क्या आप भी डिविडेंड से मिलने वाले पैसे को खर्च कर देते हैं? अगर हां, तो रुकिए! एक पल के लिए सोचिए, अगर यही पैसे आपके पास रहते हुए बढ़ भी सकता, तो क्या होता? क्या आपने कभी सोचा है कि शेयरों से मिलने वाला डिविडेंड सिर्फ एक आम इनकम नहीं, बल्कि एक छोटा सा निवेश हो सकता है, जो आपके लिए बड़ा फायदेमंद साबित हो? चलिए, हम आपको एक ऐसी कहानी बताते हैं, जिससे आप समझ पाएंगे कि डिविडेंड को वापस निवेश करने से कैसे आपका पैसा बढ़ सकता है और कैसे आप उसे अपने फाइनेंशियल गोल्स तक पहुंचने का रास्ता बना सकते हैं.
समीर एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर हैं और शेयर बाजार में निवेश करते हैं. पिछले कुछ सालों में उन्होंने कुछ अच्छी कंपनियों के शेयर खरीदे हैं. इन कंपनियों से उन्हें हर साल डिविडेंड मिलता है, जो कि उनके निवेश का एक हिस्सा होता है. समीर हमेशा डिविडेंड का पैसा खर्च कर देते थे. लेकिन एक दिन उनके एक पुराने दोस्त रवि ने उनसे कुछ सवाल पूछे, जो समीर को चौंका गए. रवि ने कहा- 'समीर, क्या तुम कभी सोचते हो कि डिविडेंड से मिले पैसे को अगर तुम फिर से निवेश करोगे, तो क्या होगा?'
समीर ने कहा- 'यह तो मैंने कभी सोचा ही नहीं! मैं हमेशा उसे खर्च कर देता हूं.'रवि ने हंसते हुए समझाया- 'अगर तुम डिविडेंड से मिले पैसे को फिर से शेयर में निवेश करोगे, तो तुम्हारे पास ज्यादा शेयर्स होंगे और समय के साथ उनका वैल्यू भी बढ़ेगा. यही तो है कम्पाउंडिंग का जादू!'
कम्पाउंडिंग का जादू समझिए
रवि ने समीर को एक उदाहरण दिया. उसने कहा- 'मान लो तुमने 1,000 रुपए का निवेश किया था और हर साल उस पर 5% डिविडेंड मिलता है. पहले साल तुम्हें 50 रुपये डिविडेंड मिलेगा. अगर तुम इस 50 रुपए को फिर से निवेश करते हो, तो अगले साल तुम्हें 5% डिविडेंड उसी बढ़ी हुई रकम पर मिलेगा. इस तरह से तुम धीरे-धीरे ज्यादा पैसा बना सकते हो!' समीर को अब समझ में आ गया था कि डिविडेंड का पैसा खर्च करने से कुछ खास नहीं होता. लेकिन उसे फिर से निवेश करने से समय के साथ उसका रिटर्न बहुत बढ़ सकता था.
इसके बाद समीर ने यह तरीका अपनाना शुरू किया. उन्होंने अपने डिविडेंड से मिले पैसों को फिर से अपने शेयरों में निवेश किया. समय के साथ उनके निवेश की वैल्यू बढ़ने लगी और डिविडेंड से मिलने वाली राशि भी ज्यादा हो गई. तीन साल बाद समीर ने देखा कि उनकी पूंजी बढ़ी थी और उन्हें इससे ज्यादा मुनाफा हुआ था. उन्होंने महसूस किया कि छोटे-छोटे कदम बड़े बदलाव ला सकते हैं.
