पहलगाम में हुए नरसंहार के बाद भारत सरकार ने आतंकियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की थी। इसके बाद पाकिस्तान की ओर से की जा रही गोलीबारी और युद्ध जैसा माहौल बनाने के उसके नापाक इरादों को भारतीय सेना ने मुंहतोड़ जवाब देकर खामोश कर दिया था। पाकिस्तान ने खुद ही सीजफायर करने की हामी भर दी थी। इसके बाद भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर लागू होने के एक दिन बाद रविवार शाम को तीनों सेनाओं ने संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इसमें सेना के डीजीएमओ लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई, नौसेना के वाइस एडमिरल ए.एन. प्रमोद और वायुसेना के एयर मार्शल अवधेश कुमार भारती ने 'ऑपरेशन सिंदूर' से जुड़ी अहम जानकारियां साझा कीं। 'ऑपरेशन सिंदूर' के इन तीन नायकों में से एक नौसेना के वाइस एडमिरल ए.एन. प्रमोद का राजस्थान से बड़ा कनेक्शन है। जानिए ए.एन. प्रमोद के बारे में।
ए.एन. प्रमोद ने 12वीं तक की पढ़ाई राष्ट्रीय मिलिट्री स्कूल धौलपुर से की है
नौसेना के वाइस एडमिरल ए.एन. प्रमोद ने राष्ट्रीय मिलिट्री स्कूल धौलपुर से पढ़ाई की है। वाइस एडमिरल प्रमोद ने 1980 से 1986 के बीच बारी रोड स्थित राष्ट्रीय मिलिट्री स्कूल धौलपुर में पढ़ाई की और यहीं से 12वीं पास की। वे स्कूल के उदयभान हाउस के छात्र थे। केरल के त्रिशूर निवासी मेजर जनरल प्रमोद के पिता उस समय ग्वालियर में कार्यरत थे। यहां के मिलिट्री स्कूल में उनका रोल नंबर 902 था। जब मिलिट्री स्कूल के पूर्व छात्रों को टीवी और अखबारों के जरिए यह जानकारी मिली तो स्कूल प्रशासन और छात्रों में खुशी की लहर दौड़ गई।
ए.एन. प्रमोद ने 15 जनवरी 2024 को डीजीएनओ का पदभार संभाला
भारत-पाकिस्तान तनाव के बीच ऑपरेशन सिंदूर के दौरान नौसेना की जिम्मेदारी वाइस एडमिरल एन प्रमोद पर थी। वाइस एडमिरल ए.एन. प्रमोद ने 15 जनवरी 2024 को नौसेना संचालन महानिदेशक (डीजीएनओ) का पदभार संभाला। वे नौसेना अकादमी गोवा के 38वें इंटीग्रेटेड कैडेट कोर्स के पूर्व छात्र हैं। उन्हें 1 जुलाई 1990 को भारतीय नौसेना में कमीशन मिला था। फ्लैग ऑफिसर ‘कैट ए’ सी किंग एयर ऑपरेशन ऑफिसर हैं और संचार और इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर विशेषज्ञ भी हैं।
एन. प्रमोद की प्रमुख नियुक्तियाँ
उनकी प्रमुख नियुक्तियों में पश्चिमी बेड़े के फ्लीट ऑपरेशन ऑफिसर, INS अभय, शार्दुल और सतपुड़ा के कमांडिंग ऑफिसर, राजपूत के कार्यकारी अधिकारी, सुजाता के SCO और कृपाण के GO-II शामिल हैं। उन्होंने नेवल एयर स्टेशन पोर्ट ब्लेयर की भी कमान संभाली और DSSC, वेलिंगटन में डायरेक्टिंग स्टाफ के रूप में काम किया।
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