आजकल की लड़कियाँ अपनी स्किन को लेकर बेहद सजग हैं। कोई महंगे स्किन केयर प्रोडक्ट्स का सहारा लेती हैं, तो कोई घरेलू नुस्खों पर भरोसा करती हैं। अगर आप भी नेचुरल चीज़ों का इस्तेमाल करना पसंद करती हैं, तो कच्चा दूध आपकी त्वचा के लिए चमत्कारी साबित हो सकता है।
कच्चा दूध, जो हर घर में आसानी से मिल जाता है, त्वचा के लिए एक संपूर्ण सौंदर्य औषधि है। इसमें मौजूद लैक्टिक एसिड, विटामिन्स और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण स्किन को गहराई से साफ करने के साथ-साथ उसे पोषण भी देते हैं।
आइए जानते हैं कि कच्चा दूध आपकी स्किन के लिए कैसे काम करता है:
1. स्क्रब के रूप में – चमकती त्वचा के लिए नेचुरल एक्सफोलिएशन
थोड़ा सा कच्चा दूध लें और उसमें ओट्स (जई) मिलाकर गाढ़ा पेस्ट बना लें। इसे चेहरे पर लगाकर सर्कुलर मोशन में मसाज करें।
फायदा:
ओट्स मृत कोशिकाएं हटाते हैं
दूध त्वचा को नमी और पोषण देता है
सप्ताह में 1–2 बार इस्तेमाल से स्किन बनेगी साफ और ग्लोइंग।
2. क्लींजर के रूप में – गहराई से सफाई
एक कॉटन बॉल को कच्चे दूध में डुबोकर चेहरे और गर्दन पर हल्के हाथों से लगाएं।
फायदा:
धूल, तेल और गंदगी हटती है
लैक्टिक एसिड पोर्स को साफ करता है
रोज़ाना उपयोग से त्वचा हो जाएगी साफ और फ्रेश।
3. मॉइस्चराइज़र के रूप में – कोमल और हाइड्रेटेड स्किन
कच्चे दूध को चेहरे पर लगाकर 15-20 मिनट छोड़ दें। फिर ठंडे पानी से धो लें।
फायदा:
स्किन को गहराई से नमी मिलती है
विटामिन्स त्वचा को बनाते हैं मुलायम और हेल्दी
सर्दियों में या रूखी त्वचा के लिए बेस्ट उपाय।
4. टोनर के रूप में – एक समान स्किन टोन और खुलते पोर्स
कच्चे दूध और गुलाब जल को मिलाकर एक टोनिंग मिक्स बनाएं। कॉटन से लगाएं या स्प्रे करें।
फायदा:
स्किन टोन सुधरती है
गंदगी और ऑइल साफ होता है
रोज़ाना इस्तेमाल से त्वचा दिखेगी जवां और तरोताज़ा।
यह भी पढ़ें:
गर्मी के मौसम में वजन कम करना अब आसान! रोजाना खाएं यह खास फल और देखें चमत्कारी बदलाव
You may also like
भाजपा बंगालियों को 'बांग्लादेशी' का टैग देना चाहती है : राजीव बनर्जी
नवीन पटनायक ने बीजद के विरोध प्रदर्शन पर पुलिस कार्रवाई को लेकर सरकार की आलोचना की
अभय सिंह चौटाला को जान से मारने की धमकी, करण चौटाला ने सरकार और प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल उठाए
अमित शाह ने भारत के नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए पीएम मोदी का जताया आभार
सुरों की 'मिश्रबानी' : संगीत की अद्भुत शैलियों के जनक, यूनेस्को तक से मिला सम्मान