कोलकाता, 31 मई . सोशल मीडिया पर विशेष समुदाय की धार्मिक भावनाओं को भड़काने को लेकर किए गए पोस्ट पर तृणमूल कांग्रेस के नेता कुणाल घोष ने शनिवार को निशाना साधा. उन्होंने धार्मिक भावनाओं को आहत करने को गलत बताया.
धर्म के आधार पर किसी भी भेदभाव और विभाजन का विरोध करते हुए तृणमूल नेता ने कहा, “हमारा स्पष्ट रुख है कि हम धर्म के आधार पर किसी भी तरह के विभाजन या भेदभाव के पक्ष में नहीं हैं. हम ऐसी कोई भी चीज पोस्ट नहीं करते हैं. हम ऐसी चीजों का समर्थन नहीं करते हैं.”
मामले पर जरूरी कानूनी कार्रवाई का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, “अगर इसके लिए कोई कानूनी कार्रवाई की जरूरत होगी, तो वह की जाएगी. हम नहीं चाहते कि किसी भी वर्ग को ठेस पहुंचे, किसी भी तरह के भेदभाव की कोशिश हो, धर्म के नाम पर कोई विभाजन नहीं होना चाहिए.”
उल्लेखनीय है कि कोलकाता की एक अदालत ने शनिवार को एक विशेष समुदाय की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के आरोप में कानून की छात्रा शर्मिष्ठा पनोली को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया.
22 वर्षीय लॉ छात्रा को कोलकाता पुलिस ने हरियाणा के गुरुग्राम से दिन में ही गिरफ्तार कर लिया था और ट्रांजिट रिमांड पर वापस कोलकाता लाया गया. उसे शनिवार दोपहर कोलकाता के सिटी कोर्ट में पेश किया गया और मामले में विस्तृत सुनवाई के बाद आखिरकार उसे 13 जून तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया.
इंस्टाग्राम पर एक वीडियो पोस्ट करने के लिए 15 मई को गार्डन रीच पुलिस स्टेशन में उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई थी. इसमें उसने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर कुछ टिप्पणियां की थीं, जिससे कथित तौर पर एक विशेष समुदाय की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंची थी.
कड़ी आलोचनाओं के बाद उसने वह वीडियो हटा दिया और मामले में सार्वजनिक रूप से माफी भी मांगी. हालांकि, दर्ज एफआईआर के आधार पर पुलिस ने पहले उसे नोटिस भेजा और बाद में गुरुग्राम से गिरफ्तार किया.
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एससीएच/एकेजे
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