ईटानगर: अरुणाचल प्रदेश में इस साल दुनिया की सबसे ज्यादा मानसून की बारिश हो रही है। भारी बारिश और भूस्खलन से राज्य में काफी नुकसान हुआ है। मई महीने के आखिर से अब तक नौ लोगों की जान जा चुकी है। केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने यह जानकारी दी। राज्य सरकार ने मृतकों के परिवारों को 4 लाख रुपये की सहायता देने का ऐलान किया है। वहीं मुख्यमंत्री पेमा खांडू ने लोगों से सतर्क रहने और जरूरी सावधानी बरतने की अपील की है।
किरेन रिजिजू ने वीडियो किया पोस्ट
केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने अपने X अकाउंट पर लिखा कि अरुणाचल प्रदेश में दुनिया की सबसे ज़्यादा मानसून की बारिश हो रही है। रिजिजू ने एक वीडियो भी शेयर किया है। इसमें एक आदमी अंजॉ जिले में एक पारंपरिक पुल पार कर रहा है। यह जगह भारत, चीन और म्यांमार की सीमा के पास है। उन्होंने लोगों से सावधान रहने और सुरक्षित रहने को कहा है। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार हर संभव मदद करेगी।
पोस्ट पर क्या बोले यूजर?
किरेन रिजिजू के इस पोस्ट पर यूजर ने कमेंट किया कि सर, आप भी तो केंद्रीय मंत्री हैं। आप भी तो एक पुल बनवा सकते हैं। क्या ये आप के अधिकार क्षेत्र में नहीं आता? वहीं एक और यूजर ने लिखा है कि चीन ने LAC तक पुल और अच्छी सड़कें बना ली हैं, लेकिन भारत की नाकामी यह है कि उसने पुराने और जीर्ण-शीर्ण पुल की मरम्मत तक नहीं की। अब समय आ गया है कि भारत LAC तक पुल और सड़कों के लिए गंभीरता से निवेश करे या काम करे।
मारे गए लोगों के परिवारों के लिए मदद का ऐलान
उधर, अरुणाचल सरकार ने भूस्खलन में मारे गए लोगों के परिवारों को 4 लाख रुपये की आर्थिक मदद देने की घोषणा की है। पिछले 48 घंटों में राज्य में भूस्खलन की कई घटनाएँ हुई हैं। 29 मई से हो रही लगातार बारिश के कारण यह स्थिति बनी है। पूर्वी कामेंग जिले में सात और लोअर सुबनसिरी जिले में दो लोगों की जान चली गई। मुख्यमंत्री पेमा खांडू ने इन मौतों पर दुख जताया है। उन्होंने कहा कि सरकार प्रभावित लोगों को हर संभव सहायता देगी। उन्होंने जिला प्रशासन को जरूरी कदम उठाने के निर्देश दिए हैं। राज्य के गृह मंत्री और स्थानीय MLA मामा नटुंग और केंद्रीय मंत्री रिजिजू ने भी मृतकों के प्रति शोक व्यक्त किया है।
पूर्वी कामेंग जिले में सात लोगों की मौत
पूर्वी कामेंग जिले में सात लोगों की जान चली गई। इनमें दो महिलाएं और दो बच्चे शामिल हैं। यह घटना तब हुई जब एक गाड़ी बाना-सेप्पा मार्ग पर भूस्खलन की चपेट में आ गई। इसमें दो परिवार के लोग सवार थे। लोअर सुबनसिरी जिले में भी एक दुखद घटना हुई। यहां एक गोभी के खेत में काम कर रहे दो मजदूरों की भूस्खलन से मौत हो गई। दो अन्य मजदूरों को बचा लिया गया। यह घटना ज़ीरो-कामेंग रोड के पास पाइन ग्रोव इलाके में हुई।
लोगों से सतर्क रहने की अपील
मुख्यमंत्री खांडू ने लोगों से सतर्क रहने की अपील की है। उन्होंने कहा कि अनावश्यक यात्रा से बचें, खासकर रात के समय। उन्होंने लोगों से नदियों और जलाशयों के पास न जाने की भी सलाह दी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी संबंधित विभाग आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं। बारिश और भूस्खलन के कारण कई सड़कें बंद हो गई हैं। इससे लोगों को आने-जाने में परेशानी हो रही है। सरकार सड़कें खुलवाने की कोशिश कर रही है। लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है। मौसम विभाग ने अगले कुछ दिनों तक भारी बारिश की चेतावनी दी है।
किरेन रिजिजू ने वीडियो किया पोस्ट
केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने अपने X अकाउंट पर लिखा कि अरुणाचल प्रदेश में दुनिया की सबसे ज़्यादा मानसून की बारिश हो रही है। रिजिजू ने एक वीडियो भी शेयर किया है। इसमें एक आदमी अंजॉ जिले में एक पारंपरिक पुल पार कर रहा है। यह जगह भारत, चीन और म्यांमार की सीमा के पास है। उन्होंने लोगों से सावधान रहने और सुरक्षित रहने को कहा है। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार हर संभव मदद करेगी।
Sir aap bhi to kentri mantri ho aap bhi to ek pull bana sakte the kya ye aap ke adhikar shetr m nhi aata h kya
— Harish Joshi (@HarishJ14734271) June 2, 2025
पोस्ट पर क्या बोले यूजर?
