राजसमंद के प्रमुख बांधों में से एक बाघेरी नाका बांध आज ओवरफ्लो हो गया। बांध सुबह 6 बजे ओवरफ्लो हो गया। बाघेरी नाका के ओवरफ्लो होने से क्षेत्र में खुशी का माहौल है। बाघेरी नाका बांध के पानी से न केवल 346 गांवों को पेयजल आपूर्ति होती है, बल्कि यहां का ओवरफ्लो पानी नंदसमंद बांध पहुंचता है, जहां से नाथद्वारा को पेयजल आपूर्ति की जाती है। नंदसमंद के भरने के बाद बांध से खारी फीडर में पानी छोड़ा जाता है, जो राजसमंद झील तक पहुंचता है। राजसमंद झील पेयजल का मुख्य स्रोत है। 32.80 फीट गेज के बाघेरी नाका की कुल भराव क्षमता 311.68 एमसीएफटी है। फिलहाल बांध पर 10 सेमी की चादर चल रही है। उम्मीद है कि रात 9 बजे ओवरफ्लो बढ़ सकता है। ओवरफ्लो पानी बढ़ने पर पर्यटकों को नहाने से रोका जाएगा, ताकि जनहानि न हो। बाघेरी नाका कब ओवरफ्लो हुआ?
बाघेरी नाका अब तक कुल 18 बार ओवरफ्लो हो चुका है
बाघेरी नाका 2006 में बनकर तैयार हुआ था, उसी साल यह ओवरफ्लो हो गया
इसके बाद 2007 में यह ओवरफ्लो हुआ, लेकिन दो साल तक कमजोर मानसून के कारण 2008 और 2009 में यह ओवरफ्लो नहीं हुआ
बाघेरी 2011 से 2015 तक लगातार ओवरफ्लो हुआ
27 जुलाई 2010, 17 अगस्त 2011, 29 अगस्त 2012, 18 अगस्त 2013, 27 अगस्त 2014, 27 जुलाई 2015, 18 जुलाई 2016, 22 जुलाई 2017, 29 जुलाई 2018, 16 अगस्त 2019 और 24 अगस्त 2020 और 4 अक्टूबर 2021, 2022 में 28 जुलाई को ओवरफ्लो हुआ, 2023 में यह 18 जून को रिसाव होगा जबकि 2024 में यह 15 अगस्त को रिसाव होगा
You may also like
Tahawwur Rana Made Many Revelations During Interrogation : पाकिस्तानी सेना का एजेंट था तहव्वुर राणा, मुंबई क्राइम के समक्ष पूछताछ में कबूला, किए और भी कई खुलासे
मौसम विभाग की चेतावनी! 22 जुलाई के बाद तेज़ होगा मानसून, लेकिन सावन में सामान्य से कम बारिश ने बढ़ाई चिंता
Bharti Singh को लेकर मां ने कर दिया है चौंकाने वाला खुलासा, कहा- वे चाहती ही नहीं थीं कि...
ब्रिक्स से पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद के खिलाफ स्पष्ट संदेश मिलना भारत की कूटनीतिक जीतः तरुण चुघ
फिल्म 'कांतारा: चैप्टर 1' के पोस्टर में दिखा ऋषभ का रौद्र और बेहद प्रभावशाली अवतार