नई दिल्ली : केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को ऑपरेशन सिंदूर पर जवाब दिया। शाह ने पहलगाम में आतंकी हमला करने वाले आतंकियों की मौत की जानकारी दी। इस दौरान अमित शाह ने भारत और चीन के बीच युद्ध का जिक्र किया। इसके साथ ही शाह ने जवाहर लाल नेहरू का जिक्र करते हुए कहा कि नेहरू जी का सिर मेरे जैसा था। शाह ने यह बात कहते हुए सांसद महावीर प्रसाद त्यागी का जिक्र किया।
नेहरू जी का सिर मेरे जैसा
अमित शाह ने कहा कि 1962 के युद्ध में क्या हुआ 38 हजार वर्ग किलोमीटर अक्साई चिन का हिस्सा चीन को दे दिया गया। नेहरू ने क्या कहा कि वहां घास का एक तिनका भी नहीं उगता है उस जगह का क्या करूं। शाह ने कहा कि नेहरू जी का सिर मेरा जैसा था, एक संसद महावीर प्रसाद त्यागी जी ने कहा कि आपके सिर एक बाल नहीं वो भी चीन को भेज दें क्या। दरअसल, नेहरू जी के सिर पर एक भी बाल नहीं थे और मौजूदा समय में अमित शाह के सिर पर भी बाल कम हैं।
पाकिस्तान को लौटाया हाजीपीर
इससे पहले शाह ने कहा कि मैं इसी देश के इतिहास के कुछ घटनाएँ बताता हूं। उन्होंने कहा कि 1948 में कश्मीर में हमारी सेनाएं निर्णायक बढ़त पर थी, सरदार पटेल ना बोलते रहे जवाहर लाल नेहरू ने एकतरफा युद्धविराम कर दिया था। शाह ने कहा कि 1960 में सिंधु जल पर भौगोलिक और रणनीतिक रूप से हम बड़े मजबूत थे। उन्होंने सिंधु समझौता क्या किया 80 प्रतिशत भारत का पानी पाकिस्तान को दे दिया। शाह ने कहा कि 1965 की लड़ाई में हाजीपीर जैसे रणनीतिक जगह पर हमने कब्जा किया तो 1966 में लौटा दिया।
केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि 1971 में इंदिरा का समर्थन किया। उन्होंने पाकिस्तान के दो टुकड़े किए और बहुत बड़ी विजय थी और हम सदियों तक गर्व करेंगे। पर हुआ क्या 93 हजार युद्धबंदी हमारे पास थे और 15 हजार वर्गकिलोमीटर क्षेत्र पाकिस्तान का हमारे पास था। उस वक्त पाकिस्तान की सेना का 42 फीसदी सेना बंदी, मगर शिमला में समझौता हुआ पीओके का मामला ही उलट गया
नेहरू जी का सिर मेरे जैसा
अमित शाह ने कहा कि 1962 के युद्ध में क्या हुआ 38 हजार वर्ग किलोमीटर अक्साई चिन का हिस्सा चीन को दे दिया गया। नेहरू ने क्या कहा कि वहां घास का एक तिनका भी नहीं उगता है उस जगह का क्या करूं। शाह ने कहा कि नेहरू जी का सिर मेरा जैसा था, एक संसद महावीर प्रसाद त्यागी जी ने कहा कि आपके सिर एक बाल नहीं वो भी चीन को भेज दें क्या। दरअसल, नेहरू जी के सिर पर एक भी बाल नहीं थे और मौजूदा समय में अमित शाह के सिर पर भी बाल कम हैं।
पाकिस्तान को लौटाया हाजीपीर
इससे पहले शाह ने कहा कि मैं इसी देश के इतिहास के कुछ घटनाएँ बताता हूं। उन्होंने कहा कि 1948 में कश्मीर में हमारी सेनाएं निर्णायक बढ़त पर थी, सरदार पटेल ना बोलते रहे जवाहर लाल नेहरू ने एकतरफा युद्धविराम कर दिया था। शाह ने कहा कि 1960 में सिंधु जल पर भौगोलिक और रणनीतिक रूप से हम बड़े मजबूत थे। उन्होंने सिंधु समझौता क्या किया 80 प्रतिशत भारत का पानी पाकिस्तान को दे दिया। शाह ने कहा कि 1965 की लड़ाई में हाजीपीर जैसे रणनीतिक जगह पर हमने कब्जा किया तो 1966 में लौटा दिया।
केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि 1971 में इंदिरा का समर्थन किया। उन्होंने पाकिस्तान के दो टुकड़े किए और बहुत बड़ी विजय थी और हम सदियों तक गर्व करेंगे। पर हुआ क्या 93 हजार युद्धबंदी हमारे पास थे और 15 हजार वर्गकिलोमीटर क्षेत्र पाकिस्तान का हमारे पास था। उस वक्त पाकिस्तान की सेना का 42 फीसदी सेना बंदी, मगर शिमला में समझौता हुआ पीओके का मामला ही उलट गया
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