नई दिल्ली: पूरे देश भर में आज यानी 25 अक्टूबर को नहाय-खाय के साथ छठ महापर्व की शुरुआत हो गई है। बिहार, झारखंड ही नहीं दिल्ली में भी छठ पूजा को लेकर गजब का उत्साह देखा जा रहा है। जो लोग टिकट कंफर्म नहीं होने या किसी अन्य वजहों से अपने गांव नहीं जा पाए हैं, वे दिल्ली के इन फेमस घाटों पर जाकर प्रसाद ले सकते हैं। तो चलिए हम बताते हैं कि दिल्ली में किस-किस घाट पर छठ पूजा मनाई जा रही है।
सबसे पहले जानते हैं छठ पूजा की चारों दिन की तिथि
यमुना घाट दिल्ली का सबसे पुराना और सबसे ज्यादा भीड़-भार वाला छठ घाट है। पूर्वी दिल्ली के अधिकतर लोग आईटीओ के यमुना घाट पहुंचते हैं। इस ऐतिहासिक घाट पर दिल्ली सरकार की तरफ से साफ-सफाई का खासा ध्यान रखा गया है।
कश्मीरी गेट का कुदेसिया घाट
कश्मीरी गेट पर स्थित कुदेसिया घाट पर भी छठ पूजा के दौरान भीड़ रहती है। यहां की सुविधाओं को देखकर आपका दिल खुश हो जाएगा। ये जगह आध्यात्मिक और प्राकृतिक सुंदरता का एक परफेक्ट मिश्रण है। इस घाट को बहुत ही शानदार तरीके से सजाया जाता है।
वाजिराबाद का घाट भी छठ के लिए फेमस
दिल्ली के वाजिराबाद पुल के पास यमुना घाट पर भी आप छठ पर्व की पूजा देख सकते हैं। दिल्ली के लोग अपनी थाली लेकर फैमिली के साथ यहां पूजा करने के लिए पहुंचते हैं।
दिल्ली में इन घाटों पर भी होती है छठ पूजा
मध्य दिल्ली के मुकुंदपुर, आईटीओ, वसुदेव घाट, बुराड़ी, वजीराबाद गांव, परशुराम एन्क्लेव, तक्ष्मी विहार, अमृत विहार, नत्थू कालोनी स्थित तिरंगा चौक, संगम विहार, तिकोना पार्क, संत नगर और श्याम घाट जैसे स्थानों पर लोग सूर्य देव की पूजा करेंगे। वहीं, नई दिल्ली जिले में इंद्रपुरी, महिपालपुर, मायापुरी फेस-2, नरेना गांव, घिटोरनी, आरके पुरम, वसंत विहार, सरोजिनी नगर और टोडापुर जैसे कई इलाकों में भी घाट तैयार किए जा रहे हैं। इन घाटों पर श्रद्धालु सूर्य देव की विशेष पूजा-अर्चना करेंगे।
दिल्ली के कई घाटों पर भोजपुरी और मैथिली भाषा में होंगे कार्यक्रम
दिल्ली में 200 से अधिक स्थानों पर भोजपुरी व मैथिली भाषा में सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे। छठ व्रतियों के लिए सुबह चाय व पानी की व्यवस्था रखी जाएगी। छठ घाटों पर मेडिकल टीम और एंबुलेंस की भी खास व्यवस्था की जा रही है। सरकार का प्रयास है कि श्रद्धालु स्वच्छ जल में खड़े होकर सूर्य भगवान को अर्घ्य दें।
सबसे पहले जानते हैं छठ पूजा की चारों दिन की तिथि
- नहाय-खाय: 25 अक्टूबर, शनिवार
- खरना: 26 अक्टूबर, रविवार
- संध्या अर्घ्य: 27 अक्टूबर, सोमवार
- उषा अर्घ्य (पारण): 28 अक्टूबर, मंगलवार
यमुना घाट दिल्ली का सबसे पुराना और सबसे ज्यादा भीड़-भार वाला छठ घाट है। पूर्वी दिल्ली के अधिकतर लोग आईटीओ के यमुना घाट पहुंचते हैं। इस ऐतिहासिक घाट पर दिल्ली सरकार की तरफ से साफ-सफाई का खासा ध्यान रखा गया है।
कश्मीरी गेट का कुदेसिया घाट
कश्मीरी गेट पर स्थित कुदेसिया घाट पर भी छठ पूजा के दौरान भीड़ रहती है। यहां की सुविधाओं को देखकर आपका दिल खुश हो जाएगा। ये जगह आध्यात्मिक और प्राकृतिक सुंदरता का एक परफेक्ट मिश्रण है। इस घाट को बहुत ही शानदार तरीके से सजाया जाता है।
वाजिराबाद का घाट भी छठ के लिए फेमस
दिल्ली के वाजिराबाद पुल के पास यमुना घाट पर भी आप छठ पर्व की पूजा देख सकते हैं। दिल्ली के लोग अपनी थाली लेकर फैमिली के साथ यहां पूजा करने के लिए पहुंचते हैं।
दिल्ली में इन घाटों पर भी होती है छठ पूजा
मध्य दिल्ली के मुकुंदपुर, आईटीओ, वसुदेव घाट, बुराड़ी, वजीराबाद गांव, परशुराम एन्क्लेव, तक्ष्मी विहार, अमृत विहार, नत्थू कालोनी स्थित तिरंगा चौक, संगम विहार, तिकोना पार्क, संत नगर और श्याम घाट जैसे स्थानों पर लोग सूर्य देव की पूजा करेंगे। वहीं, नई दिल्ली जिले में इंद्रपुरी, महिपालपुर, मायापुरी फेस-2, नरेना गांव, घिटोरनी, आरके पुरम, वसंत विहार, सरोजिनी नगर और टोडापुर जैसे कई इलाकों में भी घाट तैयार किए जा रहे हैं। इन घाटों पर श्रद्धालु सूर्य देव की विशेष पूजा-अर्चना करेंगे।
दिल्ली के कई घाटों पर भोजपुरी और मैथिली भाषा में होंगे कार्यक्रम
दिल्ली में 200 से अधिक स्थानों पर भोजपुरी व मैथिली भाषा में सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे। छठ व्रतियों के लिए सुबह चाय व पानी की व्यवस्था रखी जाएगी। छठ घाटों पर मेडिकल टीम और एंबुलेंस की भी खास व्यवस्था की जा रही है। सरकार का प्रयास है कि श्रद्धालु स्वच्छ जल में खड़े होकर सूर्य भगवान को अर्घ्य दें।
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