अभय सिंह राठौड़, लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजनीति में एक दिलचस्प मोड़ सामने आया है। योगी आदित्यनाथ सरकार अब समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव के करीबी माने जाने वाले विधायक के होने जा रहे दामाद को सरकारी सेवा में बड़ा तोहफा देने जा रही है। बात हो रही है टीम इंडिया के क्रिकेटर रिंकू सिंह की, जिनकी सगाई हाल ही में सपा सांसद प्रिया सरोज से हुई है। प्रिया सरोज सपा विधायक तूफानी सरोज की बेटी हैं। अब उनके पति यानी क्रिकेटर रिंकू सिंह को शिक्षा विभाग में बड़ी जिम्मेदारी मिलने जा रही है।
प्रदेश सरकार ने रिंकू सिंह को अंतरराष्ट्रीय पदक विजेता सीधी भर्ती नियमावली-2022 के तहत बेसिक शिक्षा अधिकारी (BSA) पद पर नियुक्त करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इस संबंध में बेसिक शिक्षा निदेशक की ओर से आदेश भी जारी कर दिया गया है।
राजनीति और क्रिकेट का मेल
रिंकू सिंह की यह नियुक्ति केवल खेल उपलब्धियों तक सीमित नहीं है, बल्कि राजनीतिक हलकों में भी इसकी जोरदार चर्चा है। रिंकू सिंह ने हाल ही में मछलीशहर (जौनपुर) से सपा सांसद प्रिया सरोज से सगाई की है, जो सपा के वरिष्ठ नेता तूफानी सरोज की बेटी हैं, यानी अब रिंकू सिंह सीधे तौर पर समाजवादी पार्टी से जुड़े विधायक के दामाद बन चुके हैं, इसलिए विपक्षी हलकों में यह सवाल उठने लगा है कि क्या योगी सरकार का यह फैसला केवल खिलाड़ी को सम्मान देना है या इसके पीछे कोई सियासी समीकरण साधने की रणनीति भी छिपी है?
संघर्ष से स्टार तक का सफर
अलीगढ़ के एक साधारण परिवार में जन्मे रिंकू सिंह ने बचपन में गैस सिलेंडर पहुंचाने का काम किया है। डीपीएस स्कूल से क्रिकेट में पहचान मिली और आईपीएल के 2023 सीजन में धमाकेदार प्रदर्शन से वह देशभर में छा गए। 2025 के मेगा ऑक्शन में केकेआर ने उन्हें 13 करोड़ रुपये में रिटेन किया था। अब योगी सरकार ने उनकी नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इससे पहले भी सरकार ने विभिन्न खेलों के अंतरराष्ट्रीय पदक विजेताओं को सरकारी सेवा में जगह दी है, लेकिन रिंकू का मामला राजनीतिक जोड़ से और भी खास बन गया है। फिलहाल रिंकू सिंह और प्रिया सरोज का विवाह इस साल नवंबर में वाराणसी में होना तय था, लेकिन क्रिकेट शेड्यूल के चलते फिलहाल इसे टाल दिया गया है। नई तारीख जल्द घोषित होने की संभावना है।
प्रदेश सरकार ने रिंकू सिंह को अंतरराष्ट्रीय पदक विजेता सीधी भर्ती नियमावली-2022 के तहत बेसिक शिक्षा अधिकारी (BSA) पद पर नियुक्त करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इस संबंध में बेसिक शिक्षा निदेशक की ओर से आदेश भी जारी कर दिया गया है।
राजनीति और क्रिकेट का मेल
रिंकू सिंह की यह नियुक्ति केवल खेल उपलब्धियों तक सीमित नहीं है, बल्कि राजनीतिक हलकों में भी इसकी जोरदार चर्चा है। रिंकू सिंह ने हाल ही में मछलीशहर (जौनपुर) से सपा सांसद प्रिया सरोज से सगाई की है, जो सपा के वरिष्ठ नेता तूफानी सरोज की बेटी हैं, यानी अब रिंकू सिंह सीधे तौर पर समाजवादी पार्टी से जुड़े विधायक के दामाद बन चुके हैं, इसलिए विपक्षी हलकों में यह सवाल उठने लगा है कि क्या योगी सरकार का यह फैसला केवल खिलाड़ी को सम्मान देना है या इसके पीछे कोई सियासी समीकरण साधने की रणनीति भी छिपी है?
संघर्ष से स्टार तक का सफर
अलीगढ़ के एक साधारण परिवार में जन्मे रिंकू सिंह ने बचपन में गैस सिलेंडर पहुंचाने का काम किया है। डीपीएस स्कूल से क्रिकेट में पहचान मिली और आईपीएल के 2023 सीजन में धमाकेदार प्रदर्शन से वह देशभर में छा गए। 2025 के मेगा ऑक्शन में केकेआर ने उन्हें 13 करोड़ रुपये में रिटेन किया था। अब योगी सरकार ने उनकी नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इससे पहले भी सरकार ने विभिन्न खेलों के अंतरराष्ट्रीय पदक विजेताओं को सरकारी सेवा में जगह दी है, लेकिन रिंकू का मामला राजनीतिक जोड़ से और भी खास बन गया है। फिलहाल रिंकू सिंह और प्रिया सरोज का विवाह इस साल नवंबर में वाराणसी में होना तय था, लेकिन क्रिकेट शेड्यूल के चलते फिलहाल इसे टाल दिया गया है। नई तारीख जल्द घोषित होने की संभावना है।