पटना: बिहार की राजनीति में अपनी दबंग छवि और अकूत संपत्ति के लिए पूर्व विधायक अनंत कुमार सिंह जाने जाते हैं। उनके समर्थक प्यार से 'छोटे सरकार' कहते हैं। मोकामा सीट से जेडीयू के टिकट पर पूरे दमखम के साथ चुनाव लड़ रहे थे, मगर वोटिंग से पहले दुलारचंद यादव हत्याकांड में उनकी गिरफ्तारी हो गई। पटना हाईकोर्ट से बरी होने के बाद मोकामा विधानसभा क्षेत्र से एक बार फिर अनंत सिंह ताल ठोक रहे थे। 2022 में हुए उपचुनाव में उनकी पत्नी नीलम देवी आरजेडी की टिकट पर चुनाव जीती थीं। अब लोग जानना चाहते हैं कि आखिर 'छोटे सरकार' कितने करोड़ के मालिक हैं?
अपार संपत्ति के साथ लग्जरी लाइफस्टाइलचुनावी हलफनामे के मुताबिक अनंत सिंह के पास कुल ₹37.88 करोड़ की संपत्ति है, जिसमें ₹26.66 करोड़ की चल और ₹11.22 करोड़ की अचल संपत्ति शामिल है। दिलचस्प बात ये है कि उनकी पत्नी नीलम देवी उनसे भी ज्यादा संपन्न हैं, जिन्होंने ₹62.72 करोड़ की संपत्ति घोषित की है। 'छोटे सरकार' के पास ₹15.61 लाख नकद, ₹15 लाख के सोने के गहने और ₹3.23 करोड़ की तीन लग्जरी एसयूवी हैं। वहीं, नीलम देवी के पास ₹34.60 लाख नकद और लगभग ₹76.61 लाख के आभूषण दर्ज हैं। बिहार के बाहुबली नेताओं की राजनीति में शायद ही कभी किसी ने देखा हो, मगर दोनों पति-पत्नी ने अपने पास गाय और घोड़े जैसी संपत्तियां भी दर्ज कराई हैं।
अनंत सिंह पर कुल 28 आपराधिक मामलेअनंत सिंह पर कुल 28 आपराधिक मामले दर्ज हैं और वो मोकामा क्षेत्र में एक स्थापित बाहुबली नेता हैं। वो पांच बार विधायक रह चुके हैं और उनके परिवार का लगभग तीन दशकों से इस सीट पर वर्चस्व रहा है। साल 2022 में UAPA के तहत अयोग्य ठहराए जाने के बाद उन्होंने अपनी राजनीतिक विरासत पत्नी नीलम देवी को सौंपी थी। हाल ही में पटना हाईकोर्ट से बड़ी राहत मिलने के बाद, उन्होंने फिर से चुनाव में उतरने का ऐलान किया था, लेकिन दुलारचंद यादव मामले में गिरफ्तारी ने उनके राजनीतिक कमबैक पर बाधा डाल दिया है।
गिरफ्तारी से मोकामा का चुनावी समीकरण बदलामोकामा विधानसभा क्षेत्र में 6 नवंबर को होने वाले पहले चरण के मतदान से ठीक पहले दुलारचंद यादव हत्याकांड में अनंत सिंह की गिरफ्तारी ने यहां के चुनाव को पूरी तरह से गरमा दिया है। हमेशा से बाहुबली नेताओं की राजनीति का केंद्र रहा मोकामा, जहां जातीय समीकरण और शक्ति प्रदर्शन चुनावी नतीजों को प्रभावित करते हैं, वहां जदयू प्रत्याशी की गिरफ्तारी से एनडीए गठबंधन के लिए बड़ी चुनौती खड़ी हो गई है। विपक्ष इस घटना को अपने पक्ष में भुनाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहा है, जिससे लग रहा है कि मोकामा का चुनावी खेल अब पूरी तरह से बदल गया है।
