राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा प्रदेश के कोने-कोने में सुचारू पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित कर रहे हैं। मुख्यमंत्री के निर्देशन में सवाई माधोपुर और दौसा जिले में पेयजल आपूर्ति के लिए महत्वपूर्ण ईसरदा बांध का निर्माण कार्य मिशन मोड पर किया जा रहा है। टोंक जिले में बनास नदी पर बन रहा ईसरदा बांध दौसा और सवाई माधोपुर के लिए वरदान साबित होने जा रहा है।
बांध का 90 प्रतिशत कार्य पूरा
बांध निर्माण का 90 प्रतिशत कार्य पूरा हो चुका है। इस मानसून से जल संग्रहण शुरू होने की उम्मीद है। शनिवार को जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव भास्कर सावंत ने बांध और फिल्टर प्लांट स्थल का दौरा कर कार्य की प्रगति जानी और इंजीनियरों को समय पर कार्य पूरा करने के निर्देश दिए।
दो चरणों में निर्माण, पहला चरण जून तक पूरा होगा
ईसरदा बांध का निर्माण दो चरणों में किया जा रहा है। पहले चरण में बांध 262 आरएल मीटर तक बनकर तैयार होगा जिसमें 3.24 टीएमसी पानी संग्रहित होगा। दूसरे चरण में क्षमता 10.77 टीएमसी हो जाएगी। बांध के पियर्स, गेट और स्पिलवे का काम पूरा हो चुका है। बांध और कंक्रीट स्पिलवे का शेष काम 15 जून तक पूरा करने का लक्ष्य है।
1256 गांवों और 6 शहरों को मिलेगा स्वच्छ पानी
बांध के निर्माण से दौसा के 1079 गांवों और 5 शहरों तथा सवाई माधोपुर के 177 गांवों और 1 शहर को स्वच्छ पेयजल मिल सकेगा। इस परियोजना से बीसलपुर बांध के अतिरिक्त पानी और बनास नदी के बरसाती पानी का बेहतर प्रबंधन हो सकेगा। साथ ही रामजल सेतु लिंक परियोजना के तहत अन्य बांधों को भी पानी मिल सकेगा।
90 फीसदी काम पूरा, मिट्टी का बांध बाकी
बांध में 28 स्लैब, 28 पियर्स, 84 गार्डर, 28 रेडियल गेट और 56 हाइड्रोलिक सिलेंडर का काम पूरा हो चुका है। 23 ब्लॉक एप्रन बनाए जा चुके हैं। मिट्टी के बांध का 82 फीसदी और मुख्य बांध का 90 फीसदी काम पूरा हो चुका है। सावंत ने पुनर्वास और भूमि अधिग्रहण के मुद्दों को शीघ्र सुलझाने के निर्देश दिए।
You may also like
शहजाद पूनावाला का आरजेडी पर निशाना, कहा- 'इंडी अलायंस अब रावलपिंडी अलायंस बन चुका है'
सरकारी खनन कंपनी का रिकॉर्ड प्रदर्शन, अप्रैल में उत्पादन 15 प्रतिशत बढ़ा
बिहार: हाजीपुर में दर्दनाक सड़क हादसा, तीन चचेरे भाइयों की मौत
रॉयल ब्लू ड्रेस में हुस्न की परी लगी अक्षरा सिंह, अदाओं से ही बढ़ा दी गर्मी
जलती चिता पर सिगरेट रखने पहुंचे थे दोस्त, शमशानघाट का नजारा देख उड़ गए होश, जाने क्या है पूरा मामला' 〥