भारत की टॉप 50 कंपनियों को निफ्टी 50 इंडेक्स में शामिल किया जाता है. ये वो कंपनी हैं, जो लगातार अच्छा परफॉर्मेंस दे रही हैं. किसी कंपनी का निफ्टी 50 इंडेक्स में शामिल होना और उसमें बने रहना उस कंपनी के लगातार बेहतर होने का प्रमाण है. निफ्टी 50 इंडेक्स में कंपनियों का आना और इस इंडेक्स से कंपनियों का बाहर होना लगातार चलता रहता है.
निफ्टी 50 इंडेक्स में शामिल होने वाले नए स्टॉक्स की संभावना कई कारकों पर निर्भर करती है, जैसे कि फ्री-फ्लोट मार्केट कैपिटलाइजेशन, लिक्विडिटी, और फ्यूचर्स एंड ऑप्शंस (F&O) सेगमेंट में सक्रिय ट्रेडिंग. निफ्टी 50 इंडेक्स के स्ट्रक्चर की समीक्षा हर छह महीने में NSE Indices द्वारा की जाती है और नए स्टॉक्स को शामिल करने या मौजूदा स्टॉक्स को हटाने का निर्णय इन मानदंडों के आधार पर लिया जाता है.
बीएसई लिमिटेड निफ्टी 50 में शामिल होगा?बीएसई याने बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज के शेयर ने लगातार अच्छा प्रदर्शन किया है. BSE Ltd के शेयर 2,787.90 रुपए पर बंद हुए. कंपनी का मार्केट कैप 1.13 लाख करोड़ रुपए है. पिछले एक साल में यह स्टॉक 232% तक की ग्रोथ दे चुका है.
बीएसई का फ्री-फ्लोट मार्केट कैप हाल के समय में बढ़ा है और यह NSE पर सक्रिय रूप से ट्रेड हो रहा है. यह निफ्टी 50 के लिए सभी पात्रता मानदंडों को पूरा करता है. यह स्टॉक निफ्टी 50 में शामिल हो सकता है, लेकिन इसे अभी कुछ और पैमानों पर खरा उतरना होगा.
बीएसई के शामिल होने से म्यूचुअल फंड्स और इंडेक्स फंड्स, जो निफ्टी 50 स्टॉक को ट्रैक करते हैं,वे बीएसई में निवेश बढ़ा सकते हैं.
बीएसई अगर निफ्टी 50 इंडेक्स में शामिल हुआ तो इसके लिए इंडसइंड बैंक को हटाए जाने की संभावना है, क्योंकि इसका मार्केट कैप और प्रदर्शन हाल में कमजोर रहा है. इंडसइंड बैंक का लगातार कमज़ोर प्रदर्शन इसे निफ्टी 50 इंडेक्स से दूर कर सकता है.
क्या है निफ्टी 50 में शामिल होने की योग्यतानिफ्टी 50 इंडेक्स में शामिल होने के लिए स्टॉक का चयन मुख्य रूप से फ्री-फ्लोट मार्केट कैपिटलाइजेशन के आधार पर किया जाता है. फ्री-फ्लोट मार्केट कैप वह हिस्सा है जो सार्वजनिक रूप से ट्रेडिंग के लिए उपलब्ध है, यानी प्रमोटर्स और लॉक्ड-इन शेयरों को छोड़कर जो हिस्सा होता है. NSE पर लिस्टेड टॉप 50 कंपनियों में से वे स्टॉक्स जो निम्नलिखित मानदंडों को पूरा करते हैं, निफ्टी 50 के लिए योग्य हो सकते हैं.
हाई फ्री-फ्लोट मार्केट कैप: स्टॉक का फ्री-फ्लोट मार्केट कैप पिछले छह महीनों के औसत के आधार पर टॉप 50 में होना चाहिए.
लिक्विडिटी: स्टॉक का F&O सेगमेंट में एक्टिवली ट्रेड होना और उसकी प्रभाव लागत (impact cost) कम होनी चाहिए. उदाहरण के लिए सितंबर 2024 में निफ्टी 50 की प्रभाव लागत 0.02% थी.
