कोचिंग सिटी कोटा इन दिनों जेईई मेन्स के टॉपर्स की वजह से चर्चा में है। वहीं, एक शादी ने भी कोटा को खास बना दिया है। सोशल मीडिया पर वायरल हुई इस शादी और शादी के कार्ड की वजह से यूजर्स दोस्ती की मिसाल देते नहीं थक रहे हैं। इस शादी के रिसेप्शन की तस्वीरें हर जगह फैली हुई हैं। 19 अप्रैल को होने वाले इस रिसेप्शन को देखने के लिए हर कोई उत्सुक नजर आया।
दरअसल इस शादी में एक दूल्हा निकाह पढ़ने वाला था तो दूसरा सनातनी धर्म के अनुसार सात फेरे लेने वाला था। कोटा निवासी अब्दुल रऊफ और विश्वजीत चक्रवर्ती दोनों दोस्त हैं और उन्होंने अपने बेटों की शादी भी साथ में ही की। उन्होंने दोनों के लिए एक ही रिसॉर्ट में रिसेप्शन भी दिया। यूजर्स इसे हिंदू-मुस्लिम एकता की मिसाल बता रहे हैं तो कई दोस्ती के गुण गा रहे हैं। दोनों बचपन के दोस्त हैं और साथ में बिजनेस भी करते हैं। दोनों के परिवार साथ में रहते हैं और एक-दूसरे के त्योहार धूमधाम से मनाते हैं। इतना ही नहीं, उनके घर भी पास-पास ही हैं।
एक ही कार्ड छपवाया
इतने लंबे समय तक साथ रहने की वजह से दोनों के लगभग सभी रिश्तेदार एक दूसरे को अच्छे से जानने लगे थे। ऐसे में दोनों ने एक ही कार्ड छपवाने का फैसला किया और जैसे ही लोगों ने इस कार्ड को देखा तो हैरान रह गए। क्योंकि दोनों के निमंत्रण एक ही कार्ड में हिंदी और उर्दू में थे। दोनों ने एक दूसरे के परिवार वालों के नाम दर्शनाभिलाषी में छपवाए थे। जब एक दूल्हे की बारात निकली तो दूसरे के परिवार वालों ने खूब डांस किया। जब दूसरे दूल्हे ने निकाह पढ़ा तो बाकी परिवार वालों ने सारी जिम्मेदारियां उठाईं।
ऐसे हुआ निकाह
दोनों का वेडिंग रिसेप्शन 19 अप्रैल को एक ही रिजॉर्ट में हुआ जिसका नाम 'दावत-ए-खुशी' रखा गया था। दोनों की शादी अलग-अलग तारीखों पर हुई। अब्दुल रऊफ अंसारी के बेटे यूनुस परवेज अंसारी की शादी 17 अप्रैल को हुई, जबकि विश्वजीत चक्रवर्ती के बेटे सौरभ की शादी 18 अप्रैल को हुई।
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