बॉलीवुड का मां के प्रति संबंध एक समृद्ध और मधुर यात्रा है, जो केवल प्रशंसा से कहीं अधिक है। मातृत्व के बंधनों की गहराई को दर्शाते हुए, ये दस प्रसिद्ध गीत न केवल खुशी से भरे हैं, बल्कि भावनाओं की गहराई को भी छूते हैं। ये गाने, जो महान आवाजों और भावनात्मक बोलों से भरे हैं, पीढ़ियों से लोगों के दिलों में बसे हुए हैं, और मां की अनमोल भूमिका को चित्रित करते हैं।
‘ऐ मां, तेरी सूरत से अलग भगवान की सूरत क्या होगी’ — दादी मां: मां की प्रशंसा में गाना आसान नहीं है, लेकिन यह गीत महेंद्र कपूर और मन्ना डे की जीवंत आवाजों के साथ आज भी ताजा है। इस गीत के बोल, जो हमें मां की आवश्यकता का एहसास कराते हैं, वास्तव में अद्भुत हैं।
‘तू कितनी अच्छी है’ — राजा और रंक: 1968 में, जब लता मंगेशकर ने 11 वर्षीय मास्टर महेश के लिए गाया, तो उनकी आवाज ने मां के प्रति बच्चे के प्यार को बखूबी व्यक्त किया।
‘मेरी दुनिया है मां तेरे आंचल में’ — तलाश: इस गीत में राजेंद्र कुमार ने अपनी स्क्रीन मां के लिए गाया, और संगीतकार सचिन देव बर्मन की आवाज ने मां के प्रति गहरे संबंध को व्यक्त किया।
‘मैंने मां को देखा’ — मस्ताना: इस गीत में बच्चे की मां के प्यार की कमी को दर्शाया गया है, जो अन्य गीतों से अलग है।
‘मम्मी ओ मम्मी, तू कब सास बनेगी’ — खट्टा मीठा: इस गीत में बेटे की शादी में देरी पर मां से शिकायत की गई है।
‘मां है मोहब्बत का नाम’ — मां का आंचल: यह गीत मां के प्रति एक भावुक श्रद्धांजलि है।
‘मां मुझे अपने आंचल में’ — छोटा भाई: लता मंगेशकर की आवाज में मास्टर महेश की मां के लिए प्यास।
‘लुका छुपी’ — रंग दे बसंती: यह गीत मां और बच्चे के बीच की भावनाओं को अनूठे तरीके से प्रस्तुत करता है।
‘मम्मा’ — दासविदानिया: यह गीत मां के प्रति एक दिल को छू लेने वाला गीत है।
‘मां’ — तारे ज़मीन पर: यह गीत एक बच्चे की मां की याद को व्यक्त करता है।
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