New Delhi, 6 नवंबर . बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण का मतदान संपन्न हो गया है. दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र की जीवंत लोकतांत्रिक प्रक्रिया को देखने के लिए छह देशों के 16 अंतरराष्ट्रीय प्रतिनिधियों का एक समूह बिहार पहुंचा था.
इस दल में इंडोनेशिया, दक्षिण अफ्रीका, फिलीपींस, कोलंबिया, थाईलैंड और बेल्जियम के चुनाव अधिकारी और राजनयिक शामिल थे. यह दल भारतीय चुनाव आयोग के अंतरराष्ट्रीय चुनाव आगंतुक कार्यक्रम (आईईवीपी) के तहत India का दौरा कर रहा था.
प्रतिनिधियों ने चुनाव प्रक्रिया के विभिन्न पहलुओं जैसे मतदान केंद्रों की व्यवस्था से लेकर तकनीक के उपयोग और मतदाता सुविधा तक का अवलोकन किया और इस बात की प्रत्यक्ष जानकारी प्राप्त की कि India अपने विशाल चुनावों को कैसे कुशलता और पारदर्शिता के साथ संचालित करता है.
इंडोनेशिया के कोमिसी पेमिलिहान उमुम (केपीयू) के आयुक्त इधम होलिक ने समाचार एजेंसी से बात करते हुए कहा, “बिहार में मेरा अनुभव बहुत प्रेरणादायक रहा है. हर कोई देख सकता है कि चुनाव स्वतंत्र और निष्पक्ष हैं. India वास्तव में लोकतंत्र की भूमि है.”
दक्षिण अफ्रीका दूतावास के मशुदुबेले सेदुला मामाबोबो ने भारतीय चुनाव प्रणाली में तकनीक के इस्तेमाल की सराहना की. उन्होंने कहा, “बिहार के चुनाव अद्भुत हैं. हमने बहुत सी ऐसी बातें सीखीं जो हम दक्षिण अफ्रीका में साझा कर सकते हैं. हमने कठिन सवाल पूछे और अधिकारियों ने संतोषजनक जवाब दिए.”
उन्होंने कहा कि India में इस्तेमाल की जाने वाली डिजिटल प्रणाली दक्षिण अफ्रीका की कागजी प्रक्रिया से कहीं आगे है. बिहार के मतदाताओं में उत्साह अद्भुत देखने को मिला है.
फिलीपींस गणराज्य के दूतावास के रोजेलियो बी. सिल्वा जूनियर ने भी भारतीय चुनाव आयोग (ईसीआई) और बिहार के मुख्य निर्वाचन अधिकारी की ‘उत्कृष्ट व्यवस्था’ की सराहना की. उन्होंने कहा, “हम पारदर्शी और तेज चुनाव प्रक्रिया से प्रभावित हुए. नवाचार और तकनीक का मिश्रण नागरिकों के लिए मतदान को आसान बनाता है.”
अंतरराष्ट्रीय चुनाव आगंतुक कार्यक्रम अन्य देशों और अंतरराष्ट्रीय संगठनों के चुनाव प्रबंधन निकायों के साथ अंतरराष्ट्रीय सहयोग और जुड़ाव के लिए ईसीआई का एक प्रमुख कार्यक्रम है.
अंतरराष्ट्रीय चुनाव आगंतुक कार्यक्रम 2014 में शुरू हुआ था और चुनाव प्रबंधन निकायों एवं वैश्विक लोकतांत्रिक संस्थानों के साथ अंतरराष्ट्रीय जुड़ाव के लिए ईसीआई के प्रमुख मंच के रूप में कार्य करता है. इस कार्यक्रम के माध्यम से, India अपनी चुनावी सर्वोत्तम प्रथाओं को प्रदर्शित करता है और भागीदार देशों के साथ पारस्परिक शिक्षा को बढ़ावा देता है.
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एसएके/डीकेपी
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