सेक्टर रिप्रेसेंटेटिव: निफ्टी 50 में 12-13 विभिन्न सेक्टर्स का प्रतिनिधित्व होता है, इसलिए नए स्टॉक्स को सेक्टर बैलेंस के आधार पर भी चुना जाता है. स्टॉक मार्केट लीडर होना चाहिए.
निफ्टी 50 इंडेक्स में शामिल होने वाले नए स्टॉक्स की संभावना कई कारकों पर निर्भर करती है, जैसे कि फ्री-फ्लोट मार्केट कैपिटलाइजेशन, लिक्विडिटी, और फ्यूचर्स एंड ऑप्शंस (F&O) सेगमेंट में सक्रिय ट्रेडिंग. निफ्टी 50 इंडेक्स के स्ट्रक्चर की समीक्षा हर छह महीने में NSE Indices द्वारा की जाती है और नए स्टॉक्स को शामिल करने या मौजूदा स्टॉक्स को हटाने का निर्णय इन मानदंडों के आधार पर लिया जाता है.
बीएसई लिमिटेड निफ्टी 50 में शामिल होगा?बीएसई याने बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज के शेयर ने लगातार अच्छा प्रदर्शन किया है. BSE Ltd के शेयर 2,787.90 रुपए पर बंद हुए. कंपनी का मार्केट कैप 1.13 लाख करोड़ रुपए है. पिछले एक साल में यह स्टॉक 232% तक की ग्रोथ दे चुका है.
बीएसई का फ्री-फ्लोट मार्केट कैप हाल के समय में बढ़ा है और यह NSE पर सक्रिय रूप से ट्रेड हो रहा है. यह निफ्टी 50 के लिए सभी पात्रता मानदंडों को पूरा करता है. यह स्टॉक निफ्टी 50 में शामिल हो सकता है, लेकिन इसे अभी कुछ और पैमानों पर खरा उतरना होगा.
बीएसई के शामिल होने से म्यूचुअल फंड्स और इंडेक्स फंड्स, जो निफ्टी 50 स्टॉक को ट्रैक करते हैं,वे बीएसई में निवेश बढ़ा सकते हैं.
बीएसई अगर निफ्टी 50 इंडेक्स में शामिल हुआ तो इसके लिए इंडसइंड बैंक को हटाए जाने की संभावना है, क्योंकि इसका मार्केट कैप और प्रदर्शन हाल में कमजोर रहा है. इंडसइंड बैंक का लगातार कमज़ोर प्रदर्शन इसे निफ्टी 50 इंडेक्स से दूर कर सकता है.
क्या है निफ्टी 50 में शामिल होने की योग्यतानिफ्टी 50 इंडेक्स में शामिल होने के लिए स्टॉक का चयन मुख्य रूप से फ्री-फ्लोट मार्केट कैपिटलाइजेशन के आधार पर किया जाता है. फ्री-फ्लोट मार्केट कैप वह हिस्सा है जो सार्वजनिक रूप से ट्रेडिंग के लिए उपलब्ध है, यानी प्रमोटर्स और लॉक्ड-इन शेयरों को छोड़कर जो हिस्सा होता है. NSE पर लिस्टेड टॉप 50 कंपनियों में से वे स्टॉक्स जो निम्नलिखित मानदंडों को पूरा करते हैं, निफ्टी 50 के लिए योग्य हो सकते हैं.
हाई फ्री-फ्लोट मार्केट कैप: स्टॉक का फ्री-फ्लोट मार्केट कैप पिछले छह महीनों के औसत के आधार पर टॉप 50 में होना चाहिए.
लिक्विडिटी: स्टॉक का F&O सेगमेंट में एक्टिवली ट्रेड होना और उसकी प्रभाव लागत (impact cost) कम होनी चाहिए. उदाहरण के लिए सितंबर 2024 में निफ्टी 50 की प्रभाव लागत 0.02% थी.
सेक्टर रिप्रेसेंटेटिव: निफ्टी 50 में 12-13 विभिन्न सेक्टर्स का प्रतिनिधित्व होता है, इसलिए नए स्टॉक्स को सेक्टर बैलेंस के आधार पर भी चुना जाता है. स्टॉक मार्केट लीडर होना चाहिए.
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