गुवाहाटी: असम के मुख्य सूचना आयुक्त (सीआईसी) भास्कर ज्योति महंत ने गायक जुबिन गर्ग की मौत से जुड़े मामले में अपने भाई की गिरफ्तारी के बाद गुरुवार को पद से इस्तीफा दे दिया। महंत ने राज्यपाल को पत्र भेजकर अपने इस्तीफे की घोषणा की। उनके छोटे भाई श्यामकानु को दी गई सरकारी धनराशि से संबंधित जानकारी मांगने के लिए सूचना के अधिकार (आरटीआई) के तहत एक याचिका दायर की गई थी। महंत ने कहा कि वे नहीं चाहते कि उनके भाई से जुड़े मामले के कारण लोगों के मन में कोई संदेह रहे। दरअसल असम पुलिस की सीआईडी का 10 सदस्यीय विशेष जांच दल (एसआईटी) जुबिन गर्ग की मृत्यु मामले की जांच कर रहा है।
भास्कर ज्योति महंत ने क्या कहा?
भास्कर ज्योति महंत ने फेसबुक पर अपने पोस्ट में लिखा कि आप सभी जानते हैं कि मेरे भाई श्यामकानु महंत का नाम हाल ही में सभी के प्रिय कलाकार जुबिन गर्ग की मृत्यु से जुड़ा है। इस संदर्भ में मेरी अंतरात्मा मुझसे कह रही थी कि यदि कोई मेरे भाई के बारे में किसी प्रकार की जानकारी मांगता है, तो मुझे अपनी जिम्मेदारियों से इस्तीफा दे देना चाहिए ताकि लोगों के मन में किसी भी प्रकार का संदेह या आशंका न रहे।
डीजीपी पद से रिटायर होने के बाद बने थे सीआईसी
भास्कर महंत ने कहा कि उन्होंने अपने निर्णय के बारे में मुख्यमंत्री कार्यालय को पहले ही सूचित कर दिया था। असम पुलिस के महानिदेशक के पद से रिटायर होने के बाद उन्होंने पांच अप्रैल 2023 को सीआईसी के रूप में पदभार ग्रहण किया था।
कब हुई थी जुबिन गर्ग की मौत?
जुबिन गर्ग (52) की 19 सितंबर को सिंगापुर में समुद्र में तैरते समय रहस्यमय परिस्थितियों में मौत हो गई थी। वह श्यामकानु महंत और उनकी कंपनी की ओर से आयोजित चौथे पूर्वोत्तर भारत महोत्सव में हिस्सा लेने के लिए सिंगापुर गए थे। असम पुलिस की सीआईडी का 10 सदस्यीय विशेष जांच दल (एसआईटी) जुबिन गर्ग की मृत्यु मामले की जांच कर रहा है।
गर्ग मामले की चल रही जांच
मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने दावा किया है कि गर्ग की हत्या सिंगापुर में की गई, जबकि मामले की जांच चल रही थी। सिंगापुर पुलिस फोर्स (एसपीएफ) भी गर्ग की मौत की स्वतंत्र रूप से जांच कर रहा है।
भास्कर ज्योति महंत ने क्या कहा?
भास्कर ज्योति महंत ने फेसबुक पर अपने पोस्ट में लिखा कि आप सभी जानते हैं कि मेरे भाई श्यामकानु महंत का नाम हाल ही में सभी के प्रिय कलाकार जुबिन गर्ग की मृत्यु से जुड़ा है। इस संदर्भ में मेरी अंतरात्मा मुझसे कह रही थी कि यदि कोई मेरे भाई के बारे में किसी प्रकार की जानकारी मांगता है, तो मुझे अपनी जिम्मेदारियों से इस्तीफा दे देना चाहिए ताकि लोगों के मन में किसी भी प्रकार का संदेह या आशंका न रहे।
डीजीपी पद से रिटायर होने के बाद बने थे सीआईसी
भास्कर महंत ने कहा कि उन्होंने अपने निर्णय के बारे में मुख्यमंत्री कार्यालय को पहले ही सूचित कर दिया था। असम पुलिस के महानिदेशक के पद से रिटायर होने के बाद उन्होंने पांच अप्रैल 2023 को सीआईसी के रूप में पदभार ग्रहण किया था।
कब हुई थी जुबिन गर्ग की मौत?
जुबिन गर्ग (52) की 19 सितंबर को सिंगापुर में समुद्र में तैरते समय रहस्यमय परिस्थितियों में मौत हो गई थी। वह श्यामकानु महंत और उनकी कंपनी की ओर से आयोजित चौथे पूर्वोत्तर भारत महोत्सव में हिस्सा लेने के लिए सिंगापुर गए थे। असम पुलिस की सीआईडी का 10 सदस्यीय विशेष जांच दल (एसआईटी) जुबिन गर्ग की मृत्यु मामले की जांच कर रहा है।
गर्ग मामले की चल रही जांच
मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने दावा किया है कि गर्ग की हत्या सिंगापुर में की गई, जबकि मामले की जांच चल रही थी। सिंगापुर पुलिस फोर्स (एसपीएफ) भी गर्ग की मौत की स्वतंत्र रूप से जांच कर रहा है।
You may also like

भरनो में चला वाहन जांच अभियान, डेढ लाख रूपए की हुई वसूली

खनिज संपदा से परिपूर्ण झारखंड को झामुमो-भाजपा ने बनाया गरीब : जयराम

गीले और सूखे कूड़े को अलग कर साकार होगा स्वच्छ रांची का सपना : अपर प्रशासक

बिहार चुनाव: घुसपैठ से लेकर जंगलराज तक, तेज़ हुई बयानबाज़ी, सभी दलों ने किए बड़े दावे

ED ने सुरेश रैना और शिखर धवन पर लिया बड़ा एक्शन, दोनों पर हुई करवाई, इतने करोड़ की सम्पति हुई जब्त




