इंदौर । इंदौर के ट्रांसपोर्ट कारोबारी राजा रघुवंशी हत्याकांड की जांच में जुटी शिलॉन्ग एसआईटी की टीम को 37 दिन बाद सोनम के जेवर, लैपटॉप आदि की बरामदगी करने में कामयाबी मिली। एसआइटी ने प्रॉपर्टी डीलर सिलोम जेम्स की रतलाम स्थित ससुराल से रविवार को सोनम और राजा के गहने, लैपटॉप, पेनड्राइव और कई महत्वपूर्ण दस्तावेज जब्त किए हैं।
दरअसल, शिलॉन्ग एसआईटी की टीम दो कारों से रविवार दोपहर तीन बजे ब्रोकर-कॉन्ट्रैक्टर शिलोम जेम्स को लेकर रतलाम के मंगलमूर्ति कॉलोनी पहुंची थी। यहां उसकी ससुराल में तलाशी ली गई। शिलोम के साथ उसकी पत्नी और साली भी मौजूद थी। टीम ने यहां से एक बैग जब्त किया है। मकान म्यूचल फंड का काम करने वाले उसके ससुर मनोज गुप्ता का है। पिछले 10 से 15 दिन से इस घर पर ताला लगा हुआ था। यहां करीब एक घंटे तलाशी के बाद शिलॉन्ग पुलिस शिलोम को लेकर इंदौर रवाना हो गई।
उल्लेखनीय है कि 11 मई को शादी के बाद 20 मई को राजा रघुवंशी अपनी पत्नी सोनम के साथ शिलांग में हनीमून पर गए थे। जहां राजा रघुवंशी की 23 मई को हत्या कर दी गई थी। इस मामले में शिलांग पुलिस ने उत्तर प्रदेश के गाजीपुर से सोनम को और इंदौर से उसके प्रेमी राज कुशवाहा के अलावा सुपारी किलर विक्की उर्फ विशाल, आनंद और आकाश को गिरफ्तार किया था। हत्या के बाद सोनम इंदौर लौट आई थी। वह यहां एक फ्लैट में रुकी थी। जांच में यह बात सामने आने के बाद पुलिस ने प्रॉपर्टी ब्रोकर सिलोम जेम्स, बिल्डर लोकेंद्र तोमर और चौकीदार बलवीर अहिरवार को गिरफ्तार किया था। इनकी निशानदेही पर ही हत्या की नीयत से खरीदी गई अवैध पिस्तौल भी बरामद की गई थी।
पुलिस को जेवर की तलाश थी। शनिवार को एसआईटी शिलांग से फ्लाइट से सिलोम को लेकर यहां पहुंची थी। एसआईटी टीम रविवार को रतलाम की मंगलमूर्ति कॉलोनी निवासी सिलोम के ससुर मनोज गुप्ता (म्युच्युअल फंड एडवाइजर) के घर पहुंची। करीब आधे घंटे चली छानबीन के बाद टीम ने एक लैपटॉप, पेनड्राइव, आपत्तिजनक दस्तावेज और राजा व सोनम के सोने के गहने जब्त कर लिए। एसआईटी का दावा है कि गहने सिलोम ने फ्लैट से चुरा कर अपनी ससुराल में छुपा दिए थे।
राजा की हत्या के बाद सोनम 30 मई को इंदौर के फ्लैट में रुकी थी। फ्लैट ग्वालियर के ठेकेदार लोकेंद्र तोमर की बहुमंजिला इमारत में है। सिलोम ने इसका राजा हत्याकांड के एक आरोपित विशाल उर्फ विक्की से किराये का अनुबंध किया था। आठ जून को सोनम गाजीपुर (उप्र) में गिरफ्तार हो गई। 10 जून को लोकेंद्र और सिलोम ने चौकीदार बलवीर अहिरवार की सहायता से फ्लैट का सामान निकाल लिया। एक बैग सिलोम ने जला डाला। पिस्टल नाले में फेंक दी थी।
गहने, लैपटाप ससुर मनोज गुप्ता के घर में छुपा दिए। सिलोम अभी तक गुमराह कर रहा था। उसने कभी लोकेंद्र का नाम बताया तो कभी कहा फेंक दिए। अब एसआईटी अचानक इंदौर आई और सिलोम को घर लेकर उसके पहुंची। यहां बंद कमरे में पूछताछ की गई। उसकी पत्नी सोनाली भी मौजूद थी। सिलोम टूट गया और बताया कि उसने पत्नी की मदद से सामान ससुर के घर में रखा है। पुलिस ने पूरी कार्रवाई की वीडियोग्राफी भी की है।
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