जामनगर, 5 जुलाई . हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी और केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल ने गुजरात के जामनगर स्थित वंतारा का शनिवार को दौरा किया. सीएम सैनी ने वंतारा की अनूठी पहल की सराहना करते हुए इसे देश का गौरव बताया.
हरियाणा के मुख्यमंत्री ने कहा, “हमें यहां आने का अवसर मिला, यह अद्भुत है. यह केंद्र न केवल पशुओं के पुनर्वास और उपचार के लिए एक अनुकरणीय मॉडल है, बल्कि पर्यावरण संरक्षण और जैव-विविधता को बढ़ावा देने में भी महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है.”
मुख्यमंत्री सैनी ने वंतारा के दौरे के अनुभव को साझा करते हुए कहा, “यहां आना एक अद्भुत अनुभव रहा. वंतारा देश-विदेश से घायल और संकटग्रस्त पशुओं को बचाकर उनका उपचार करता है. यहां लुप्तप्राय प्रजातियों को संरक्षित करने का कार्य भी हो रहा है, जो सराहनीय है. मैं अनंत अंबानी और उनकी पूरी टीम को इस अनूठी पहल के लिए बधाई देता हूं.”
उन्होंने बताया कि हरियाणा में भी राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) के निकट एक जंगल सफारी केंद्र स्थापित करने की योजना पर विचार किया जा रहा है, ताकि लाखों लोग प्रकृति और वन्यजीवों के बीच समय बिता सकें.
वंतारा के पर्यावरणीय योगदान पर प्रकाश डालते हुए सीएम सैनी ने कहा कि इस केंद्र के आसपास लाखों पेड़ लगाए गए हैं, जिससे क्षेत्र का तापमान लगभग चार डिग्री कम हुआ है और वर्षा में भी वृद्धि हुई है. जब इस प्रोजेक्ट की शुरुआत हुई थी, तब यहां पेड़ों की संख्या बहुत कम थी, लेकिन आज यह क्षेत्र हरा-भरा है. यह पर्यावरण और वन्यजीवों के लिए अनुकूल वातावरण का प्रतीक है.
केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल ने भी वंतारा के संरक्षण प्रयासों की प्रशंसा की और इसे हरियाणा में जंगल सफारी केंद्र स्थापित करने के लिए प्रेरणादायक बताया. उन्होंने कहा कि अंबानी परिवार द्वारा यहां बनाई गई जंगल सफारी की तरह, हम हरियाणा में भी ऐसा ही सफारी बनाना चाहते हैं. हम यहां यह समीक्षा करने आए थे कि दिल्ली के नजदीक गुरुग्राम में सफारी बनाने के लिए हमें क्या-क्या चाहिए. हम जो भी बेहतरीन कार्यप्रणालियां देखेंगे, उन्हें लागू करेंगे.
मनोहर लाल ने अनंत अंबानी को इस परियोजना के लिए बधाई देते हुए कहा, “मुझे यहां आकर बहुत अच्छा लगा. वंतारा में देश-विदेश की विभिन्न प्रजातियों के जानवरों को संरक्षित किया जा रहा है. यहां जानवरों के लिए अस्पताल और सहायता केंद्र जैसी सुविधाएं प्रशंसनीय हैं. वंतारा में विश्वस्तरीय सुविधाओं के साथ वन्यजीवों के संरक्षण और देखभाल का मॉडल न केवल भारत, बल्कि वैश्विक स्तर पर भी प्रेरणा है.”
उन्होंने कहा कि यहां देश और दुनिया भर से जानवरों की अलग-अलग प्रजातियां है. मुझे आकर यहां काफी अच्छा लगा. उन्होंने जानवरों के लिए अस्पताल और सहायता केंद्र बनाए हैं. उनका एक प्रयास काफी सराहनीय है. मैं अनंत अंबानी को इस तरह के नए कामों के लिए बधाई और शुभकामनाएं देता हूं. इस तरह के काम पैशन से होते हैं और मैं उनके इस पैशन की सराहना करता हूं.
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एकेएस/एकेजे
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