डिस्काउंट ब्रोकरेज हाउस ने स्टॉक मार्केट में अपनी अलग पहचान बनाई है और रिटेल इन्वेस्टर्स के लिए कम ब्रोकरेज में मार्केट में निवेश और ट्रेड करना आसान बनाया है. डिस्काउंट ब्रोकरेज लगातार नए फीचर्स एड कर रहे हैं. बेंगलुरु की ब्रोकरेज फर्म FYERS ने अपने प्लेटफॉर्म पर स्पेशलाइज्ड इन्वेस्टमेंट फंड्स (SIF) पेश किए हैं. यह भारत का पहला स्टॉक ब्रोकिंग प्लेटफॉर्म बन गया है जो खुदरा निवेशकों के लिए सेबी-रेगुलेटेड प्रोडक्ट उपलब्ध कराता है. इस कदम से इंस्टिट्यूशन्स की इन्वेस्टमेंट स्ट्रैटेजी तक पहुंच का विस्तार होगा है जो पहले हाई नेटवर्थ इन्वेस्टर्स तक ही सीमित थीं.
SEBI द्वारा 2025 की शुरुआत में पेश किए गए SIF पारंपरिक म्यूचुअल फंड और हाई टिकट पोर्टफोलियो मैनेजमेंट सर्विस (PMS) के बीच एक मध्य मार्ग के रूप में डिज़ाइन किए गए हैं. ये स्ट्रांग गवर्नेंस और ट्रांसपेरेंट स्टैंडर्ड के साथ इक्विटी, डेट, REITs, InvITs, प्राइवेट इक्विटी और डेरिवेटिव्स में एक्टिव इन्वेस्टमेंट करते हैं. यह इन्वेस्टमेंट कम से कम 10 लाख रुपये से शुरू होता है.
FYERS ने SBI , क्वांट और एडलवाइस जैसे फंड हाउसों के प्रोडक्ट को अपने प्लेटफॉर्म में इन्टीग्रेट किया है. निवेशक अब बिना किसी अतिरिक्त कागजी कार्रवाई या थर्ड-पार्टी पोर्टल का उपयोग किए इन फंडों की सर्च, कंपेयर और निवेश कर सकते हैं. प्रत्येक फंड प्रोफाइल में स्ट्रैटेजी, हिस्टोरिकल परफॉर्मेंस और फंड मैनेजर के बैकग्राउंड का विवरण शामिल होता है, जिससे निवेशकों को निर्णय लेने से पहले बेहतर दृश्यता मिलती है.
कंपनी के अनुसार, SIF को जोड़ने का उद्देश्य खुद निर्णय लेने वाले निवेशकों को म्यूचुअल फंडों के समान लचीलापन और टैक्स दक्षता बनाए रखते हुए पेशेवर स्ट्रैटेजी की एक विस्तृत श्रृंखला तक पहुंचने में मदद करना है. संरचित पोर्टफोलियो मैनेजमेंट चाहने वाले निवेशकों के लिए, लेकिन PMS की हाई कॉस्टिंग और जटिलता के बिना SIF एक सुलभ विकल्प के रूप में उपलब्ध हैं.
FYERS के को-फाउंडर और सीईओ तेजस खोडे ने कहा कि इस पहल का उद्देश्य "विशेष निवेश दृष्टिकोणों को सभी के लिए उपलब्ध कराना है जो पहले केवल अमीर लोगों तक ही सीमित थे. साल 2015 में बनी FYERS टेक्नोलॉजी बेस्ड ब्रोकरेज फर्म है जो खुदरा, NRI और संस्थागत क्लाइंट सहित दस लाख से ज़्यादा ट्रेडर्स और निवेशकों को सेवाएं प्रदान करती है.
SEBI द्वारा 2025 की शुरुआत में पेश किए गए SIF पारंपरिक म्यूचुअल फंड और हाई टिकट पोर्टफोलियो मैनेजमेंट सर्विस (PMS) के बीच एक मध्य मार्ग के रूप में डिज़ाइन किए गए हैं. ये स्ट्रांग गवर्नेंस और ट्रांसपेरेंट स्टैंडर्ड के साथ इक्विटी, डेट, REITs, InvITs, प्राइवेट इक्विटी और डेरिवेटिव्स में एक्टिव इन्वेस्टमेंट करते हैं. यह इन्वेस्टमेंट कम से कम 10 लाख रुपये से शुरू होता है.
FYERS ने SBI , क्वांट और एडलवाइस जैसे फंड हाउसों के प्रोडक्ट को अपने प्लेटफॉर्म में इन्टीग्रेट किया है. निवेशक अब बिना किसी अतिरिक्त कागजी कार्रवाई या थर्ड-पार्टी पोर्टल का उपयोग किए इन फंडों की सर्च, कंपेयर और निवेश कर सकते हैं. प्रत्येक फंड प्रोफाइल में स्ट्रैटेजी, हिस्टोरिकल परफॉर्मेंस और फंड मैनेजर के बैकग्राउंड का विवरण शामिल होता है, जिससे निवेशकों को निर्णय लेने से पहले बेहतर दृश्यता मिलती है.
कंपनी के अनुसार, SIF को जोड़ने का उद्देश्य खुद निर्णय लेने वाले निवेशकों को म्यूचुअल फंडों के समान लचीलापन और टैक्स दक्षता बनाए रखते हुए पेशेवर स्ट्रैटेजी की एक विस्तृत श्रृंखला तक पहुंचने में मदद करना है. संरचित पोर्टफोलियो मैनेजमेंट चाहने वाले निवेशकों के लिए, लेकिन PMS की हाई कॉस्टिंग और जटिलता के बिना SIF एक सुलभ विकल्प के रूप में उपलब्ध हैं.
FYERS के को-फाउंडर और सीईओ तेजस खोडे ने कहा कि इस पहल का उद्देश्य "विशेष निवेश दृष्टिकोणों को सभी के लिए उपलब्ध कराना है जो पहले केवल अमीर लोगों तक ही सीमित थे. साल 2015 में बनी FYERS टेक्नोलॉजी बेस्ड ब्रोकरेज फर्म है जो खुदरा, NRI और संस्थागत क्लाइंट सहित दस लाख से ज़्यादा ट्रेडर्स और निवेशकों को सेवाएं प्रदान करती है.
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