राजस्थान में अलवर के रामगढ़ थाना क्षेत्र में साइबर ठगी रोकने के प्रयास में ग्रामीणों ने साइबर ठगी में प्रयुक्त 150 मोबाइल फोन तोड़कर जला दिए। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक डॉ. तेजपाल सिंह ने शनिवार को बताया कि साइबर अपराध के खिलाफ पुलिस का अभियान सफल होता दिख रहा है, क्योंकि साइबर अपराधी खुद ही इस अवैध कारोबार को छोड़ने को तैयार हैं। उन्होंने बताया कि साइबर अपराधियों पर नजर रखने के लिए गठित ग्रामीणों की 11 सदस्यीय समिति लगातार साइबर अपराध के खिलाफ काम कर रही है। सिंह ने बताया कि नौगांवा थाना क्षेत्र के खोहरा करनाली गांव में समिति के सदस्यों ने साइबर अपराधियों से करीब 150 मोबाइल फोन छीनकर उन्हें पत्थरों से तोड़ दिया और फिर जला दिया।
बच्चों को देंगे अच्छी शिक्षा
उन्होंने बताया कि गांव में समिति के सदस्यों ने घर-घर जाकर साइबर अपराधियों को समझाया और उनके मोबाइल फोन जब्त कर लिए। समिति के सदस्यों ने बताया कि साइबर अपराध के कारण ग्रामीणों में भय का माहौल है। इसलिए ग्रामीणों ने निर्णय लिया है कि अब गांव में कोई भी साइबर अपराध नहीं करेगा और बच्चों को अच्छी शिक्षा देकर उनका भविष्य संवारेंगे। ग्रामीणों में बड़ा बदलाव
दरअसल, साइबर अपराधियों के खिलाफ लगातार पुलिस के अभियान के चलते ग्रामीणों में बड़ा बदलाव देखने को मिल रहा है। पिछले 20 दिनों से नौगांवा क्षेत्र में एक भी साइबर अपराधी की लोकेशन नहीं मिली है। इससे पहले पुलिस लगातार इस गांव में साइबर अपराधियों के ठिकानों पर छापेमारी कर रही थी।
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