भारतीय रक्षा मंत्रालय ने दावा किया है कि जम्मू, पठानकोट और उधमपुर के मिलिट्री स्टेशन पर पाकिस्तान ने गुरुवार रात हवाई हमला किया, जिसे भारत के एयर डिफ़ेंस सिस्टम ने नाकाम कर दिया.
हालांकि पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ने भारत के इन सैन्य ठिकानों पर हमले की बात से इनकार किया है.
पाकिस्तान के हमले से इनकार पर प्रतिक्रिया देते हुए भारतीय विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने कहा, "अपनी करतूतों की ज़िम्मेदारी लेने के बजाय पाकिस्तान का बेतुका और अपमानजनक दावा है कि भारतीय सशस्त्र बल अमृतसर जैसे अपने ही शहरों को निशाना बना रहे हैं...असल में जैसा उनका इतिहास दिखाता है वे दोष मढ़ने में माहिर हैं."
लेकिन इस बीच इस बात की चर्चा हो रही है कि कैसे भारत का एयर डिफ़ेंस सिस्टम पाकिस्तान की ओर से दागी गई मिसाइलों को रोकने की कोशिश कर रहा है.
भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ने की शुरुआत 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए चरमपंथी हमले के बाद से हुई है. इस हमले में 26 लोगों की मौत हुई थी.
भारत ने सात मई, बुधवार को तड़के 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान प्रशासित कश्मीर में कई स्थानों पर हमले किए.
पाकिस्तान का एयर डिफ़ेंस सिस्टम भारत की ओर से किए गए हमलों को रोक नहीं पाया और पाकिस्तान ने 33 लोगों की मौत के साथ बड़े नुकसान की बात मानी.
गुरुवार को भारत और पाकिस्तान ने हमले को लेकर अपने-अपने दावे किए.
भारतीय रक्षा मंत्रालय के मुताबिक़, "जम्मू, पठानकोट और उधमपुर के मिलिट्री स्टेशन पर पाकिस्तान की ओर से ड्रोन और मिसाइल अटैक किए गए हैं. इन हमलों को नाकाम कर दिया गया है."
रक्षा मंत्रालय ने कहा, "किसी भी तरह के जान-माल का नुक़सान नहीं हुआ है. भारत अपनी संप्रभुता और अपने नागरिकों की रक्षा करने के लिए प्रतिबद्ध है."
भारत ने कहा कि इन सभी मिसाइलों को एयर डिफ़ेंस सिस्टम ने सफलतापूर्वक रोक दिया और उन्हें नाकाम कर दिया.
उधर, पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख़्वाजा आसिफ़ ने जम्मू कश्मीर में किसी भी हमले की ज़िम्मेदारी से इनकार किया है.
ख़्वाजा आसिफ़ ने बीबीसी से कहा, "हम इनसे इनकार करते हैं, हमने अभी तक कुछ नहीं किया है. जब पाकिस्तान हमला करेगा तो सभी को पता चल जाएगा."
जम्मू कश्मीर में धमाके और ब्लैकआउट की रिपोर्टें आने के कुछ ही देर बाद ख़्वाजा आसिफ़ बीबीसी से बात कर रहे थे.
रक्षा मामलों के विशेषज्ञ राहुल बेदी का कहना है कि पाकिस्तान की ओर से जम्मू, पठानकोट और उधमपुर में किए गए ड्रोन और मिसाइल हमलों को भारत ने तीन तरीकों से नाकाम किया है.
राहुल बेदी कहते हैं, "भारत ने रूस से 2018-19 में एस 400 मिसाइल सिस्टम लिया था. इसे जम्मू के आस-पास लगाया गया है. इस सिस्टम को इसी काम के लिए रखा गया है. ये हवाई जहाज, हेलीकॉप्टर और ड्रोन अटैक को न्यूट्रलाइज करता है."
"भारत के पास अपना बनाया हुआ आकाश एयर डिफ़ेंस सिस्टम है. ये भी इन हमलों को रोकने में कामयाब है."
भारत के पास इसराइल से खरीदा हुआ 'स्पाइडर' एयर डिफ़ेंस सिस्टम भी है.
राहुल बेदी कहते हैं, "जहां तक मेरी जानकारी है. भारत ने एस 400 के ज़रिए जम्मू, पठानकोट और उधमपुर में पाकिस्तान की ओर से किए गए हमलों को न्यूट्रलाइज किया है."

भारत के एयर डिफ़ेंस सिस्टम की क़ाबिलियत के बारे में जानने के लिए बीबीसी हिंदी ने लेफ्टिनेंट जनरल सतीश दुआ से भी बात की है.
सतीश दुआ कहते हैं कि भारत ने अपने बनाए हुए एयर डिफ़ेंस सिस्टम से पाकिस्तान की ओर से किए गए हमलों को रोका है.
सतीश दुआ ने कहा, "हमरा अपना एयर डिफ़ेंस सिस्टम है. इसमें अलग-अलग रेंजर्स के लिए अलग-अलग मिसाइल होते हैं. उसकी वजह से हम अपना एयर डिफ़ेंस कर पाए हैं."
"पहले रडार से पिकअप किया जाता है और फिर उन्हें नष्ट किया जाता है."
सतीश दुआ कहते हैं कि हर रडार की अपनी-अपनी क्षमता है.
वो बताते हैं, "किसी रडार को पहुंचने में 65 सेकंड का वक्त लगता है. तो आपको तुरंत पिकअप करना होता है. अगर कोई मिसाइल तेजी से आ रही है तो आपको उसे तेजी से पिकअप करना पड़ता है. उसको बॉर्डर पार करने से पहले ही पिकअप करना होता है."
"इन मिसाइल की रफ़्तार बड़ी तेज़ होती है. इनकी रफ़्तार 15 से 17 हजार किलोमीटर प्रति घंटा होती है. पूरी एक रेंज बनती है और उस हिसाब से टारगेट किया जाता है."
सतीश दुआ का कहना है कि भारत का एयर डिफ़ेंस इस तरह के हमलों को रोकने में पूरी तरह से सक्षम है.
वहीं कर्नल अजय सिंह कहते हैं कि भारत का एयर डिफ़ेंस सिस्टम काफ़ी मजबूत है.
वो कहते हैं, "भारत के एस 400 डिफ़ेंस सिस्टम बेहद मजबूत हैं. उनका डिक्टेशन का रेंज 600 किलोमीटर की दूरी तक है और इंगेजमेंट रेंज 400 किलोमीटर तक है."
"हमारे एयर डिफ़ेंस सिस्टम के अंदर लेयर्स हैं. एक लॉन्ग रेंज पर इंगेज करता है, एक मीडियम रेंज पर और शॉर्ट रेंज पर इंगेज करता है."
कर्नल अजय सिंह कहते हैं कि इन हमलों के लिए भारत का एयर डिफ़ेंस सिस्टम पहले से ही तैयार था.
अजय सिंह ने कहा, "हमारे रडार्स तैयार थे. पाकिस्तान से जो ड्रोन और मिसाइल आए थे उन्हें पहले ही डिक्टेट कर लिया गया था. जैसे ही वो नजदीक आए उन्हें भारत को नुकसान पहुंचाने से पहले ही नष्ट कर दिया गया."
पहलगाम के बाद कब क्या हुआ?

बीबीसी के लिए कलेक्टिव न्यूज़रूम की ओर से प्रकाशित
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