लाहौल-स्पीति, 30 जून . केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू हिमाचल प्रदेश की चार दिवसीय यात्रा पर थे. दौरा समाप्त होने पर उन्होंने वहां के लोगों का आभार व्यक्त किया है. रिजिजू हिमाचल प्रदेश में 4 दिवसीय दौरे पर गए, जहां उन्होंने अलग-अलग कई कार्यक्रमों में हिस्सा लिया. कई महत्वपूर्ण परियोजनाओं की आधारशिला भी रखी. हिमाचल की यात्रा पूरी होने के बाद किरेन रिजिजू ने अपनी प्रतिक्रिया दी है.
किरेन रिजिजू ने अपने 4 दिन के दौरे की कुछ झलकियां एक छोटे से वीडियो के जरिए दिखाईं. इस वीडियो को उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर साझा किया था. तस्वीरों में हिमाचल के कठिन रास्तों से लेकर वहां की संस्कृति, खान-पान और प्राकृतिक सुंदरता का मिला-जुला एहसास था. रिजिजू अपनी कार से एक ऐसे रास्ते से होकर गुजरे, जो बहुत कठिन था. उनके साथ कार में मोहित चौहान भी थे.
केंद्रीय मंत्री ने ‘एक्स’ पर लिखा, “हिमाचल प्रदेश की जनता के प्रति कृतज्ञता एवं आभार. किन्नौर, स्पीति और लाहौल के सीमावर्ती क्षेत्रों का मेरा 4 दिवसीय दौरा समाप्त हो गया है. यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उन लोगों और स्थानों तक पहुंचने की प्रतिबद्धता को आगे बढ़ा रहा है, जहां पहुंचना मुश्किल है.”
हिमाचल दौरे के समय रिजिजू ने अलग-अलग जगहों पर भाजपा के दिग्गज नेताओं से मुलाकात की थी. यात्रा समाप्त होने के बाद रिजिजू ने सभी का आभार व्यक्त किया.
उन्होंने ‘एक्स’ पर लिखा, “पूर्व सीएम जयराम ठाकुर, मंडी लोकसभा की सांसद कंगना रनौत, स्टार मोहित चौहान, विधायक अनुराधा राणा, पूर्व मंत्री गोविंद ठाकुर, पूर्व विधायक रवि ठाकुर, किन्नौर और लाहौल स्पीति जिलों के डीसी और अधिकारीगण, स्थानीय जनप्रतिनिधि, साधु-संतों, भाजपा कार्यकर्ताओं और हिमाचल प्रदेश के सबसे प्यारे लोगों का मैं विशेष आभार व्यक्त करता हूं.”
लाहौल स्पीति में केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने एक संदेश में कहा, “पहाड़ी और आदिवासी इलाकों में भाषा और संस्कृति कमोबेश एक जैसी ही होती है, लेकिन हमारे आदिवासी लोग ‘वन-टू-वन’ रिश्तों में विश्वास करते हैं. यानी उन्हें आपको व्यक्तिगत रूप से जानने की जरूरत होती है.”
–
डीसीएच/केआर
The post किरेन रिजिजू की चार दिवसीय हिमाचल यात्रा संपन्न, प्रदेशवासियों का जताया आभार first appeared on indias news.
You may also like
'आओगे जब तुम ओ साजना…' के बाद युवाओं में बढ़ा उस्ताद राशिद खान का क्रेज
सावन विशेष : तीन पत्तियां ही नहीं, कई और तरह के होते हैं बेल पत्र, 'सफेद' का है खास महत्व
'जहाँ इंसान नहीं, साए भी कांपते हैं'...' जानिए क्यों ईरान की Evin Jail को कहा जाता है दुनिया की सबसे क्रूर जेल ?
विवाह के बाद इन गलतियों से बचें पुरुष, वरना बर्बाद हो जाएगी शादीशुदा जिंदगी!
बड़ों के पैर छूना परंपरा नहीं, इसके पीछे छिपे हैं कई गहरे राज