किरेन रिजिजू के इस पोस्ट पर यूजर ने कमेंट किया कि सर, आप भी तो केंद्रीय मंत्री हैं। आप भी तो एक पुल बनवा सकते हैं। क्या ये आप के अधिकार क्षेत्र में नहीं आता? वहीं एक और यूजर ने लिखा है कि चीन ने LAC तक पुल और अच्छी सड़कें बना ली हैं, लेकिन भारत की नाकामी यह है कि उसने पुराने और जीर्ण-शीर्ण पुल की मरम्मत तक नहीं की। अब समय आ गया है कि भारत LAC तक पुल और सड़कों के लिए गंभीरता से निवेश करे या काम करे।
मारे गए लोगों के परिवारों के लिए मदद का ऐलान
उधर, अरुणाचल सरकार ने भूस्खलन में मारे गए लोगों के परिवारों को 4 लाख रुपये की आर्थिक मदद देने की घोषणा की है। पिछले 48 घंटों में राज्य में भूस्खलन की कई घटनाएँ हुई हैं। 29 मई से हो रही लगातार बारिश के कारण यह स्थिति बनी है। पूर्वी कामेंग जिले में सात और लोअर सुबनसिरी जिले में दो लोगों की जान चली गई। मुख्यमंत्री पेमा खांडू ने इन मौतों पर दुख जताया है। उन्होंने कहा कि सरकार प्रभावित लोगों को हर संभव सहायता देगी। उन्होंने जिला प्रशासन को जरूरी कदम उठाने के निर्देश दिए हैं। राज्य के गृह मंत्री और स्थानीय MLA मामा नटुंग और केंद्रीय मंत्री रिजिजू ने भी मृतकों के प्रति शोक व्यक्त किया है।
पूर्वी कामेंग जिले में सात लोगों की मौत
पूर्वी कामेंग जिले में सात लोगों की जान चली गई। इनमें दो महिलाएं और दो बच्चे शामिल हैं। यह घटना तब हुई जब एक गाड़ी बाना-सेप्पा मार्ग पर भूस्खलन की चपेट में आ गई। इसमें दो परिवार के लोग सवार थे। लोअर सुबनसिरी जिले में भी एक दुखद घटना हुई। यहां एक गोभी के खेत में काम कर रहे दो मजदूरों की भूस्खलन से मौत हो गई। दो अन्य मजदूरों को बचा लिया गया। यह घटना ज़ीरो-कामेंग रोड के पास पाइन ग्रोव इलाके में हुई।
लोगों से सतर्क रहने की अपील
मुख्यमंत्री खांडू ने लोगों से सतर्क रहने की अपील की है। उन्होंने कहा कि अनावश्यक यात्रा से बचें, खासकर रात के समय। उन्होंने लोगों से नदियों और जलाशयों के पास न जाने की भी सलाह दी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी संबंधित विभाग आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं। बारिश और भूस्खलन के कारण कई सड़कें बंद हो गई हैं। इससे लोगों को आने-जाने में परेशानी हो रही है। सरकार सड़कें खुलवाने की कोशिश कर रही है। लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है। मौसम विभाग ने अगले कुछ दिनों तक भारी बारिश की चेतावनी दी है।
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