ज्योति शर्मा, मथुरा: सोशल मीडिया पर प्रेमानंद महाराज से जुड़ी भ्रामक और अनर्गल ख़बरों के लगातार प्रसारण से महाराज के लाखों भक्तों की भावनाएँ बुरी तरह आहत हो रही हैं। इन झूठी और मनगढंत बातों के कारण लोग महाराज जी के स्वास्थ्य और स्थिति को लेकर चिंतित रहते हैं। इसी गंभीर मुद्दे को लेकर अब स्वयं प्रेमानंद महाराज ने कड़ी नाराज़गी और चिंता व्यक्त की है, साथ ही चेतावनी भी दी है।
प्रेमानंद महाराज ने ऐसे वीडियो बनाने वालों को सीधा संदेश देते हुए कहा, "जो ऐसे वीडियो बनाते हैं उनको समझना चाहिए, यह 'भागवत का अपराध' है। जैसे हजारों लोग दुखी हुए, तो उस दुख का कारण आप बने ना! फिर आपको भोगना पड़ेगा।" उन्होंने स्पष्ट किया कि केवल व्यूज और पैसा कमाना ही सब कुछ नहीं है। उन्होंने कहा, "व्यूज आपको रुपया दे सकता है लेकिन अपराध से मुक्त नहीं कर सकता है।"
महाराज जी ने भक्ति की पवित्रता को भंग करने पर गहरा दुःख व्यक्त किया। उन्होंने कहा, "उससे जो भक्तों के हृदय में दुख पहुंचता है, उसके परिणाम में ऐसा जो करता है, उसको अच्छा नहीं रहता। उसके लिए वह दुखदायक हो जाएगा।" उन्होंने ऐसे तत्वों को चेताया कि यह मार्ग श्रद्धा और भक्ति का है, इसमें किसी भी प्रकार की उदंडता नहीं चल सकती।
प्रेमानंद महाराज ने कहा, "यह श्रद्धा और भक्ति का मार्ग है। इसमें ज्यादा मतलब उदंडता नहीं करनी चाहिए, नहीं तो फिर भागवत दंड विधान लागू हो जाते हैं।"
विशेष रूप से YouTube, Facebook और Instagram जैसे प्लेटफॉर्म्स पर इन भ्रामक रीलों को वायरल करने वालों को सचेत करते हुए महाराज ने कहा कि जब इन गलत ख़बरों का दुष्परिणाम 'दुख एकत्रित' होकर सामने आएगा, तब वे उसे संभाल नहीं पाएँगे।
प्रेमानंद महाराज ने ऐसे वीडियो बनाने वालों को सीधा संदेश देते हुए कहा, "जो ऐसे वीडियो बनाते हैं उनको समझना चाहिए, यह 'भागवत का अपराध' है। जैसे हजारों लोग दुखी हुए, तो उस दुख का कारण आप बने ना! फिर आपको भोगना पड़ेगा।" उन्होंने स्पष्ट किया कि केवल व्यूज और पैसा कमाना ही सब कुछ नहीं है। उन्होंने कहा, "व्यूज आपको रुपया दे सकता है लेकिन अपराध से मुक्त नहीं कर सकता है।"
महाराज जी ने भक्ति की पवित्रता को भंग करने पर गहरा दुःख व्यक्त किया। उन्होंने कहा, "उससे जो भक्तों के हृदय में दुख पहुंचता है, उसके परिणाम में ऐसा जो करता है, उसको अच्छा नहीं रहता। उसके लिए वह दुखदायक हो जाएगा।" उन्होंने ऐसे तत्वों को चेताया कि यह मार्ग श्रद्धा और भक्ति का है, इसमें किसी भी प्रकार की उदंडता नहीं चल सकती।
प्रेमानंद महाराज ने कहा, "यह श्रद्धा और भक्ति का मार्ग है। इसमें ज्यादा मतलब उदंडता नहीं करनी चाहिए, नहीं तो फिर भागवत दंड विधान लागू हो जाते हैं।"
विशेष रूप से YouTube, Facebook और Instagram जैसे प्लेटफॉर्म्स पर इन भ्रामक रीलों को वायरल करने वालों को सचेत करते हुए महाराज ने कहा कि जब इन गलत ख़बरों का दुष्परिणाम 'दुख एकत्रित' होकर सामने आएगा, तब वे उसे संभाल नहीं पाएँगे।
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