हाल ही में, इंदौर के पास के गौतमपुरा में एक युवक की आत्महत्या ने ऑनलाइन ठगी के बढ़ते मामलों की गंभीरता को उजागर किया है। पहले, बड़े शहरों के युवा सोशल मीडिया पर गेम टास्क या धोखाधड़ी का शिकार होते थे, लेकिन अब यह समस्या ग्रामीण क्षेत्रों में भी फैल गई है।
22 वर्षीय यश नामदेव, जो एक मध्यमवर्गीय परिवार से था, ने 11 जून को टेलीग्राम पर एक टास्क ग्रुप में शामिल होने का निर्णय लिया। इस समूह में पैसे को दोगुना करने का लालच दिया गया। यश ने पहले छोटे-छोटे पैसे ट्रांसफर किए, लेकिन जल्द ही उसकी राशि बढ़कर 1 लाख 30 हजार रुपये तक पहुंच गई।
जब यश ने समूह से अपने पैसे वापस मांगे, तो उसे टास्क पूरा करने के लिए कहा गया। यश ने जब महसूस किया कि वह धोखे का शिकार हो रहा है, तब उसने आत्महत्या का निर्णय लिया। उसने फांसी लगाने से पहले दो वीडियो बनाए, जिसमें उसने अपनी स्थिति के बारे में बताया।
पुलिस ने प्रारंभिक जांच के दौरान यश के मोबाइल से एक वीडियो प्राप्त किया, जिसमें वह अपनी आत्महत्या की योजना के बारे में बात कर रहा था। यह घटना न केवल यश के परिवार के लिए बल्कि पूरे समुदाय के लिए एक चेतावनी है कि ऑनलाइन ठगी के प्रति जागरूक रहना कितना आवश्यक है।
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