हिंदू धर्म में भगवान शिव को संहारक, सृष्टिकर्ता और कल्याणकारी माना जाता है। वे भोलेनाथ के रूप में अपने भक्तों पर असीम कृपा बरसाते हैं। वैदिक ज्योतिष के अनुसार, कुछ राशियाँ ऐसी हैं जिन पर भगवान शिव की विशेष कृपा होती है। यह कृपा उन्हें उनके आध्यात्मिकता, कर्म और ग्रहों की स्थिति के कारण प्राप्त होती है।ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, भगवान शिव का संबंध चंद्रमा, गुरु और शनि जैसे ग्रहों से माना जाता है। चंद्रमा मन और भावनाओं का कारक है, जिसे भगवान शिव अपने मस्तक पर धारण करते हैं। गुरु आध्यात्मिक ज्ञान और मार्गदर्शन का प्रतीक है और शनि कर्म और न्याय से संबंधित है। इसके साथ ही, शनिदेव भगवान शिव के शिष्य भी हैं। इन ग्रहों के प्रभाव से कुछ राशियाँ स्वाभाविक रूप से शिव की कृपा की पात्र बन जाती हैं। आइए जानते हैं वे कौन सी राशियाँ हैं जिन पर भगवान शिव की कृपा होती है।
वृषभ
वृषभ राशि का स्वामी शुक्र है, लेकिन इसका प्रतीक बैल है। भगवान शिव का वाहन भी वृषभ राशि का नंदी है। इस कारण इन राशियों पर भगवान की विशेष कृपा बनी रहती है। इन राशियों को ईश्वर की कृपा से मानसिक शांति प्राप्त होती है। इस राशि के लोगों को प्रतिदिन शिव चालीसा का पाठ करना चाहिए।
कर्क
कर्क राशि का स्वामी चंद्रमा है। चंद्रमा भगवान शिव के मस्तक पर विराजमान है। इस कारण कर्क राशि के लोग भावुक, संवेदनशील और आध्यात्मिक होते हैं। उनकी सहानुभूति और दूसरों की मदद करने की प्रवृत्ति उन्हें शिव कृपा का पात्र बनाती है। कर्क राशि के लोगों को भगवान शिव की पूजा करने से मानसिक शांति और भावनात्मक स्थिरता प्राप्त होती है। विशेष रूप से सोमवार के दिन शिवलिंग पर दूध चढ़ाने और 'ॐ नमः शिवाय' मंत्र का जाप करने से उनके जीवन में सकारात्मक परिवर्तन आते हैं। यह कृपा उनके पारिवारिक जीवन को सुखमय बनाती है और आध्यात्मिक उन्नति में सहायक होती है।
कन्या
कन्या राशि का स्वामी बुध है। कन्या राशि के लोग अपनी सेवा भावना और बुद्धिमत्ता के कारण भगवान शिव की कृपा प्राप्त करते हैं। कन्या राशि के लोग अपने कार्यों में पूर्णता और आध्यात्मिकता जोड़ने की क्षमता रखते हैं। उन्हें सोमवार के दिन शिव की पूजा और रुद्राष्टक का पाठ करना चाहिए।
वृश्चिक
वृश्चिक राशि का स्वामी मंगल है और इसका प्रतीक बिच्छू है। ऐसा माना जाता है कि भगवान शिव बिच्छू को अपने कानों में कुंडल के रूप में धारण करते हैं। इसके साथ ही, इस राशि के लोग जीवन में आने वाली चुनौतियों का सामना करने के लिए दृढ़ संकल्पित होते हैं। इसी कारण ये भगवान शिव के भी निकट होते हैं। महादेव की कृपा से वृश्चिक राशि के जातकों की ज्योतिष या तंत्र जैसी गुप्त विद्याओं में रुचि बढ़ती है। शिव की पूजा और महामृत्युंजय मंत्र का जाप इन राशि के जातकों को नकारात्मक ऊर्जा और स्वास्थ्य समस्याओं से बचाता है।
मकर राशि
मकर राशि के स्वामी शनि हैं। शनि देव को भगवान शिव का शिष्य और भक्त माना जाता है। शनि की तरह मकर राशि के जातक भी मेहनती, अनुशासित और आध्यात्मिक दृष्टिकोण वाले होते हैं। शिव की कृपा मकर राशि के जातकों को उनके कर्मों के फल में सहायता करती है और जीवन में आने वाली बाधाओं को दूर करने में सहायक होती है। मकर राशि के जातकों को शिवलिंग पर बिल्वपत्र चढ़ाना चाहिए।
मीन राशि
मीन राशि के स्वामी गुरु हैं। जो आध्यात्मिक ज्ञान और दिव्य मार्गदर्शन के कारक हैं। मीन राशि के जातकों पर उनकी सहज आध्यात्मिकता और करुणा के कारण भगवान शिव की कृपा होती है। मीन राशि के जातकों में दूसरों की मदद करने और आध्यात्मिक साधना में स्वाभाविक रुचि होती है, जो उन्हें शिव के करीब लाती है। उन्हें रुद्राभिषेक करना चाहिए या शिव सहस्रनाम का पाठ करना चाहिए।
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