नई दिल्ली, 10 मई . आईएमएफ द्वारा पाकिस्तान को 1 बिलियन डॉलर का लोन दिए जाने पर राजद सांसद मनोज कुमार झा ने कहा कि आईएमएफ को लोन देने पहले सोचना चाहिए था.
समाचार एजेंसी से बातचीत के दौरान राजद सांसद ने कहा, “आईएमएफ की ओर से जिस तरह से पाकिस्तान को लोन दिया गया, इस पर कई बातें कही जा रही हैं. लेकिन, मैं एक महत्वपूर्ण बात कहना चाहूंगा कि जिन देशों या संस्थाओं ने यह फैसला लिया है, उन्हें गंभीरता से विचार करना चाहिए कि यह रकम पाकिस्तान के लोगों के लिए है या आतंकी प्रयोगशालाओं के लिए. जब सच्चाई सामने आएगी, तो वे भी चौंक जाएंगे.”
राजद सांसद ने आगे कहा कि पूरी दुनिया को भारत और पाकिस्तान की आर्मी के बीच का अंतर भी देखना चाहिए. पाकिस्तान जो नापाक हरकत कर रहा है, हमारे सशस्त्र बल और हमारी सरकार पूरी तरह मुंहतोड़ जवाब देने में सक्षम हैं. मैंने सेना और रक्षा मंत्रालय की प्रेस ब्रीफिंग सुनी और मैं लोगों से आग्रह करता हूं कि वे तथाकथित स्रोतों और टेलीविजन चैनलों पर ध्यान न दें. विदेश मंत्रालय की ब्रीफिंग से यह बिल्कुल स्पष्ट है कि हमने कभी भी स्थिति को बढ़ाने की कोशिश नहीं की. ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की पहली रात को नागरिकों या सैन्य प्रतिष्ठानों पर कोई हमला नहीं हुआ, लेकिन पाकिस्तानी सेना की ओर से प्रतिक्रिया पूरी तरह से विपरीत थी. पाकिस्तान की नापाक हरकत में हमने अपने लोगों को गंवाया.”
पीडीपी प्रमुख के सोशल मीडिया पोस्ट पर राजद सांसद ने कहा कि हमें यह देखना चाहिए कि हमारी सेना जो प्रेस वार्ता में बता रही है, हमेशा उन्हीं की बातों पर गौर करना है. सूत्र या सोशल मीडिया पर फैलाई जा रही खबरों पर ध्यान नहीं देना है. भारत-पाक के बीच तनाव है और जिस तरह से पहलगाम में आतंकवादी हमले हुए, एक चिंगारी लगाई गई. लेकिन, इस देश की खूबसूरत मिट्टी ने उसे दरकिनार कर दिया. मैं तमाम मुल्क से यह कहना चाहूंगा कि वह भारत और पाक की आर्मी के बीच अंतर को देखे, इसके बाद फैसला करे.
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डीकेएम/एबीएम
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