किसिंग डिजीज, जिसे आमतौर पर मोनो (मोनोन्यूक्लिओसिस) कहा जाता है, एक ऐसी बीमारी है जो किस करने से फैल सकती है। यह बीमारी एपस्टीन-बार वायरस के कारण होती है। प्यार में किस करना सामान्य है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि यह कभी-कभी आपके लिए हानिकारक हो सकता है?
किसिंग डिजीज के लक्षण
जब कोई व्यक्ति मोनोन्यूक्लियोसिस से प्रभावित होता है, तो उसे बुखार, थकान, कमजोरी और ऊब महसूस हो सकती है। इसके अलावा, गले में दर्द और सूजन के साथ-साथ मुंह और गले में लाल छाले भी हो सकते हैं। यह बीमारी आमतौर पर युवाओं और बच्चों में देखी जाती है, लेकिन यह किसी भी उम्र के व्यक्ति को प्रभावित कर सकती है।
किसिंग डिजीज का उपचार
किसिंग डिजीज का कोई विशेष उपचार नहीं है, क्योंकि यह आमतौर पर अपने आप ठीक हो जाती है। हालांकि, इस दौरान स्वास्थ्य बनाए रखने के लिए कुछ उपायों का पालन करना आवश्यक है:
1. पर्याप्त आराम करें और अच्छी नींद लें।
2. शारीरिक संपर्क से बचें और परहेज करें।
3. शराब और नशीली चीजों से दूर रहें।
4. नियमित व्यायाम करें, जैसे कि योग या चलना।
5. अधिक पानी पिएं और संतुलित आहार लें।
6. दर्द होने पर दर्द निवारक दवाएं लें।
7. इस समय स्टेरॉयड का उपयोग न करें।
किस करने से फैलने वाली अन्य बीमारियाँ
कैंडिडा संक्रमण: यह मुंह, गले, और अन्य अंगों में फैल सकता है और किस करते समय एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में प्रसारित हो सकता है।
इंफ्लूएंजा: जिसे फ्लू भी कहा जाता है, यह नाक-मुंह के संपर्क से फैलता है और किस करते समय भी इसका प्रसार हो सकता है।
हेपेटाइटिस बी: यह एक वायरल संक्रमण है जो रक्त, सीमेन, और योनि स्राव के माध्यम से फैलता है। किस करते समय सावधानी बरतना आवश्यक है।
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