सीख: डिविडेंड को फिर से निवेश करना
समीर की कहानी से हम सीख सकते हैं कि डिविडेंड से मिले पैसों को फिर से निवेश करके हम कम्पाउंडिंग का लाभ उठा सकते हैं. इसके साथ-साथ हमें लंबी अवधि के लिए निवेश करने की सोच विकसित करनी चाहिए, जिससे हमारे पैसे और ज्यादा बढ़ सकें. अगर आप भी चाहते हैं कि आपके डिविडेंड से मिला पैसा बढ़े, तो इसे खर्च करने के बजाय फिर से शेयरों में निवेश करें. इससे आपका पोर्टफोलियो मजबूत होगा और भविष्य में बेहतर रिटर्न मिल सकते हैं.
समीर एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर हैं और शेयर बाजार में निवेश करते हैं. पिछले कुछ सालों में उन्होंने कुछ अच्छी कंपनियों के शेयर खरीदे हैं. इन कंपनियों से उन्हें हर साल डिविडेंड मिलता है, जो कि उनके निवेश का एक हिस्सा होता है. समीर हमेशा डिविडेंड का पैसा खर्च कर देते थे. लेकिन एक दिन उनके एक पुराने दोस्त रवि ने उनसे कुछ सवाल पूछे, जो समीर को चौंका गए. रवि ने कहा- 'समीर, क्या तुम कभी सोचते हो कि डिविडेंड से मिले पैसे को अगर तुम फिर से निवेश करोगे, तो क्या होगा?'
समीर ने कहा- 'यह तो मैंने कभी सोचा ही नहीं! मैं हमेशा उसे खर्च कर देता हूं.'रवि ने हंसते हुए समझाया- 'अगर तुम डिविडेंड से मिले पैसे को फिर से शेयर में निवेश करोगे, तो तुम्हारे पास ज्यादा शेयर्स होंगे और समय के साथ उनका वैल्यू भी बढ़ेगा. यही तो है कम्पाउंडिंग का जादू!'
कम्पाउंडिंग का जादू समझिए
रवि ने समीर को एक उदाहरण दिया. उसने कहा- 'मान लो तुमने 1,000 रुपए का निवेश किया था और हर साल उस पर 5% डिविडेंड मिलता है. पहले साल तुम्हें 50 रुपये डिविडेंड मिलेगा. अगर तुम इस 50 रुपए को फिर से निवेश करते हो, तो अगले साल तुम्हें 5% डिविडेंड उसी बढ़ी हुई रकम पर मिलेगा. इस तरह से तुम धीरे-धीरे ज्यादा पैसा बना सकते हो!' समीर को अब समझ में आ गया था कि डिविडेंड का पैसा खर्च करने से कुछ खास नहीं होता. लेकिन उसे फिर से निवेश करने से समय के साथ उसका रिटर्न बहुत बढ़ सकता था.
इसके बाद समीर ने यह तरीका अपनाना शुरू किया. उन्होंने अपने डिविडेंड से मिले पैसों को फिर से अपने शेयरों में निवेश किया. समय के साथ उनके निवेश की वैल्यू बढ़ने लगी और डिविडेंड से मिलने वाली राशि भी ज्यादा हो गई. तीन साल बाद समीर ने देखा कि उनकी पूंजी बढ़ी थी और उन्हें इससे ज्यादा मुनाफा हुआ था. उन्होंने महसूस किया कि छोटे-छोटे कदम बड़े बदलाव ला सकते हैं.
सीख: डिविडेंड को फिर से निवेश करना
समीर की कहानी से हम सीख सकते हैं कि डिविडेंड से मिले पैसों को फिर से निवेश करके हम कम्पाउंडिंग का लाभ उठा सकते हैं. इसके साथ-साथ हमें लंबी अवधि के लिए निवेश करने की सोच विकसित करनी चाहिए, जिससे हमारे पैसे और ज्यादा बढ़ सकें. अगर आप भी चाहते हैं कि आपके डिविडेंड से मिला पैसा बढ़े, तो इसे खर्च करने के बजाय फिर से शेयरों में निवेश करें. इससे आपका पोर्टफोलियो मजबूत होगा और भविष्य में बेहतर रिटर्न मिल सकते हैं.
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