कि इस सप्ताह लगभग 60,000 रिजर्व सैनिकों को वापस बुलाने के लिए भर्ती पत्र भेजे जाएंगे और इस महीने के अंत में 20,000 अतिरिक्त पत्र भेजे जाएंगे।
डेफ्रिन ने अपने बयान में पुष्टि की कि आईडीएफ गाजा के नागरिकों को सुरक्षित निकासी के साथ-साथ सहायता और चिकित्सा देखभाल के लिए पर्याप्त स्थान उपलब्ध कराने के लिए काम कर रहा है। डेफ्रिन ने बताया कि इजरायली सैनिकों ने खान यूनिस में एक आईडीएफ चौकी पर 15 से ज्यादा आतंकवादियों के हमले को नाकाम कर दिया था। उन्होंने आगे कहा कि सेना घटना के कारणों की जांच कर रही है।
अभियान के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय समुदाय
एक करोड़ से भी कम आबादी वाले देश में इतने रिजर्व सैनिकों को बुलाना आर्थिक और राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण है। यह लाखों इजरायलियों के युद्धविराम के लिए एकजुट होने के कुछ दिनों बाद हुआ है। यह ऐसे समय में हो रहा है, जब वार्ताकार इजरायल और हमास को 22 महीने से चल रही लड़ाई को समाप्त करने के लिए सहमत कराने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। अंतरराष्ट्रीय नेताओं और मानवाधिकार समूहों ने चेतावनी दी है कि हमले के विस्तार से गाजा पट्टी में मानवीय संकट और गहरा हो सकता है। गाजा में लगभग 20 लाख निवासियों में अधिकांश विस्थापित हो गए हैं। इलाके मलबे में तब्दील हो गए हैं और आबादी अकाल के खतरे का सामना कर रही है।
80000 रिजर्व सैनिकों को बुलाने की तैयारी
अभियान के बारे में बताते हुए इजरायली सेना के प्रवक्ता ने कहा कि 'हमारे बलों ने पहले ही शहर के बाहरी इलाकों पर नियंत्रण कर लिया है।' इसके अलावा उन्होंने पुष्टि की कि इस सप्ताह लगभग 60,000 रिजर्व सैनिकों को वापस बुलाने के लिए भर्ती पत्र भेजे जाएंगे और इस महीने के अंत में 20,000 अतिरिक्त पत्र भेजे जाएंगे।
डेफ्रिन ने अपने बयान में पुष्टि की कि आईडीएफ गाजा के नागरिकों को सुरक्षित निकासी के साथ-साथ सहायता और चिकित्सा देखभाल के लिए पर्याप्त स्थान उपलब्ध कराने के लिए काम कर रहा है। डेफ्रिन ने बताया कि इजरायली सैनिकों ने खान यूनिस में एक आईडीएफ चौकी पर 15 से ज्यादा आतंकवादियों के हमले को नाकाम कर दिया था। उन्होंने आगे कहा कि सेना घटना के कारणों की जांच कर रही है।
अभियान के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय समुदाय
एक करोड़ से भी कम आबादी वाले देश में इतने रिजर्व सैनिकों को बुलाना आर्थिक और राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण है। यह लाखों इजरायलियों के युद्धविराम के लिए एकजुट होने के कुछ दिनों बाद हुआ है। यह ऐसे समय में हो रहा है, जब वार्ताकार इजरायल और हमास को 22 महीने से चल रही लड़ाई को समाप्त करने के लिए सहमत कराने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। अंतरराष्ट्रीय नेताओं और मानवाधिकार समूहों ने चेतावनी दी है कि हमले के विस्तार से गाजा पट्टी में मानवीय संकट और गहरा हो सकता है। गाजा में लगभग 20 लाख निवासियों में अधिकांश विस्थापित हो गए हैं। इलाके मलबे में तब्दील हो गए हैं और आबादी अकाल के खतरे का सामना कर रही है।
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