भारत में विज्ञान और बायोमेडिकल नवाचार को बढ़ावा देने के उद्देश्य से 'i3 शिखर सम्मेलन – विमर्श' का आयोजन हो रहा है। यह सम्मेलन भारत का पहला ऐसा प्लेटफॉर्म होगा, जहां वैज्ञानिक, स्टार्टअप संस्थापक, नीति निर्माता और इंडस्ट्री लीडर्स एक साथ विचार साझा करेंगे। केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी इस कार्यक्रम के मुख्य वक्ता होंगे। वे विज्ञान, नवाचार और हेल्थ रिसर्च को लेकर सरकार की प्रतिबद्धता और रोडमैप पर विचार साझा करेंगे। यह सम्मेलन Blockchain For Impact (BFI) द्वारा आयोजित किया जा रहा है, जो एक नॉन-प्रॉफिट संस्था है और कोविड काल से भारत में हेल्थकेयर नवाचार को प्रोत्साहित कर रही है।
Blockchain For Impact (BFI) एक पहल है जो भारत में कोविड की दूसरी लहर के दौरान शुरू हुई थी। शुरुआत में इसका उद्देश्य देश की स्वास्थ्य व्यवस्था को मजबूत करना था, लेकिन अब इसका ध्यान रिसर्च और इनोवेशन को बढ़ावा देने पर है। सम्मेलन में पद्म श्री डॉ. बलराम भार्गव (पूर्व डीजी – ICMR) उद्घाटन भाषण देंगे। यह आयोजन न केवल विज्ञान को समाज से जोड़ने की पहल है, बल्कि 'लेब से लाइफ' की सोच को मजबूत करने की दिशा में भी एक बड़ा कदम है।
कार्यक्रम में हेल्थटेक स्टार्टअप्स, रिसर्च लैब्स, मेडिकल इनोवेटर्स और पॉलिसी एक्सपर्ट्स शामिल होंगे। यहां विज्ञान को केवल अकादमिक विमर्श तक सीमित रखने के बजाय, उसके व्यावहारिक और सामाजिक उपयोग की बात की जाएगी। गडकरी का अनुभव और पॉलिसी इनसाइट इस सम्मेलन को खास बना रहा है। उम्मीद की जा रही है कि यह शिखर सम्मेलन विज्ञान और नवाचार को जन-कल्याण से जोड़ने की दिशा में एक प्रभावशाली पहल साबित होगा।
BFI देश की तकनीकी क्षमता और प्रतिबद्धता का इस्तेमाल करके हेल्थकेयर के मौजूदा और भविष्य के संकटों का समाधान करना चाहता है। इसके तहत BFI-BIOME वर्चुअल नेटवर्क की स्थापना की गई है, जो संस्थानों, रिसर्च नेटवर्क, मेडिकल कंपनियों और इनक्यूबेटरों को एक मंच पर लाकर बायोमेडिकल रिसर्च और स्वास्थ्य से जुड़ी नई खोजों को गति देने का प्रयास कर रहा है। BFI का लक्ष्य है कि भारत में हर वर्ग, खासकर हाशिए पर रह रहे समुदायों के लिए एक समान और नवाचार आधारित हेल्थ सिस्टम तैयार किया जाए।
Blockchain For Impact (BFI) एक पहल है जो भारत में कोविड की दूसरी लहर के दौरान शुरू हुई थी। शुरुआत में इसका उद्देश्य देश की स्वास्थ्य व्यवस्था को मजबूत करना था, लेकिन अब इसका ध्यान रिसर्च और इनोवेशन को बढ़ावा देने पर है। सम्मेलन में पद्म श्री डॉ. बलराम भार्गव (पूर्व डीजी – ICMR) उद्घाटन भाषण देंगे। यह आयोजन न केवल विज्ञान को समाज से जोड़ने की पहल है, बल्कि 'लेब से लाइफ' की सोच को मजबूत करने की दिशा में भी एक बड़ा कदम है।
कार्यक्रम में हेल्थटेक स्टार्टअप्स, रिसर्च लैब्स, मेडिकल इनोवेटर्स और पॉलिसी एक्सपर्ट्स शामिल होंगे। यहां विज्ञान को केवल अकादमिक विमर्श तक सीमित रखने के बजाय, उसके व्यावहारिक और सामाजिक उपयोग की बात की जाएगी। गडकरी का अनुभव और पॉलिसी इनसाइट इस सम्मेलन को खास बना रहा है। उम्मीद की जा रही है कि यह शिखर सम्मेलन विज्ञान और नवाचार को जन-कल्याण से जोड़ने की दिशा में एक प्रभावशाली पहल साबित होगा।
BFI देश की तकनीकी क्षमता और प्रतिबद्धता का इस्तेमाल करके हेल्थकेयर के मौजूदा और भविष्य के संकटों का समाधान करना चाहता है। इसके तहत BFI-BIOME वर्चुअल नेटवर्क की स्थापना की गई है, जो संस्थानों, रिसर्च नेटवर्क, मेडिकल कंपनियों और इनक्यूबेटरों को एक मंच पर लाकर बायोमेडिकल रिसर्च और स्वास्थ्य से जुड़ी नई खोजों को गति देने का प्रयास कर रहा है। BFI का लक्ष्य है कि भारत में हर वर्ग, खासकर हाशिए पर रह रहे समुदायों के लिए एक समान और नवाचार आधारित हेल्थ सिस्टम तैयार किया जाए।
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