राजस्थान में गर्मी की छुट्टियां शुरू हो गई हैं। ऐसे में हर कोई घूमने की प्लानिंग कर रहा है। अगर आप भी घूमने की सोच रहे हैं और ट्रेन से जाने की प्लानिंग कर रहे हैं तो यह खबर आपके लिए जरूरी है। गर्मी की छुट्टियों में गांवों में जाने वाले लोगों की काफी भीड़ होती है। ऐसे में आपको ट्रेन की सीट बुक कराने में परेशानी हो सकती है। क्योंकि ज्यादातर ट्रेनों में वेटिंग है, जिसके चलते 1 जुलाई तक ट्रेनों में बर्थ खाली नहीं है।
इन ट्रेनों में चल रही है वेटिंग
अलवर से हरिद्वार जाने वाली योगा एक्सप्रेस ट्रेन के स्लीपर क्लास में 17 जून तक और उत्तरांचल एक्सप्रेस के स्लीपर में 7 जून तक वेटिंग तो दूर, नो रूम की स्थिति है। जिसके चलते यात्रियों को टिकट बुक कराने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। राजस्थान में गर्मी की छुट्टियों के दौरान ट्रेनों में बर्थ की उपलब्धता काफी कम है, खासकर गरीब नवाज एक्सप्रेस (15716) जैसी लोकप्रिय रूटों पर बर्थ वेटिंग लिस्ट में बनी हुई है।
यह है ट्रेनों की स्थिति
अलवर से हरिद्वार जाने वाली योगा एक्सप्रेस के स्लीपर क्लास में 13 जुलाई तक तथा उदयपुर-ऋषिकेश एक्सप्रेस के स्लीपर क्लास में 12 जुलाई तक कोई बर्थ खाली नहीं है। जम्मू जाने वाली पूजा एक्सप्रेस के स्लीपर क्लास में 15 जुलाई तक तथा थर्ड एसी में 13 जुलाई तक कोई बर्थ खाली नहीं है। ट्रेन में उपलब्ध कोचों- स्लीपर (एसएल), थर्ड एसी (3ए), इकॉनमी थर्ड एसी (3ई), फर्स्ट एसी (1ए), सेकंड एसी (2ए) में कोई बर्थ खाली नहीं है।
यात्रा करने से पहले ट्रेन की जांच कर लें
हालांकि, उत्तर पश्चिम रेलवे गर्मियों में भीड़ को देखते हुए अस्थायी कोच बढ़ा सकता है, क्योंकि पहले भी ट्रेनों में अतिरिक्त स्लीपर व एसी कोच जोड़े गए थे। अगर आप कहीं यात्रा करने की योजना बना रहे हैं, तो उससे पहले आईआरसीटीसी या रेलवे स्टेशन से ताजा अपडेट प्राप्त कर लें, ताकि आपको टिकट बुकिंग में परेशानी का सामना न करना पड़े।
You may also like
मुंशी प्रेमचंद विरासत बचाओ समिति स्मारक के भूखंडों को मुक्त कराने के लिए कमिश्नर से मिलेगी
पेंच टाइगर रिजर्व में 'बाघदेव' अभियान की शुरुआत, मिट्टी के बाघ बनाए जाएंगे
जर्मनी के हैम्बर्ग रेलवे स्टेशन पर अचानक यात्रियों पर चाकू से किया गया हमला, 12 से ज्यादा यात्री घायल...
महिला ने 10 इंच का पिज्जा ऑर्डर किया, जब नापा तो निकला छोटा!
नीम करोली बाबा: जीवन के महत्वपूर्ण सबक और उनकी शिक्षाएं