राजस्थान का छोटा सा शहर पुष्कर अपने धार्मिक और पर्यटन स्थल के लिए तो प्रसिद्ध है, लेकिन यहां कुछ ऐसे स्थान भी हैं जो रहस्यमयी और डरावने माने जाते हैं। पुष्कर के ये स्थल न केवल पर्यटकों की जिज्ञासा बढ़ाते हैं, बल्कि स्थानीय लोगों के लिए भी कभी-कभी डर का कारण बनते हैं। इन स्थानों के पीछे पुरानी कहानियां, पौराणिक कथाएं और रहस्यमयी घटनाएं जुड़ी हुई हैं, जो आज भी लोगों के बीच चर्चा का विषय हैं।
पुष्कर का सबसे प्रसिद्ध डरावना स्थान भूतिया सरोवर माना जाता है। यह सरोवर नगर के पुराने हिस्से में स्थित है और कहा जाता है कि यहां रात के समय अजीबोगरीब आवाजें आती हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि सरोवर में कुछ अदृश्य शक्तियां रहती हैं, और कई बार राहगीरों ने यहां अजीब दृश्य देखे हैं। वहीं, पर्यटक इसे एक रोमांचक अनुभव मानकर रात के समय भी यहां आते हैं, लेकिन सतर्क रहने की सलाह दी जाती है।
इसके अलावा, गुप्त मंदिर नामक स्थान भी काफी रहस्यमयी माना जाता है। यह मंदिर जंगल के बीच में स्थित है और रास्ता थोड़ा कठिन है। कहा जाता है कि यहां पूजा के समय अजीब घटनाएं घटती हैं, और कई लोग मंदिर में प्रवेश करने के बाद अचानक ठंडी हवा और अजीब सी आवाजें सुनते हैं। इतिहासकारों के अनुसार, इस मंदिर का निर्माण कई शताब्दियों पहले हुआ था और यहां कुछ प्राचीन पांडुलिपियां भी छिपाई गई थीं, जिन्हें अभी तक पूरी तरह से नहीं खोला गया।
पुष्कर की गलियों में छुपा हुआ पुराना हवेली क्षेत्र भी डरावना माना जाता है। यह क्षेत्र अब वीरान हो चुका है और कई हवेलियों के खंडहर आज भी मौजूद हैं। स्थानीय लोगों की मान्यता है कि इन हवेलियों में कभी राजघरानों के सदस्य रहते थे और अब उनकी आत्माएं इन खंडहरों में वास करती हैं। रात के समय यहां का वातावरण बेहद भयावह हो जाता है, और कई पर्यटकों ने यहां अजीब परछाइयां देखी हैं।
पुष्कर की घाटियां और सुनसान रास्ते भी डरावने कहे जाते हैं। कुछ घाटियों में समय-समय पर अजीब घटनाएं घटती रही हैं। जैसे अचानक धुंध छा जाना, बिना कारण हवा का तेज होना और रहस्यमयी आवाजें सुनाई देना। यहां का माहौल रात में और भी भयावह हो जाता है। विशेषज्ञ कहते हैं कि ये प्राकृतिक और मानसिक कारणों से ऐसा अनुभव होता है, लेकिन स्थानीय लोग इसे अतिमानवीय शक्तियों से जोड़ते हैं।
पुष्कर में एक अन्य डरावना स्थल कुंभ का पुराना स्थान भी है। यहां कभी पुराने समय में धार्मिक आयोजन होते थे, लेकिन अब यह स्थान वीरान हो चुका है। कहा जाता है कि यहां रात के समय कुछ अदृश्य आकृतियां दिखाई देती हैं। स्थानीय लोग यहां जाने से बचते हैं और पर्यटकों को भी सतर्क रहने की सलाह दी जाती है।
इन सबके अलावा, पुष्कर के पुराने बाजार और गली-मोहल्ले भी रात में डरावने हो जाते हैं। दिन के उजाले में ये स्थान सामान्य और जीवंत लगते हैं, लेकिन रात के समय सन्नाटा और अजीब आवाजें वातावरण को डरावना बना देती हैं। कई लोग यहां रहस्यमयी अनुभवों का जिक्र करते हैं, जिससे यह स्थान और भी रोमांचक बन जाता है।
पुष्कर के ये डरावने स्थान सिर्फ भय पैदा करने के लिए नहीं हैं, बल्कि ये इतिहास, पुरातत्व और लोककथाओं से जुड़े हुए हैं। हर स्थान की अपनी कहानी है, जो कई पीढ़ियों से चली आ रही है। इसलिए, यदि आप पुष्कर की यात्रा कर रहे हैं, तो इन स्थानों की कहानियों को जानना रोमांचक होगा, लेकिन सुरक्षा और सतर्कता का ध्यान रखना भी जरूरी है।
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