अपार संपत्ति के साथ लग्जरी लाइफस्टाइलचुनावी हलफनामे के मुताबिक अनंत सिंह के पास कुल ₹37.88 करोड़ की संपत्ति है, जिसमें ₹26.66 करोड़ की चल और ₹11.22 करोड़ की अचल संपत्ति शामिल है। दिलचस्प बात ये है कि उनकी पत्नी नीलम देवी उनसे भी ज्यादा संपन्न हैं, जिन्होंने ₹62.72 करोड़ की संपत्ति घोषित की है। 'छोटे सरकार' के पास ₹15.61 लाख नकद, ₹15 लाख के सोने के गहने और ₹3.23 करोड़ की तीन लग्जरी एसयूवी हैं। वहीं, नीलम देवी के पास ₹34.60 लाख नकद और लगभग ₹76.61 लाख के आभूषण दर्ज हैं। बिहार के बाहुबली नेताओं की राजनीति में शायद ही कभी किसी ने देखा हो, मगर दोनों पति-पत्नी ने अपने पास गाय और घोड़े जैसी संपत्तियां भी दर्ज कराई हैं।
- अनंत सिंह ने चुनावी हलफनामे में ₹37.88 करोड़ की संपत्ति घोषित की, जिसमें चल और अचल शामिल
- अनंत सिंह की पत्नी नीलम देवी ने उनसे काफी अधिक, यानी ₹62.72 करोड़ की संपत्ति घोषित की
- अनंत सिंह की संपत्ति में ₹26.66 करोड़ की चल संपत्ति और ₹11.22 करोड़ की अचल संपत्ति शामिल
- नीलम देवी के पास ₹13.07 करोड़ की चल संपत्ति और ₹49.65 करोड़ की भारी-भरकम अचल संपत्ति
- कैश के मामले में भी नीलम देवी आगे, उनके पास ₹34.60 लाख, जबकि अनंत सिंह के पास ₹15.61 लाख नकद
- नीलम देवी के पास करीब ₹76.61 लाख के गहने हैं, जबकि अनंत सिंह के पास ₹15 लाख के सोने के आभूषण हैं
- अनंत ससिंह के पास ₹3.23 करोड़ की तीन लग्जरी एसयूवी हैं, जबकि नीलम देवी के पास ₹77.62 लाख की तीन कारें
- अनंत सिंह की संपत्ति में घोड़े, हाथी, भैंस और गाय भी दर्ज हैं
अनंत सिंह पर कुल 28 आपराधिक मामलेअनंत सिंह पर कुल 28 आपराधिक मामले दर्ज हैं और वो मोकामा क्षेत्र में एक स्थापित बाहुबली नेता हैं। वो पांच बार विधायक रह चुके हैं और उनके परिवार का लगभग तीन दशकों से इस सीट पर वर्चस्व रहा है। साल 2022 में UAPA के तहत अयोग्य ठहराए जाने के बाद उन्होंने अपनी राजनीतिक विरासत पत्नी नीलम देवी को सौंपी थी। हाल ही में पटना हाईकोर्ट से बड़ी राहत मिलने के बाद, उन्होंने फिर से चुनाव में उतरने का ऐलान किया था, लेकिन दुलारचंद यादव मामले में गिरफ्तारी ने उनके राजनीतिक कमबैक पर बाधा डाल दिया है।
गिरफ्तारी से मोकामा का चुनावी समीकरण बदलामोकामा विधानसभा क्षेत्र में 6 नवंबर को होने वाले पहले चरण के मतदान से ठीक पहले दुलारचंद यादव हत्याकांड में अनंत सिंह की गिरफ्तारी ने यहां के चुनाव को पूरी तरह से गरमा दिया है। हमेशा से बाहुबली नेताओं की राजनीति का केंद्र रहा मोकामा, जहां जातीय समीकरण और शक्ति प्रदर्शन चुनावी नतीजों को प्रभावित करते हैं, वहां जदयू प्रत्याशी की गिरफ्तारी से एनडीए गठबंधन के लिए बड़ी चुनौती खड़ी हो गई है। विपक्ष इस घटना को अपने पक्ष में भुनाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहा है, जिससे लग रहा है कि मोकामा का चुनावी खेल अब पूरी तरह से बदल गया है।
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